जरूरत की खबर- मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी:सरकार कभी खुद फोन करके लोन नहीं देती, जानें अप्लाई करने का सही नियम

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुद्रा लोन के नाम पर एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। युवक ने ऑनलाइन मुद्रा लोन के लिए अप्लाई किया था। साइबर ठगों ने लोन के पैसे आने से पहले रजिस्ट्रेशन और इंश्योरेंस के नाम पर उससे कई बार पैसे ट्रांसफर कराए। इसके बाद पीड़ित की UPI ID और OTP मांगकर उसके बैंक अकाउंट से कुल 65,148 रुपए निकाल लिए। अकाउंट से पैसे कटने पर जब पीड़ित ने संपर्क करने की कोशिश की तो साइबर ठगों ने फोन उठाना बंद कर दिया। फिलहाल पीड़ित ने पुलिस से मामले की शिकायत की है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है। लोगों को छोटा व्यवसाय शुरू करने के लिए आसानी से लोन मिल सके, इस उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 8 अप्रैल, 2015 को इसकी शुरूआत की थी। हालांकि साइबर ठग लोगों को कम ब्याज दर और जल्दी लोन दिलाने के नाम पर भी ठग रहे हैं। तो चलिए, आज जरूरत की खबर बात करेंगे कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर होने वाले फ्रॉड से कैसे बचें। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: लखनवीर सिंह, डिप्टी मैनेजर, येस बैंक, मुंबई सवाल- साइबर ठग लोगों को मुद्रा लोन के नाम पर कैसे अपना शिकार बना रहे हैं? जवाब- साइबर ठग मुद्रा लोन के नाम पर लोगों को ठगने के लिए फोन कॉल, मैसेज और फेक सोशल मीडिया विज्ञापनों का सहारा लेते हैं। वे लोगों को सस्ते ब्याज दर पर जल्द-से-जल्द लोन दिलाने का झांसा देते हैं। इसके लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने और अलग-अलग चार्ज के नाम पर हजारों रुपए की ठगी करते हैं। नीचे दिए ग्राफिक से इस स्कैम को समझिए- सवाल- मुद्रा लोन के नाम पर होने वाली ठगी से कैसे बचें? जवाब- साइबर ठग फोन करके जल्दी लोन अप्रूव कराने का लालच देते हैं। हमेशा ध्यान रखें कि मुद्रा लोन के लिए कोई भी बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन कभी खुद से कॉल नहीं करता है। अगर आपको ऐसा कोई कॉल या मैसेज आता है तो यह फ्रॉड है। इसके अलावा साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए भी लोगों को ठगते हैं। ऐसे किसी भी एप या वेबसाइट पर अपनी पर्सनल जानकारी शेयर न करें। नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि इस स्कैम से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। सवाल- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना क्या है? जवाब- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना छोटे व्यवसायियों के लिए बनाई गई है। इसमें छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स चलाने वाले, रेहड़ी पटरी दुकानदार, फल-सब्जी विक्रेता, ट्रक ऑपरेटर, फूड सर्विस यूनिट्स चलाने वाले, रिटेल दुकानदार या मशीन ऑपरेटर जैसे लोग शामिल हैं। यह योजना गैर-कृषि क्षेत्र के छोटे व्यवसायियों को बिना किसी गारंटी के 20 लाख रुपए तक का लोन देती है। इस लोन को चुकाने के लिए 5 साल तक का समय दिया जाता है। इसे चार कैटेगरी में बांटा गया है। शिशु: इस कैटेगरी के तहत 50,000 रुपए तक का लोन मिलता है। किशोर: इस कैटेगरी के तहत 50,000 रुपए से 5 लाख रुपए तक का लोन मिलता है। तरुण: इस कैटेगरी के तहत 5 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक का लोन मिलता है। तरुण प्लस: इस कैटेगरी के तहत 10 लाख रुपए से 20 लाख रुपए तक का लोन मिलता है। सवाल- प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना में किस काम लिए लोन मिलता है? जवाब- इस योजना के तहत पुराने बिजनेस को चलाने या नया छोटे बिजनेस शुरू करने के लिए लोन ले सकते हैं। इसके लिए कुछ जरूरी योग्यता होनी चाहिए। सवाल- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लिए आवेदन करने का सही प्रोसेस क्या है? जवाब- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत मुद्रा लोन लेने के लिए अपने नजदीकी बैंक या गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं (NBFC) की शाखा में संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए इस प्रोसेस को फॉलो करें। ………………
साइबर क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… जरूरत की खबर- महाकुंभ की आड़ में ऑनलाइन ठगी:होटल-टेंट की फेक वेबसाइट्स से सावधान महाकुंभ को लेकर साइबर क्रिमिनल्स भी एक्टिव हो गए हैं, जो होटल या टेंट सिटी कॉटेज में बुकिंग के नाम पर श्रद्धालुओं को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसे लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइबर फ्रॉड से सतर्कता बरतने के लिए आगाह किया है। पूरी खबर पढ़िए…