जरूरत की खबर- आई रात सुहागों वाली:आज है करवा चौथ, व्रत की तैयारियां पूरी, जानें व्रत के दौरान क्या करें और क्या न करें

करवा चौथ हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। यह त्योहार पति-पत्नी के अटूट प्रेम का उत्सव है। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, करवा चौथ कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 20 अक्टूबर, 2024 को है। हम सभी ने साल 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ तो देखी ही होगी। इसमें करवा चौथ का सीन भला कोई कैसे भूल सकता है। ऐसे ही हमारे घर की महिलाएं भी अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर जीवन के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। वे इस पर्व को बड़ी श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाती हैं। इसलिए आज जरूरत की खबर में हम करवा चौथ से जुड़ी रस्मों व रीति-रिवाजों के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि व्रत के नियम क्या हैं? करवा चौथ क्यों मनाया जाता है? प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों और लोककथाओं में करवा चौथ व्रत का जिक्र मिलता है। ऐसा माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति महाभारत के समय हुई थी, जब द्रौपदी ने अर्जुन की सुरक्षा के लिए यह व्रत रखा था। एक और किंवदंती रानी वीरवती की है, जिन्हें धोखे से उनका व्रत तोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। इसके कारण उनके पति की असमय मृत्यु हो गई थी। तब से इस तरह के दुर्भाग्य से बचने के लिए करवा चौथ का व्रत अटूट प्रेम का प्रतीक बन गया। करवा चौथ व्रत की शुरुआत कैसे करें? महिलाएं सूर्योदय से पहले सरगी यानी व्रत से पहले की डाइट लेकर व्रत की शुरुआत करती हैं। इसमें फल, मिठाई और अन्य पारंपरिक व्यंजन शामिल होते हैं। ये भोजन सास अपनी बहू के लिए बनाती हैं। इसके सेवन के बाद महिलाएं दिन भर पानी की एक बूंद नहीं पीती हैं। करवा चौथ व्रत के नियम क्या हैं? व्रत से जुड़े नियमों और परंपराओं में चंद्रोदय के समय का बहुत महत्व है क्योंकि चंद्रमा को देखने बाद ही व्रत तोड़ने का विधान है। इसके अलावा कुछ अन्य चीजें भी महत्वपूर्ण हैं। नीचे दिए गए ग्राफिक के जरिए इस बारे में जानें- करवा चौथ एक कठिन व्रत करवा चौथ का व्रत बहुत कठिन होता है क्योंकि इसमें सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक कुछ भी खाने-पीने की अनुमति नहीं होती है। हैरानी की बात तो ये है कि व्रत रखने के साथ-साथ महिलाओं को घर के सारे काम भी करने होते हैं। पूरे दिन उपवास करने के बाद महिलाएं शाम को पूजा करने के लिए एकत्रित होती हैं। इस दौरान वे चांद को देखकर अपना व्रत तोड़ती हैं। अधिकांश व्रती महिलाएं आखिरी समय की समस्याओं को कम करने के लिए पूजा सामग्री पहले से ही इकट्‌ठा करके रख लेती हैं। करवा चौथ व्रत कैसे तोड़ें? जब आसमान में चांद दिखाई दे, तभी व्रत खाेला जाता है। चांद देखकर व्रत तोड़ना करवा चौथ का एक इमोशनल मोमेंट है। क्योंकि यह व्रत की समाप्ति और पत्नी द्वारा अपने पति की सलामती के लिए की गई प्रार्थना काे रिप्रेजेंट करता है। चांद देखने के लिए व्रती महिलाएं अपने और चांद के बीच छलनी रखती हैं। छलनी से चांद देखने के बाद महिलाएं अपने पति का चेहरा देखती हैं। इसके बाद पति अपनी पत्नी को पानी पिलाकर उनका व्रत तुड़वाते हैं। करवा चौथ व्रत रखने के लिए सुझाव इस व्रत से पहले महिलाओं को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। व्रत की शुरुआत करने से पहले खूब पानी पिएं, ताकि दिनभर हाइड्रेटेड रहने में मदद मिल सके। अपनी सरगी की थाली में मसालेदार या ऑयली चीजें न शामिल करें। व्रत से एक दिन पहले ज्यादा खाने से बचें। इससे कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं खुद को प्रिऑरिटी देना न भूलें। इसके साथ ही इस दिन को प्रियजनों के साथ बिताएं। ज्यादा काम करने से बचें, क्योंकि बिना पानी और अन्न के शरीर में एनर्जी लेवल लो रहता है। इससे चक्कर या बेहोशी भी हो सकती है। व्रत के दौरान अगर आपको कोई हेल्थ कंसर्न हो तो डॉक्टर से सलाह लें। नीचे ग्राफिक के जरिए इस बारे में जानें कि करवा चौथ पर क्या करें और क्या न करें। …………………………… करवा चौथ से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए करवा चौथ के दिन कैसा हो आपका लुक: एक्सपर्ट से जानिए कपड़ों, गहनों, हेयर स्टाइल और मेहंदी के यूनीक आइडियाज करवा चौथ के दिन शादीशुदा महिलाएं सूर्योदय से लेकर रात को चांद निकलने तक कठोर निर्जला व्रत रखती हैं और ईश्वर से अपने पति की लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं। इस दिन शाम को महिलाएं सुंदर कपड़े पहनती हैं, सोलह शृंगार करती हैं और हथेलियों में मेहंदी सजाती हैं। महिलाओं के लिए इस दिन के महत्व को देखते हुए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं फैशन, ड्रेसिंग, मेकअप, स्टाइलिंग, मेंहदी और हेयर स्टाइल के कुछ यूनीक आइडियाज। इन एरिया में महारत रखने वाले एक्सपर्ट दे रहे हैं कुछ टिप्स। विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…