एक गवर्नेंस एडवायजरी फर्म ने वेदांता लिमिटेड के शेयरों की डिलिस्टिंग के लिए इंडिकेटिव ऑफर प्राइस के मुकाबले शेयरधारकों को 129-186 फीसदी का प्रीमियम लेने की सलाह दी है। स्टेकहोल्डर्स एंपावरमेंट सर्विसेज ने सलाह दी है कि शेयरधारकों को 236-310 रुपए के रेंज को ध्यान में रखकर शेयर ऑफर करने चाहिएं। यदि वे अनिश्चितता, आर्थिक सुस्ती, आदि के कारण 20-30 फीसदी का डिस्काउंट भी देना चाहें, तब भी कारोबार के वैल्यू को देखते हुए फेयर प्राइस कम से कम 200-250 रुपए के बीच ठहरता है। वेदांता का इंडिकेटिव ऑफर प्राइस 87.50 रुपए प्रति शेयर और फ्लोर प्राइस 87.25 रुपए है।
कंपनी को कम से कम डिस्कवर्ड प्राइस पर सभी बचे शेयरधारकों से खरीदना होगा शेयर
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने कहा कि शेयरधारकों को फ्लोर प्राइस, बुक वैल्यू, मार्केट प्राइस या बाय प्राइस के आधार पर फैसला नहीं लेना चाहिए। उन्हें इस बात से डरना नहीं चाहिए कि यदि वे ज्यादा प्राइस कोट करेंगे और डिलिस्टिंग कम प्राइस पर होगी, तो वे बाहर छूट जाएंगे। सेबी के नियमों के मुताबिक शेयरखरीदने वाले को यह गारंटी देनी होगी कि यदि डिलिस्टिंग सफल होती है, तो सभी बचे हुए शेयरधारकों से डिस्कवर्ड प्राइस पर शेयर खरीद लेंगे।
वेदांता लिमिटेड का बुक वैल्यू 89.38 रुपए प्रति शेयर
वेदांता रिसोर्सेज पीएलसी ने 29 सितंबर को वेदांता लिमिटेड की डिलिस्टिंग प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की। इसकी रिवर्स बुक बिल्डिंग 5-9 अक्टूबर तक चलेगी। 31 मार्च 2020 के कंसॉलिडेटेड फाइनेंशियल स्टेटमेंट के मुताबिक वेदांता लिमिटेड का बुक वैल्यू 89.38 रुपए प्रति शेयर है।
निराशाजनक माहौल बना रही है कंपनी
मई में डिलिस्टिंग की घोषणा होने के बाद से वेदांता के शेयर 60 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुके हैं। सोमवार को बीएसई पर वेदांता लिमिटेड 0.25 फीसदी चढ़कर 137.80 रुपए पर बंद हुआ। एसईएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वेदांता लिमिटेड निराशाजनक माहोल बना रही है, ताकि शेयरधारक कौड़ी के भाव शेयर ऑफर कर दें।
कनॉट प्लेस दिल्ली के खादी इंडिया आउटलेट ने गांधी जयंती के मौके पर 1.2 करोड़ रुपए कमाए