बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक आटा मिल में छापेमारी की। इस दौरान विभाग की टीम ने भारी मात्रा में मिलावटी आटे को पकड़ा। इस आटे में खड़िया मिट्टी, सेलखड़ी, स्किम्ड मिल्क पाउडर और भूसी जैसी चीजें मिलाई जा रही थीं। रोटी भारतीय भोजन का एक मुख्य हिस्सा है। इसे बनाने के लिए आटे की शुद्धता बेहद जरूरी है। लेकिन आजकल बाजार में मिलावटी आटा भी धड़ल्ले से बिक रहा है। यह न सिर्फ स्वाद को प्रभावित करता है, बल्कि सेहत के लिए भी नुकसानदायक है। इसलिए खाना बनाने से पहले यह जरूर चेक करें कि आपका आटा शुद्ध है या नहीं। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि असली और नकली आटे की पहचान कैसे करें। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: अनु अग्रवाल, डाइटीशियन और ‘वनडाइटटुडे’ की फाउंडर सवाल- गेहूं के आटे में किस तरह की चीजें मिलाई जाती हैं? जवाब- मिलावटखोर गेहूं के आटे में रंग निखारने और उसकी शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए कई तरह के हानिकारक पदार्थ मिलाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं। उदाहरण के लिए खड़िया मिट्टी और सेलखड़ी से आटे का रंग ज्यादा सफेद दिखता है, जिससे वह शुद्ध और आकर्षक लगता है। इसके अलावा आटे में स्किम्ड मिल्क पाउडर मिलाया जाता है। इससे रोटियां मुलायम बनती हैं और आटे की क्वालिटी बेहतर लगती है। वहीं गेहूं की भूसी सस्ते में उपलब्ध होती है, जिससे आटे की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। साथ ही मैदा मिलाने से आटा महीन लगता है। सवाल- मिलावटी आटा हमारी सेहत के लिए कितना नुकसान है? जवाब- डाइटीशियन अनु अग्रवाल बताती हैं कि मिलावटी आटा खाने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खड़िया मिट्टी में कैल्शियम कार्बोनेट होता है, जो हड्डियों और पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकता है। यह शरीर में टॉक्सिक सब्सटेंस को बढ़ाकर किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं स्किम्ड मिल्क पाउडर खाने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। मैदा मिलाने से आटे के पोषक तत्व कम हो जाते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि मिलावटी आटा खाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। सवाल- मिलावटी आटे की पहचान कैसे कर सकते हैं? जवाब- आपके घर में जो आटा इस्तेमाल हो रहा है, वह शुद्ध है या उसमें किसी तरह की मिलावट की गई है। यह जांचने के लिए नीचे ग्राफिक में दिए तरीके अपना सकते हैं। सवाल- बाजार से आटा खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- हर सफेद आटा शुद्ध हो, ऐसा बिल्कुल जरूरी नहीं है। आटे में चमक और उसकी शेल्फ लाइफ के लिए कई तरह के केमिकल और मिलावटी पदार्थ मिलाए जा सकते हैं। इसलिए बाजार से आटा खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी हैं। इसे इन पॉइंट्स से समझिए- सवाल-क्या सिर्फ गेहूं के आटे में मिलावट की संभावना रहती है? जवाब- गेहूं के आटे में ही नहीं, बल्कि कई तरह के अनाज के आटे में मिलावट की जा सकती है, जिससे उनकी क्वालिटी और न्यूट्रिशनल वैल्यू प्रभावित हो सकती है। जैसेकि- बेसन- पीली मिट्टी, हल्दी पाउडर या सस्ते दालों का मिश्रण मिलाया जा सकता है। मक्के का आटा- हल्दी या सिंथेटिक रंग मिलाया जा सकता है, जिससे उसका रंग गहरा दिखे। चावल का आटा- इसमें सफेदी बढ़ाने के लिए सस्ता स्टार्च मिलाया जा सकता है। सवाल- मिलावटखोर दुकानदारों के खिलाफ कैसे शिकायत कर सकते हैं? जवाब- अगर आपको किसी दुकान या ब्रांड के आटे में मिलावट का संदेह है तो आप खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) या संबंधित सरकारी विभागों में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। हर राज्य में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) का एक अलग विभाग होता है। आप अपने राज्य के FDA कार्यालय में जाकर या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन या पुलिस से शिकायत कर सकते हैं। सवाल- FSSAI के अनुसार उपभोक्ता को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? जवाब- FSSAI उपभोक्ताओं को सलाह देता है कि खरीदारी से लेकर इस्तेमाल करने तक आटे की क्वालिटी पर विशेष ध्यान दें। सही ब्रांड चुनें, घरेलू स्तर पर जांच करें और मिलावट मिलने पर शिकायत करने में तनिक भी संकोच न करें। शुद्ध आहार ही आपके स्वास्थ्य की कुंजी है। ……..……………
मिलावट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… जरूरत की खबर- लाल मिर्च में हो सकती है मिलावट:मिर्च पाउडर खरीदते हुए सावधान, ऐसे करें पहचान मिलावटी लाल मिर्च पाउडर से जुड़ी खबरें सामने आती हैं। बाजार में सस्ते दामों में मिलावटी मिर्च पाउडर भी मिलते हैं, जो देखने में बिल्कुल असली लगते हैं। हालांकि इसके इस्तेमाल से कई गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। इसलिए असली लाल मिर्च पाउडर की पहचान करना जरूरी है। पूरी खबर पढ़िए…