आपने अक्सर देखा होगा कि गर्मियों के मौसम में तेज धूप और उमस की वजह से लोगों की शरीर में घमौरियां हो जाती हैं। ये एक आम स्किन प्रॉब्लम है, जिससे बहुत से लोग परेशान रहते हैं। कई बार तो घमौरियां की वजह से रातों की नींद तक हराम हो जाती है क्योंकि इससे स्किन में तेज खुजली भी होती है। ये समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक किसी को भी हो सकती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, घमौरियां (हीट रैश) एक कॉमन स्किन कंडीशन है, जो तेज गर्मी या नमी के कारण होती है। हालांकि कुछ बुनियादी देखभाल व हाइजीन से इससे काफी हद तक राहत पाया जा सकता है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में घमौरियों के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. संदीप अरोड़ा, डर्मेटोलॉजिस्ट, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, दिल्ली सवाल- घमौरियां क्यों होती हैं? जवाब- ये स्किन से जुड़ी एक आम समस्या है, जो ज्यादातर गर्मी के मौसम में होती है। इसमें स्किन पर छोटे-छोटे लाल दाने निकल आते हैं और उसमें जलन या खुजली भी महसूस हो सकती है। ये दाने आमतौर पर गर्दन, पीठ और कमर के नीचे दिखाई देते हैं। इसका मुख्य कारण पसीने की ग्रंथियों में ब्लॉकेज माना जाता है। दरअसल पसीने की नमी के कारण स्किन में स्टेफाइलोकोकस नामक बैक्टीरिया पनपते हैं, जो रोम छिद्रों (Porse) को ब्लॉक कर देते हैं। इसके कारण पसीना बाहर नहीं निकल पाता और स्किन पर दाने उभर आते हैं। मेडिकल की भाषा में इसे ‘मिलियारिया’ कहा जाता है। इसे स्वेट रैश, हीट रैश या प्रिक्ली हीट भी कहते हैं। घमौरियों के कई कारण हो सकते हैं। जैसेकि- सवाल- किन लोगों को घमौरियों का खतरा ज्यादा होता है? जवाब- नवजात शिशुओं को जन्म के पहले कुछ हफ्तों में घमौरियां हो सकती हैं। दरअसल छोटे बच्चों को एडल्ट्स की तुलना में अपने शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में ज्यादा मुश्किल होती है। इसका एक कारण यह हो सकता है कि उनकी पसीने की नलियां (Sweat Ducts) पूरी तरह से विकसित नहीं होती हैं, जिससे उनके ब्लॉक होने की संभावना ज्यादा होती है। इसके अलावा और भी कुछ लोगों को घमौरियों का खतरा ज्यादा होता है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- घमौरियों के क्या लक्षण हैं? जवाब- घमौरियों के लक्षण काफी हल्के होते हैं। आमतौर इसमें स्किन पर छोटे-छोटे लाल रंग के दाने या फुंसियां उभर आती हैं। ये अक्सर गुच्छों में दिखाई देती हैं। इन दानों में खुजली, जलन या चुभन महसूस हो सकती है, जो काफी परेशान करने वाली होती है। कुछ मामलों में दानों में पानी जैसा तरल पदार्थ भी हो सकता है। सवाल- घमौरियां शरीर के किन हिस्सों पर ज्यादा होती हैं? जवाब- डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. संदीप अरोड़ा बताते हैं कि आमतौर पर घमौरियां शरीर के उन हिस्सों पर ज्यादा होती हैं, जहां पसीना अधिक आता है और हवा आसानी से नहीं पहुंच पाती है। जैसे कि- सवाल- घमौरियों से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? जवाब- इसके लिए गर्मी और उमस भरे मौसम में हल्के और ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनना चाहिए। इससे हवा पास होती है और पसीना आसानी से सूख जाता है। शरीर को ठंडा रखना भी जरूरी है, इसलिए घर में पंखा, कूलर या एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करें। इसके अलावा नियमित रूप से नहाएं और स्किन को साफ रखें, ताकि पसीने की ग्रंथियां ब्लॉक न हों। तेज धूप में निकलने व हैवी फिजिकल एक्टिविटी से बचें। अगर धूप में निकलना जरूरी हो तो सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। साथ ही कुछ और बातों का ध्यान रखें। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- क्या घमौरियों से राहत पाने के लिए कोई घरेलू नुस्खे भी हैं? जवाब- इसके लिए नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उससे नहाने से आराम मिल सकता है क्योंकि नीम में एंटी बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा ठंडे पानी की सिकाई से भी घमौरियों से राहत मिल सकती है। हालांकि यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये घरेलू नुस्खे केवल शुरुआती राहत दे सकते हैं। अगर घमौरियां ठीक नहीं होती हैं या उनमें पस पड़ जाता है तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे बेहतर है। नीचे दिए ग्राफिक से कुछ आम घरेलू नुस्खे समझिए- सवाल- क्या घमौरियों के निशान स्किन पर रह जाते हैं? अगर हां, तो उन्हें कैसे कम किया जा सकता है? जवाब- आमतौर पर घमौरियों के निशान स्किन पर नहीं रहते हैं। लेकिन अगर घमौरियों में इन्फेक्शन हो जाए तो हल्के निशान पड़ सकते हैं। इन निशानों को कम करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर स्किन लाइटनिंग क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही धूप से बचाव करें क्योंकि इससे निशान और डार्क हो सकते हैं। ……………….. जरूरत की ये खबर भी पढ़िए तेज धूप में बाहर निकलते हैं तो बरतें सावधानियां: साथ रखें ये 7 जरूरी चीजें, डॉक्टर से जानें कैसे रखें अपना ध्यान गर्मियों के मौसम में डिहाइड्रेशन, दस्त, सिरदर्द, स्किन रैशेज और घमौरियां जैसी समस्याएं आम हैं। इन प्रॉब्लम्स से खुद को बचाने का सबसे बेहतर तरीका यही है कि जब भी घर से बाहर निकलें तो पूरी सावधानी और तैयारी के साथ ही निकलें। पूरी खबर पढ़िए…