चार हजार रुपए नहीं देने पर एक शख्स की हत्या कर दी गई। इस वारदात को अंजाम देने के बाद कातिल पीड़ित परिवार के संग मिलकर उसकी खोजबीन का ड्रामा करता रहा। हालांकि, जांच के दौरान वह पुलिस को लम्बे समय तक गुमराह नहीं कर सका। इस मामले में दो साथियों समेत उसे अरेस्ट कर लिया गया।
उस कार को भी जब्त कर लिया, जिसकी मदद से बॉडी को ठिकाने लगाया गया था। आरोपियों की पहचान सोनीपत हरियाणा निवासी कुमार उर्फ भानू, अनिल उर्फ अन्नू व बेगूसराय निवासी पिंटू कुमार के तौर पर हुई। डीसीपी क्राइम ब्रांच मोनिका भारद्वाज ने बताया 11 सितंबर को विजय कॉलोनी बवाना निवासी एक महिला ने अपने पति के लापता होने की शिकायत दी।
यहां नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस को बताया गया कि उसका पति इरशाद दो सितंबर को सुबह साढे नौ बजे से गायब है। उसे आखिरी बार भानू के साथ देखा गया था। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पाया वकील की पत्नी की मदद के नाम का दिखावा कर रहा था।
यह भी पता चला इरशाद को वकील उर्फ भानू को चार हजार रुपए मीट सप्लाई के एवज में देने थे। पुलिस ने आरोपी के बारे में मिली स्टीक जानकारी के बाद उसे अरेस्ट कर लिया गया। बाद में इससे हुई पूछताछ के आधार पर उसके दो अन्य साथियों को भी पुलिस ने पकड़ लिया।
सोनीपत ले जाकर नहर में फेंक दिया था शव
आरोपी वकील ने पूछताछ में बताया वह कच्चा मीट सप्लाई करने का काम करता है। उसने इरशाद का माल सप्लाई किया था, जिससे चार हजार रुपए लेने थे। बार बार मांगने के बाद भी वह रुपए नहीं दे रहा था। दो सितंबर को वह इरशाद के घर गया और इरशाद को लेकर सेक्टर बी चार नरेला मुर्गी फार्म ले गया।
वहां दो आरोपी पहले से मौजूद थे। यहां इरशाद को डंडे से बुरी तरह मारा पीटा गया। इरशाद के अचेत हो जाने के बाद वे तीनों वहां से निकल गए। घायल इरशाद ने बाद में दम तोड़ दिया। देर रात कार में शव रख सोनीपत में नहर में फेंक दिया।