जम्मू-कश्मीर के त्राल में गुरुवार सुबह से सेना-आतंकियों के बीच एनकाउंटर जारी है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर लिया है। त्राल के नादिर गांव में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी, जिसके बाद से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। केंद्र सरकार ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने चीन के डिफेंस सिस्टम को जाम कर 23 मिनट में पाक के नूर खान व रहीम यार खान एयरबेस को तबाह कर दिया था। भारतीय डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के हथियारों को नष्ट किया था। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने बुधवार को ये जानकारी दी थी। PIB ने बताया था कि भारतीय डिफेंस सिस्टम पेचोरा, OSA-AK, और आकाश मिसाइल सिस्टम से इस काम को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान को ये हथियार चीन-तुर्किये ने दिए थे। ऑपरेशन सिंदूर ने जिन मिसाइलों को मार गिराया गया था उनमें- पीएल-15 मिसाइलें (चीन की), तुर्किये के Yiha या YEEHAW ड्रोन्स, कई लॉन्ग रेंज रॉकेट, क्वाड कॉप्टर और कॉमर्शियल ड्रोन शामिल थे। इनके मलबे को बाकायदा रिकवर किया गया और पहचान की गई। भारत ने पाकिस्तान को चौतरफा घेरने के लिए ISRO की मदद ली थी। इसरो प्रमुख वी. नारायणन के मुताबिक देश के 10 सैटेलाइट्स चौबीसों घंटे दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखे हुए हैं। वहीं, जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) ने तुर्किये की इनोनू यूनिवर्सिटी के साथ करार (MoU) खत्म कर दिया है। JNU ने X पर लिखा- हम देश के साथ खड़े हैं। इस बीच, भारतीय व्यापारियों ने तुर्किये से सेब के आयात से इनकार कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि तुर्किये, पाकिस्तान को ड्रोन भेजता है। इन्हीं ड्रोन्स से पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया। अब हम तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे। भारत तुर्किये से सालाना 1200 करोड़ रुपए का सामान आयात करता है। इसमें सेब की बड़ी मात्रा शामिल है। भारत-पाकिस्तान जंग के हालात पर हर अपडेट पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए …