जरूरत की खबर- मिलावटी शहद से होती कई गंभीर बीमारियां:खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान, जानें असली और मिलावटी में अंतर

चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक शहद का उत्पादक तुर्की है। लेकिन हाल ही में आई खबरों ने सभी को हैरान कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के शहद में चीनी समेत कई नुकसानदायक चीजों की मिलावट की जा रही है। स्थानीय पुलिस ने कुछ महीनों में करीब ढाई करोड़ यूरो की कीमत की मिलावटी शहद जब्त की है। मिलावट का ये खेल केवल तुर्की में ही नहीं है। भारत में भी बड़े पैमाने पर शहद में मिलावट होती है। जनहित के लिए काम करने वाली जानी-मानी संस्था ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट’ (CSE) ने साल 2020 में एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके मुताबिक, देश के कई बड़े ब्रांड के शहद में मिलावट पाई गई थी। नेचुरल शहद हमारी सेहत के लिए जितना फायदेमंद है, उतना ही मिलावटी शहद नुकसानदायक है। ऐसे में इसकी पहचान करना बेहद जरूरी है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में शहद के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: अनु अग्रवाल, डाइटीशियन और ‘वनडाइटटुडे’ की फाउंडर सवाल- मिलावटी शहद में किस तरह की चीजों की मिलावट की जाती है? जवाब- मिलावटी शहद आमतौर पर अपने रूप, रंग और स्वाद में नेचुरल शहद की तरह ही होते हैं। मिलावटखोर ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए इसमें कई तरह की चीजों की मिलावट करते हैं। इसमें चीनी या चीनी के घोल की मिलावट सबसे आम है। इसके अलावा ग्लूकोज सिरप, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, पानी, गुड़ या स्टार्च सिरप मिलाते हैं। सवाल- मिलावटी शहद खाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं? जवाब- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, मिलावटी शहद खाने से ब्लड शुगर बढ़ जाता है, जिससे डायबिटीज और मोटापा हो सकता है। साथ ही इससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इससे सबसे अधिक प्रभावित होने वाला ऑर्गन लिवर है, उसके बाद किडनी, हार्ट और फिर ब्रेन है। मिलावटी शहद में शक्कर समेत कई अन्य एडिटिव्स होते हैं, जो पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। इससे डायबिटिक लोगों को ज्यादा समस्या हो सकती है। वहीं कुछ लोगों में ये एलर्जी का कारण भी बन सकता है। इससे स्किन पर चकत्ते, खुजली या सांस लेने में समस्या हो सकती है। मिलावटी शहद हमारी सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- भारत में शहद में मिलावट की क्या स्थिति है? जवाब- भारत सबसे ज्यादा शहद उत्पादन करने वाले टॉप पांच देशों में शामिल है। देश में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए साल 2000 में ‘नेशनल बी बोर्ड’ का गठन किया गया था। हालांकि यहां भी शहद में मिलावट की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं। ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट’ (CSE) ने दिसंबर 2020 में देश में कई ब्रांडेड शहद की जांच की थी। इसमें कई मशहूर ब्रांड्स के शहद टेस्ट में फेल हो पाए गए थे। CSE की जांच में इन कंपनियों के शहद में 77% मिलावट पाई गई थी। हालांकि कंपनियों ने दावा किया था कि वह फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के मानकों पर खरे हैं। सवाल- मिलावटी शहद की पहचान कैसे कर सकते हैं? जवाब- असली शहद गाढ़ा होता है और धीरे-धीरे बहता है, जबकि मिलावटी शहद पतला होता है और जल्दी बहता है। असली शहद में एक अलग तरह की मिठास होती है। मिलावटी शहद अक्सर सामान्य या बहुत ज्यादा मीठा होता है। असली शहद में एक मीठी और फूलों की सुगंध होती है। मिलावटी शहद में अक्सर कोई सुगंध नहीं होती है। FSSAI ने शहद को जांचने के कुछ आसान तरीके बताए हैं। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- बाजार से शहद खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- बाजार में मिलावटी शहद की समस्या आम है, इसलिए खरीदारी करते समय सावधानी बरतना जरूरी है। इससे आप शुद्ध और अच्छी क्वालिटी वाला शहद खरीद सकेंगे। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखें। जैसेकि- सवाल- क्या खुला शहद खरीदना सही है? जवाब- डाइटीशियन अनु अग्रवाल बताती हैं कि स्थानीय मधुमक्खी पालकों से शहद खरीदना एक अच्छा विकल्प है। हालांकि इसे खरीदते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। सवाल- शहद में मिलावट की शिकायत कहां और कैसे कर सकते हैं? जवाब- अगर आपको किसी दुकान या ब्रांड के शहद में मिलावट काे लेकर डाउट है तो आप FSSAI के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही संबंधित विभाग में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा हर राज्य में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) का एक अलग विभाग होता है। इसके लिए आप अपने राज्य के FDA ऑफिस में जाकर या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जिला प्रशासन या पुलिस से भी इसकी शिकायत कर सकते हैं। आरोप सही पाए जाने के बाद कंपनी और दुकान पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। …………………… जरूरत की ये खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर- सरसों के तेल में खतरनाक मिलावट: घर में ही टॉयलेट क्लीनर से करें मिलावट की पहचान मिलावटी तेल हमारी सेहत के लिए धीमा जहर है। इसके लगातार सेवन से हार्ट, किडनी और लिवर से जुड़ी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए तेल खरीदते समय सतर्कता बरतना जरूरी है। साथ ही खाना बनाने से पहले तेल की शुद्धता देखना न भूलें। पूरी खबर पढ़िए…