गोल्ड में निवेश का बेहतरीन मौका, बाजार भाव से 2100 रुपए कम में सरकार बेच रही गोल्ड, कल तक कर सकेंगे निवेश

देश में सोने के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसी का नतीजा है कि सोने का भाव 55 हजार 500 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है। ऐसे में अगर आप सोना खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो सरकार अब भी आपको बाजार भाव से सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत आप 7 अगस्त तक 53 हजार 340 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव से सोना खरीद सकेंगे। ये भाव बाजार से 2160 रुपए कम है। ऐसे में आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करके ज्यादा फायदा कमा सकते हैं।

55 हजार 500 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचा सोना
गोल्ड MCX के अनुसार 6 अगस्त को सोना 55 हजार 500 रुपए प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल गया है। इस हिसाब से 1 ग्राम सोने की कीमत 5,550 रुपए हुई। वहीं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत प्रति ग्राम सोने की कीमत 5334 रुपए तय की गई है। ऐसे में आपको प्रति ग्राम 216 रुपए का फायदा होगा।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ने 3 दिन में दिया 4 फीसदी का रिटर्न

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री RBI ने 3 अगस्त से शुरू की थी जो 7 अगस्त तक चलने वाली है। इसके तहत प्रति ग्राम सोने की कीमत 5,334 रुपए तय की गई है। वहीं अब सोने की कीमत प्रति ग्राम 5,550 पर पहुंच गई है। ऐसे में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ने सिर्फ 3 दिनों में ही 4 फीसदी का रिटर्न दिया है। इतना रिटर्न आपको फिक्स्ड डिपॉजिट पर एक साल में मिलता है। जो लोग इनके लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे और डिजिटल पेमेंट के जरिए भुगतान करेंगे, उन्हें प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट मिलता है।

RBI जारी कर रहा ये बॉन्ड
RBI ये बॉन्ड भारत सरकार की तरफ से जारी कर रहा है। RBI के अनुसार ‘‘बॉन्ड की कीमत 999 शुद्धता वाले सोने के लिए पिछले 3 वर्किंग डेज में साधारण औसत बंद भाव (इंडिया बुलियन एंड जूलर्स एसोसिशन द्वारा प्रकाशित) मूल्य पर आधारित है।

इश्यू प्राइस पर मिलता है 2.50 फीसदी ब्याज
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50 फीसदी का निश्चित ब्याज मिलता है। यह पैसा हर 6 महीने में अपने आप आपने खाते में पहुंच जाता है। फिजिकल गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ पर आपको इस तरह का फायदा नहीं मिलता। एनएसई के वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार सॉवरेन 8 साल के मैच्योरिटी पीरियड के बाद इससे होने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता। इसके साथ ही हर छह महीने पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टीडीएस भी नहीं लगता।

कितना सोना खरीद सकते हैं?
कोई शख्स एक वित्त वर्ष में मिनिमम 1 ग्राम और मैक्सिमम 4 किलोग्राम तक वैल्यू का बॉन्ड खरीद सकता है। हालांकि किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किग्रा है। बॉन्ड का मेच्योरिटी पीरियड 8 साल का है। लेकिन निवेशकों को 5 साल के बाद बाहर निकलने का मौका मिलता है। यानी जरूरत पड़ने पर आप 5 साल बाद इसे कैश कर सकते हैं। एनएसई के मुताबिक लोन लेने के दौरान कॉलेटरल के रूप में भी इन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा ये बांड एनएसई पर ट्रेड भी करते हैं।

सोने ने एक साल में दिया 42 फीसदी का रिटर्न
पिछले एक साल में ही सोने की कीमतों में करीब 42 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है। अगस्त 2019 को सोने की कीमत 38 हजार 950 रुपए थी जो अब 55 हजार 500 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोरोना लम्बे समय तक चलता है और इसके कारण बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है तो इसकी कीमत और बढ़ेगी।

क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी बांड होता है। इसे डीमैट रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है। इसका मूल्य रुपए या डॉलर में नहीं होता है, बल्कि सोने के वजन में होता है। यदि बॉन्ड पांच ग्राम सोने का है, तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी। इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है। बॉन्ड को भुनाते वक्त पैसा निवेशक के खाते में जमा हो जाता है। यह बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकार की ओर से जारी करता है।

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RBI भारत सरकार की तरफ से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी कर रहा है