गर्मियों के सुपरफूड की लिस्ट में आम का नाम कैसे छूट सकता है। आम को ‘फलों का राजा’ कहा जाता है। यह स्वाद के साथ पोषक तत्व से भी भरपूर होता है। आम विटामिन A और C का अच्छा स्रोत है। इसमें पर्याप्त फाइबर होता है, जिससे पाचन में मदद मिलती है। आम की खेती भारत में लगभग 5000 साल पहले शुरू हुई थी। संस्कृत में इसे ‘आम्र’ कहा जाता है। आम्र से ही हिंदी, मराठी, बंगाली, मैथिली में ‘आम’ शब्द बना है। पुर्तगाली लोग इसे ‘मांगा’ कहते थे, जिससे यूरोपीय भाषाओं में ‘मैंगो’ शब्द बना। भारत विश्व में आम का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यहां दुनिया का 41% आम उगाया जाता है। आम भारत का राष्ट्रीय फल भी है। आम भारतीयों के पसंदीदा फलों में से भी एक है। इसलिए ‘गर्मियों के सुपरफूड’ में आज आम की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- आम की न्यूट्रिशनल वैल्यू 100 ग्राम आम में लगभग 60 कैलोरी होती हैं। इसका ज्यादातर हिस्सा पानी होता है। इसमें प्रोटीन, कार्ब्स और फाइबर भी होता है। इसमें और कौन से न्यूट्रिशन होते हैं, ग्राफिक में देखिए- आम में होते हैं महत्वपूर्ण विटामिन्स और मिनरल्स आम विटामिन्स का अच्छा सोर्स है। इसमें पोटेशियम और कॉपर जैसे जरूरी मिनरल्स भी होते हैं। इनकी मात्रा ग्राफिक में देखिए- आम सेहत के लिए फायदेमंद आम खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे स्किन हेल्थ में सुधार होता है। इससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। आम खाने से स्ट्रेस कम होता है और डिप्रेशन जैसी स्थिति से उबरने में भी मदद मिलती है। इससे मेंटल हेल्थ में सुधार होता है। इसके सभी फायदे ग्राफिक्स में देखिए- वजन कंट्रोल करने में मददगार आम में फाइबर भरपूर होता है, जिससे पाचन में आसानी होती है। फाइबर से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इससे भूख कम लगती है और अनहेल्दी स्नैक्स खाने की आदत पर काबू पाया जा सकता है। यह कम कैलोरी में अधिक पोषण देने वाला फल है, जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद आम में विटामिन A, C और E होते हैं, जो स्किन और बालों के लिए बेहद जरूरी हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट त्वचा को सन लाइट और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इन्हें सप्लिमेंट्स के रूप में लेने की बजाय प्राकृतिक रूप से आम के जरिए खाना फायदेमंद है। कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है आम में सॉल्यूबल फाइबर होता है, जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है। इससे आर्टरीज में प्लाक जमा नहीं होता है और हार्ट हेल्थ भी अच्छी रहती है। ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है आम पोटेशियम का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में सोडियम के प्रभाव को संतुलित करता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम होता है और हार्ट संबंधी परेशानियों से बचाव होता है। कैंसर का जोखिम कम करता है आम में बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है। इनकी मौजूदगी से ही आम का रंग पीला और नारंगी होता है। यह एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। असल में फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं। आम में मौजूद सभी एंटीऑक्सिडेंट शरीर को कैंसर से बचाते हैं। हार्ट हेल्थ सुधारता है आम हार्ट को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। इसमें मैग्नीशियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं और दिल की धड़कन को सामान्य बनाए रखते हैं। इसके अलावा आम में मैंगिफेरिन नामक एक खास तत्व पाया जाता है, जो हार्ट का इंफ्लेमेशन कम करने में मदद कर सकता है। पाचन तंत्र मजबूत करता है आम खाने से पाचन तंत्र बेहतर रहता है। इसमें एमाइलेज एंजाइम होते हैं, जो भोजन को आसानी से पचाने में मदद करते हैं। ये एंजाइम कॉम्प्लेक्स स्टार्च को तोड़ने में मदद करते हैं। इसके साथ आम में मौजूद डाइटरी फाइबर कब्ज से राहत दिलाते हैं और यह फाइबर सप्लिमेंट्स से भी ज्यादा प्रभावी हो सकता है। आम खाने से जुड़े कॉमन सवाल और जवाब सवाल: क्या आम खाने से वजन बढ़ता है? जवाब: नहीं, अगर सही मात्रा में खाया जाए तो वजन नहीं बढ़ता है। हालांकि, यह सच है कि आम में नेचुरल शुगर होता है। इसके साथ फाइबर भी होता है, जो भूख को नियंत्रित करता है। इसलिए अगर सीमित मात्रा में आम खाया जाए तो वजन नहीं बढ़ता है। इससे ऊर्जा मिलती है और पोषण भी मिलता है। सवाल: क्या डायबिटिक लोग आम खा सकते हैं? जवाब: हां, लेकिन सीमित मात्रा में खाना चाहिए। आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) मीडियम होता है, जिससे ब्लड शुगर बहुत तेजी से नहीं बढ़ता है। डायबिटिक लोग डॉक्टर की सलाह लेकर इसे सीमित मात्रा में खा सकते हैं। सवाल: दिन में किस समय आम खाना बेहतर है? जवाब: दोपहर में आम खाना सबसे सही अच्छा है। इस समय मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे शरीर आम में मौजूद शुगर को अच्छी तरह से प्रोसेस कर पाता है। सवाल: क्या आम खाने से पिंपल्स होते हैं? जवाब: आमतौर पर ऐसा नहीं होता है। जिन लोगों की त्वचा ज्यादा संवेदनशील है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। आम में प्राकृतिक शुगर होती है, जिससे कुछ लोगों की त्वचा में ऑयल बढ़ सकता है। इससे पिंपल्स हो सकते हैं। सवाल: क्या आम खाने से एसिडिटी हो सकती है? जवाब: अगर बहुत ज्यादा पका हुआ आम खा रहे हैं तो ऐसा हो सकता है। ज्यादा मीठे आम में ज्यादा फ्रुक्टोज होता है, जिसके कारण कुछ लोगों को एसिडिटी हो सकती है। अगर एक-दो आम खा रहे हैं तो आमतौर पर ऐसी समस्या नहीं होती है। सवाल: क्या आम में कीटनाशक हो सकते हैं? जवाब: अगर बाजार से आम लाए हैं तो बहुत संभावना यह कार्बाइड से पकाया गया होगा। इन्हें खाने से पहले अच्छी तरह पानी से धोना चाहिए या कुछ देर पानी में भिगोकर रखना चाहिए। सवाल: किन लोगों को आम से परहेज करना चाहिए? जवाब: जिन्हें आम से एलर्जी है, हाई ब्लड शुगर है या किडनी से जुड़ी समस्या है तो उन्हें डॉक्टर से सलाह लेकर ही आम खाना चाहिए। …………………….
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