चीन में बुधवार को नाक से दी जाने वाली वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी मिली। इसे शियामेन और हॉन्गकॉन्ग यूनिवर्सिटी के साथ बीजिंग वेंताई बायोलॉजिकल फार्मेसी ने मिलकर तैयार किया है। यह चीन की 10वीं वैक्सीन है, जिसका जल्द ही ह्यूमन ट्रायल शुरू होगा।
वैज्ञानिकों का दावा है कि अब ट्रायल में शामिल लोगों को इंजेक्शन के दर्द से राहत मिलेगी, उन्हें नेजल स्प्रे से वैक्सीन दी जाएगी। पहले फ्लू महामारी को रोकने के लिए नेजल स्प्रे वैक्सीन को विकसित किया गया था, यह उन बच्चों और युवाओं को दी जाती थी जो इंजेक्शन से बचना चाहते हैं।
अमेरिकी कम्पनी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के बाद चीन फिलहाल दूसरे पायदान पर है। नेजल स्प्रे में फ्लू का कमजोर स्ट्रेन वाला वायरस जिसमें कोरोना का स्पाइक प्रोटीन है।