हरियाणा में अनलॉक-2 का 24वां दिन है। कोरोना की वजह से गुड़गांव के निजी और सरकारी अस्पतालों में बंद की गई ओपीडी शुक्रवार को शुरू हो गई। सिविल सर्जन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। डेंटल को छोड़कर बाकी सभी ओपीडी शुरू हो गई हैं।
कोरोना की वजह से फ्लू को छोड़कर बाकी सभी ओपीडी बंद कर दी गई थी। निजी अस्पतालों में भी सिर्फ आपातकालीन सेवाओं को चालू रखा गया था। ऐसे में अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा था। शुक्रवार से शुरू हुई ओपीडी से उन्हें राहत मिली है। सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि जिले के सभी एमएमओ और निजी अस्पतालों को पत्र जारी कर ओपीडी शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
इलाज में लापरवाही पर निजी अस्पताल पर मामला दर्ज
गुड़गांव के सेक्टर-10 थाने में एक निजी अस्पताल पर इलाज में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज हुआ है। शिकायत ज्योति पार्क निवासी अजीत सिंह ने दी है। उनकी पत्नी की 9 जून को मौत हो गई थी। उनका कहना है कि 1 जून को पत्नी की तबीयत खराब होने के चलते सेक्टर-37 के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था।
5 दिन बाद तबीयत ठीक नहीं हुई तो उन्होंने अस्पताल से छुट्टी करा ली। बिल अदा कर दिए जाने के बाद अस्पताल ने एंबुलेंस देने से मना कर दिया। बाद में कहा कि एंबुलेंस देंगे लेकिन ढाई बजे डिस्चार्ज करने के बावजूद मरीज को शाम तक बाहर नहीं जाने दिया। बार-बार पूछा तो एक कर्मचारी ने कहा कि ऑक्सीजन खत्म हो गई है।
9 बजे महिला को बाहर निकाला गया। महिला बार-बार सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रही थी। महिला को एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल ले जाया गया। रास्ते में ही ऑक्सीजन खत्म हो गई। महिला को एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने सीएम विंडो पर शिकायत देकर अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद मामला दर्ज हुआ है।
अब तक 378 मरीजों की कोरोना से मौत
प्रदेश में अभी तक 378 मरीजों की मौत हुई है, इनमें 271 पुरूष और 107 महिला शामिल हैं। अभी तक गुड़गांव में 119, फरीदाबाद में 117, सोनीपत में 29, रोहतक में 20, पानीपत में 11, करनाल व अंबाला में 10-10, झज्जर, नूंह व पलवल में 9-9, रेवाड़ी व हिसार में 8-8, भिवानी में 5, जींद में 4, यमुनानगर में 3, फतेहाबाद व सिरसा में 2-2 तथा कुरुक्षेत्र, नारनौल व चरखी-दादरी में 1-1 मरीज की मौत हो चुकी है।