जरूरत की खबर- फ्रिज के ठंडे पानी से बचें:डॉक्टर से जानें 5 बड़े नुकसान, किन लोगों के लिए ज्यादा नुकसानदायक ठंडा पानी

उत्तर भारत में गर्मी अपना असर दिखाने लगी है। कई राज्यों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, जिससे लू जैसे हालात बनने लगे हैं। चिलचिलाती धूप और उमस भरी इस गर्मी से बचने के लिए लोग ठंडे पानी का सहारा लेते हैं। ज्यादातर लोग फ्रिज का ठंडा पानी पीते हैं या गिलास में बर्फ डालकर खुद को ताजगी का एहसास कराते हैं। ठंडा पानी भले ही पलभर की ठंडक दो देता है, लेकिन लंबे समय तक बर्फ का पानी पीना शरीर के लिए नुकसानदायक है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि फ्रिज का ठंडा पानी सेहत के लिए क्यों नुकसानदायक है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. नवनीत आर्या, एमडी, पंचकर्म, श्री साईं इंस्टीट्यूट आयुर्वेदिक रिसर्च एंड मेडिसिन, भोपाल सवाल- फ्रिज का ठंडा पानी सेहत के लिए कैसे नुकसानदायक है?
जवाब- डॉ. नवनीत आर्या बताते हैं कि हमारे शरीर का सामान्य तापमान करीब 98.6°F (37°C) होता है। जब हम ठंडा पानी पीते हैं तो शरीर को अपने सामान्य तापमान को बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे शरीर को अधिक एनर्जी खर्च करनी पड़ती है। इसके अलावा ठंडा पानी हमारे मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स को अब्जॉर्ब्ड करने में मुश्किल हो सकती है। सवाल- ठंडा पानी पीने से हमारी हार्ट हेल्थ पर क्या असर पड़ सकता है? जवाब- जब हम बहुत ठंडा पानी पीते हैं तो यह हमारी ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो सकता है। इससे अचानक हार्ट रेट्स तेज हो सकती हैं। खासकर अगर पहले से ही हार्ट डिजीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हैं तो ठंडा पानी पीने से हार्ट पर और अधिक तनाव पड़ सकता है। इसके अलावा ठंडा पानी पीने से शरीर का तापमान असंतुलित हो सकता है, जिससे हार्ट को सामान्य रूप से काम करने में मुश्किल हो सकती है। इसलिए डॉ. नवनीत आर्या सलाह देते हैं कि ठंडा पानी कम से कम पिया जाए, खासकर जिन लोगों की हार्ट डिजीज की हिस्ट्री है। सवाल- क्या ठंडा पानी पीने से वजन घटाने में समस्या हो सकती है? जवाब- डॉ. नवनीत आर्या बताते हैं कि ठंडा पानी पीने से पाचन तंत्र धीमा हो सकता है क्योंकि ठंडे पानी के कारण शरीर को उसे सामान्य तापमान तक लाने के लिए अधिक एनर्जी खर्च करनी पड़ती है। यह वजन घटाने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा ठंडा पानी पीने से शरीर के भीतर सूजन भी बढ़ सकती है, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। इसलिए वजन घटाने के लिए सामान्य या गुनगुना पानी पीना ही फायदेमंद है। सवाल- ठंडा पानी पीने से कब सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है? जवाब- सामान्यत: हमें ठंडे पानी से बचना चाहिए क्योंकि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। हालांकि कुछ खास परिस्थितियों में ठंडा पानी पीना पूरी तरह से अवॉयड करना चाहिए। जैसे अगर आप बहुत थके हुए हैं या फिर कड़ी एक्सरसाइज के बाद तुरंत ठंडा पानी पीते हैं तो यह आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा अगर आपको पाचन समस्याएं हैं या पेट में गैस और सूजन की समस्या है तो ठंडा पानी आपकी स्थिति को और बिगाड़ सकता है। नीचे दिए ग्राफिक में देखिए कि किन परिस्थितियों में हमें ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए। आइए, ग्राफिक में दिए इन पॉइंट्स के बारे में विस्तार से समझते हैं। पाचन में रुकावट
खाना खाने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने से पाचन प्रक्रिया धीमी हो सकती है। ठंडा पानी आंतों में पाचन एंजाइम्स को प्रभावित कर सकता है, जिससे अपच, गैस और पेट में दर्द हो सकता है। मसल्स को नुकसान
एक्सरसाइज के दौरान हमारा शरीर गर्म हो जाता है और मसल्स एक्टिव हो जाती हैं। इस समय ठंडा पानी पीने से शरीर का तापमान अचानक गिर सकता है, जिससे मसल्स में ऐंठन (क्रैम्प) और दर्द होने लगता है। इसके अलावा ठंडा पानी ब्लड सर्कुलेशन को भी धीमा कर सकता है, जिससे मसल्स को सही तरीके से ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता है और रिकवरी में दिक्कत होती है। धूप के बाद
ठंडा पानी पीना खतरनाक जब हम गर्मी में या तेज धूप में ज्यादा समय बिताते हैं तो हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। ऐसे में अचानक बहुत ठंडा पानी पी लेने से शरीर को झटका (शॉक) लग सकता है। इससे सर्दी, बुखार या कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गैस्ट्रिक या पेट संबंधी समस्याएं होने पर
अगर किसी को पहले से गैस्ट्रिक, एसिडिटी या पेट में जलन की समस्या है तो ठंडा पानी पीने से ये समस्याएं और बढ़ सकती हैं। ठंडा पानी पेट में एसिड को बढ़ा सकता है और अल्सर जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। गले में खराश या खांसी होने पर
जब पहले से ही खांसी या गले में खराश हो तो ठंडा पानी पीने से गले की मसल्स सिकुड़ सकती हैं, जिससे समस्या और बढ़ सकती है। ठंडा पानी गले में सूजन को बढ़ा सकता है और खांसी को तेज कर सकता है। इसके अलावा ठंडा पानी रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट (सांस नली) को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। सर्दी और फ्लू के दौरान न पिएं
ठंडा पानी सर्दी, जुकाम या फ्लू के दौरान ठंडा पानी पीने से समस्या और बढ़ सकती है। ठंडा पानी गले में इन्फेक्शन और सूजन को बढ़ा सकता है, जिससे ठीक होने में ज्यादा समय लग सकता है। इस दौरान गुनगुना पानी पीना बेहतर है। इससे गले को राहत मिलती है और जल्दी रिकवरी में मदद मिलती है। हार्ट डिजीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में ठंडा पानी पीने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ सकती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर में अचानक उतार-चढ़ाव हो सकता है। इस बदलाव से दिल पर दबाव बढ़ सकता है और दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है। सवाल- गर्मी में पीने के पानी का सही तापमान क्या होना चाहिए? जवाब- गर्मी में पानी का तापमान सामान्य होना चाहिए। यानी न तो बहुत ठंडा और न ही गर्म। इस मौसम में पानी का तापमान सामान्य (लगभग 20-25°C) होना चाहिए क्योंकि यह शरीर के तापमान के करीब होता है और पानी को अवशोषित करने में मदद करता है। इसलिए, सामान्य तापमान वाला पानी शरीर को ठंडा करने और हाइड्रेटेड रहने के लिए सबसे सही होता है। …………………… जरूरत की ये खबर की पढ़ें… जरूरत की खबर- क्या आपका पीने का पानी शुद्ध है:डॉक्टर से जानें TDS क्या है, ये क्यों जरूरी, कैसे करें चेक, कितनी मात्रा है सही आजकल शहर से लेकर गांव तक शुद्ध और स्वच्छ जल चुनौती बनता जा रहा है। आज बड़े शहरों में आपको अधिकांश घरों में रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) सिस्टम लगे मिल जाएंगे। हालांकि RO लगवाने के साथ-साथ पानी की गुणवत्ता के लिए टोटल डिजॉल्वड सॉलिड्स यानी TDS का ध्यान रखना भी जरूरी है। TDS का संतुलन बिगड़ने से पानी सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। पूरी खबर पढ़िए…