टाटा समूह की आईटी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 7,008 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। एक साल पहले समान अवधि की तुलना में यह 13.81 प्रतिशत अधिक है। इसी दौरान कंपनी का रेवेन्यू 0.39 प्रतिशत बढ़कर 38,322 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। पहली तिमाही का यह पहला रिजल्ट रहा है।
कंपनी ने बाजार बंद होने पर इसे जारी किया है। इसलिए इसके शेयर पर इसका कोई असर नहीं दिखा।
सभी वर्टिकल पर महामारी का असर दिखा
टीसीएस के एमडी एवं सीईओ राजेश गोपीनाथन ने बताया कि इस तिमाही के दौरान रेवेन्यू पर कोविड का बुरी तरह से असर हुआ है। इस महामारी ने सभी वर्टिकल पर असर डाला है। केवल लाइफ साइंसेस और हेल्थकेयर वर्टिकल इससे बचा है। हमारा मानना है कि यह महामारी बॉटम आउट हो रही है और अब हम अपने वृद्धि को लेकर शुरुआत करेंगे।
5 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा
कंपनी के बोर्ड ने इस दौरान 5 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड की भी घोषणा की है। अंतरिम लाभांश इक्विटी शेयर धारकों को 31 जुलाई तक दिया जाएगा। यह लाभांश उन्हें मिलेगा जो कंपनी के सदस्य के रूप में रजिस्टर्ड हैं। कंपनी ने बताया कि 30 जून 2020 को उसका कुल रेवेन्यू 38,322 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले समान अवधि में यह 38,172 करोड़ रुपए था। इसी तरह ग्रॉस मार्जिन इसी अवधि में 15,108 करोड़ रुपए और 15,451 करोड़ रुपए रही।
लाइफ साइंसेस और हेल्थ वर्टिकल में रही वृद्धि
कंपनी ने वित्तीय परिणाम में बताया कि प्रति शेयर आय जून 2020 में 18.68 रुपए रही है। एक साल पहले समान अवधि में 21.67 रुपए थी। शुद्ध आय 7,008 करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले समान तिमाही में यह 8,131 करोड़ रुपए थी। इसका लाइफ साइंसेस वर्टिकल और हेल्थकेयर सेक्टर का रेवेन्यू इस दौरान 13.8 प्रतिशत बढ़ा। इसके अलावा बीएफएसआई वर्टिकल में 4.9 प्रतिशत, रिटेल और सीपीजी के रेवेन्यू में12.9 प्रतिशत की गिरावट रही।
कम्यूनिकेशन और मीडिया में 3.6 प्रतिशत, मैन्यूफैक्चरिंग में 7.1 प्रतिशत और टेक्नोलॉजी के रेवेन्यू में 4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
हर बड़ी एरिया से रही गिरावट
कंपनी के अनुसार, हर बड़ी एरिया से इसकी मांग में गिरावट दिखी है। यूरोप और लैटिन अमेरिका में 2.7 और 0.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि इसे छोड़ दें तो अन्य सभी बाजारों से इसके रेवेन्यू में गिरावट हासिल हुई है। उत्तरी अमेरिका से 6.1, यूके से 8.5, भारत से 27.6, एशिया पैसिफिक से 3.2, एमईए से 11.7 प्रतिशत की रेवेन्यू में गिरावट आई है। इस दौरान कुल डील 6.9 अरब डॉलर की रही है। एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 8.9 अरब डॉलर था। इसका शेयर दिन में मामूली बढ़त के साथ 2,204 रुपए पर बंद हुआ।