चैंपियंस ट्रॉफी के विनर सफेद ब्लेजर क्यों पहनते हैं:यह बेस्ट वनडे टीम का सिंबल, पहली बार ऑस्ट्रेलिया ने 2009 में पहना था

दुबई में रविवार को भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 4 विकेट से जीत दर्ज कर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है। मेडल सेरेमनी के दौरान खिलाड़ियों के साथ उनके सफेद ब्लेजर ने भी सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। लेकिन, टीम इंडिया ने सफेद ब्लेजर क्यों पहना। जवाब है, ‘यह सम्मान का प्रतीक है, जो सबसे बेहतरीन वनडे टीम को दी जाती है।’ चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया की बेस्ट-8 टीमें हिस्सा लेती हैं और जीतने वाली इसे हासिल करती है। ICC के अनुसार, यह जैकेट एक्सीलेंसी का प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती है। इसे सबसे पहले 2009 के सीजन में चैंपियन बनीं ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहना था। तब कंगारुओं ने चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार दूसरा टाइटल जीता था। मुंबई की फैशन डिजाइनर ने बनाया यह जैकेट
दरअसल इस सफेद ब्लेजर को मुंबई की एक फैशन डिजाइनर बबिता एम ने डिजाइन किया है। जैकेट में चैंपियंस ट्रॉफी के लोगो के साथ इटालियन ऊन, सोने की ब्रेंडिंग और सोने की कढ़ाई का काम किया गया है। यह जैकेट उत्साह पैदा करती है- वसीम अकरम
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम ने 14 जनवरी को सफेद ब्लेजर को लॉन्च किया। उन्होंने इसे टैलेंट और लीगेसी का एक प्रतिक भी बताया। उन्होंने कहा, सफेद जैकेट उच्च स्तर पर खेले खिलाड़ियों का सम्मान करती है और उनमें उत्साह पैदा करती है। ——————————————– यह खबर भी पढ़ें- जडेजा बने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के बेस्ट फील्डर:ड्रेसिंग रूम में फिल्डिंग कोच दिलीप ने मेडल पहनाया; भारत 4 विकेट से जीता चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के लिए टीम इंडिया ने रवींद्र जडेजा को बेस्ट फील्डर का मेडल दिया। टीम के ड्रेसिंग रूम में फिल्डिंग कोच टी दिलीप ने उन्हें मेडल पहनाया। पढ़े पूरी खबर…