जया एकादशी 8 फरवरी को:एकादशी की सुबह भगवान के सामने लें व्रत-पूजा करने का संकल्प, शाम को तुलसी के पास जलाएं दीपक

शनिवार, 8 फरवरी को माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी है, इसका नाम अजा, जया और भीष्म एकादशी है। ये व्रत भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए किया जाता है। माना जाता है कि एकादशी व्रत से जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्मों का फल कम होता है। एक एकादशी व्रत से यज्ञ करने से जितना पुण्य मिलता है, उतना पुण्य मिलता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, एकादशी पर भगवान विष्णु और महालक्ष्मी का विशेष अभिषेक और तुलसी की पूजा करनी चाहिए। जानिए जया एकादशी व्रत और विष्णु पूजा की विधि… व्रत करने से पाचन तंत्र को मिलता है आराम जब हम व्रत करते हैं, तो अन्न नहीं खाते हैं और अन्न नहीं खाते हैं तो हमारे पाचन तंत्र को खाना पचाने के काम से ब्रेक मिलता है। व्रत से गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं। जब हम हल्का और संतुलित आहार लेते हैं, तो ये चीजें हमारा पाचन तंत्र आसानी से पचा लेता है। व्रत के दौरान पर्याप्त पानी पीते रहना चाहिए और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती रहे, इसके लिए फलों का सेवन करना चाहिए।