जरूरत की खबर- मकान किराए पर देने से पहले सावधान:जानें क्या है नया ‘रेंट स्कैम’, GST नोटिस का खतरा, ASP ने दी जरूरी सलाह

अगर आप किसी को मकान किराए पर देते हैं या देने की योजना बना रहे हैं तो सतर्कता बरतने की जरूरत है। इन दिनों एक नया ‘रेंट स्कैम’ सामने आया है। इसमें ठग आपके एड्रेस का इस्तेमाल करके GST फ्रॉड कर सकते हैं। हाल ही में इंदौर के एडिशनल एसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर इस ठगी का खुलासा किया है। इस स्कैम में ठग पहले ईमानदार किराएदार बनकर कानूनी तरीके से रेंट एग्रीमेंट कराते हैं और सिक्योरिटी डिपॉजिट करते हैं। कुछ दिनों बाद वह बिना किसी विवाद के मकान खाली कर देते हैं, जिससे मकान मालिक को कोई शक नहीं होता। मकान मालिक को लगता है कि उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन असली परेशानी तब शुरू होती है, जब उसके पते पर GST का नोटिस आता है। दरअसल वह किराएदार वहां अपना फर्जी GST अकाउंट रजिस्टर करवा लेता है और भारी टैक्स लायबिलिटी छोड़कर फरार हो जाता है। तो चलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि इस नए ‘रेंट स्कैम’ से कैसे बच सकते हैं? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. प्रशांत चौबे, एडिशनल एसपी, इंदौर सवाल- यह नया रेंट स्कैम क्यों खतरनाक है? जवाब- पहले किराएदारों से जुड़े ज्यादातर फ्रॉड किराया न चुकाने, सिक्योरिटी डिपॉजिट न करने या मकान खाली न करने तक सीमित थे। लेकिन यह स्कैम सीधे सरकारी टैक्स और कानूनी दांव-पेंच से जुड़ा है, जिससे निकलना मकान मालिकों के लिए मुश्किल हो सकता है। इस स्कैम में किराएदार के बारे में पता लगाना भी मुश्किल हो सकता है क्योंकि वह फर्जी डॉक्यूमेंट्स देकर मकान किराए पर लेता है और बाद में फरार हो जाता है। ऐसे में यह साबित करना कि GST लायबिलिटी आपकी नहीं, बल्कि फर्जी किराएदार की थी, बहुत लंबा समय लग सकता है। सवाल- इस रेंट स्कैम से कैसे बच सकते हैं? जवाब- इंदौर के एडिशनल एसपी डॉ. प्रशांत चौबे बताते हैं कि रेंट स्कैम से बचने के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। मकान मालिकों को सही डॉक्यूमेंट्स की जांच, पुलिस वेरिफिकेशन और रेंट एग्रीमेंट पर खास ध्यान देना चाहिए। किसी भी किराएदार को बिना पूरी जांच-पड़ताल के घर देना जोखिम भरा हो सकता है। थोड़ी सी सतर्कता आपको बड़े कानूनी और फाइनेंशियल झंझट से बचा सकती है। मकान किराए पर देने से पहले नीचे ग्राफिक में दी गई इन बातों का ध्यान जरूर रखें। सवाल- मेरे पते पर कोई फेक GST रजिस्ट्रेशन तो नहीं है, यह कैसे चेक कर सकते हैं? जवाब- अगर आपको शक है कि आपके पते का गलत इस्तेमाल करके किसी ने फर्जी GST रजिस्ट्रेशन कराया है तो आप आसानी से ऑनलाइन इसकी जांच कर सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें। सवाल- घर के एड्रेस पर कोई फर्जी GST रजिस्ट्रेशन मिलने पर क्या करें? जवाब- ऐसी स्थिति में GST पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। साथ ही आप संबंधित राज्य के GST विभाग की ईमेल आईडी पर शिकायत कर सकते हैं। GST कस्टमर केयर नंबर 1800-103-4786 पर कॉल करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यहां ओनरशिप सर्टिफिकेट जैसे रेंट एग्रीमेंट, बिजली बिल, आधार डिटेल दिखाकर फर्जी रजिस्ट्रेशन को रद्द करा सकते हैं। सवाल- रेंट स्कैम का शिकार होने पर मकान मालिक को क्या करना चाहिए? जवाब- अगर आप रेंट स्कैम का शिकार हो गए हैं घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। सबसे पहले नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में इसकी शिकायत दर्ज करें। इसके बाद GST विभाग को सूचित करें और अगर कोई नोटिस आया है तो उसका सही तरीके से जवाब दें। इसके अलावा कानूनी सलाह लेना भी जरूरी है, जिससे आप समझ सकें कि आगे क्या कदम उठाने चाहिए। सवाल- रेंट एग्रीमेंट बनवाते समय मकान मालिक को किन अहम बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- भविष्य में किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए एग्रीमेंट की अवधि स्पष्ट रूप से तय होनी चाहिए। इसके बाद किराए की रकम और भुगतान की शर्तों का जिक्र होना जरूरी है, जिसमें भुगतान की तारीख और तरीका (कैश, बैंक ट्रांसफर या चेक) शामिल हो। इसमें यह भी तय होना चाहिए कि डिपॉजिट की वापसी कैसे होगी और किन परिस्थितियों में कटौती की जा सकती है। इसके अलावा, पानी, बिजली, मेंटेनेंस और अन्य बिलों का भुगतान कौन करेगा, यह भी साफ-साफ लिखा जाना चाहिए। इससे भविष्य में किसी तरह की गलतफहमी न हो। इसके अलावा कुछ बातों का ध्यान रखें। जैसेकि- इन सभी पॉइंट्स को ध्यान में रखते हुए रेंट एग्रीमेंट बनाने से भविष्य में किसी भी विवाद से बचा जा सकता है। ……..………… जरूरत की ये खबर भी पढ़ें… जरूरत की खबर- आईपीएल टिकट स्कैम से बचने के टिप्स:आईपीएल स्कैम की शिकार हुई महिला, गंवाए हजारों रुपए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 की शुरुआत 22 मार्च से हो चुकी है। अधिकांश लोग मैच देखने के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं। हालांकि कई फेक वेबसाइट्स भी हैं, जिनसे बुकिंग करने पर स्कैम का शिकार बन सकते हैं। पूरी खबर पढ़िए…