गर्मियों का मौसम है। बाजार में AC, फ्रिज और वॉशिंग मशीन की खरीदारी जोरों पर है। लोग ब्रांड, कीमत और फीचर्स देखकर फैसला करते हैं कि कौन-सा मॉडल घर लाना है। लेकिन इस सबके बीच एक छोटी-सी चीज अक्सर नजरअंदाज हो जाती है, वह है स्टार रेटिंग। दरअसल स्टार रेटिंग यह तय करती है कि आपका नया AC या फ्रिज महीने के बिजली बिल में राहत देगा या बोझ बढ़ाएगा। लेकिन सवाल यह है कि ये स्टार्स आते कहां से हैं? कौन तय करता है कि किसी डिवाइस को 3 स्टार मिले या 5 स्टार। क्या इन रेटिंग्स पर वाकई भरोसा किया जा सकता है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि स्टार रेटिंग का मतलब क्या होता है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: शशिकांत उपाध्याय, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर, अहमदाबाद सवाल- इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की स्टार रेटिंग क्या होती है? जवाब- स्टार रेटिंग किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) को बताने वाला एक मानक है। इसे 1 से 5 स्टार के स्केल पर दर्शाया जाता है। इसका सीधा मतलब यह है कि जितने ज्यादा स्टार, उतनी कम बिजली की खपत। अगर आप 1 स्टार और 5 स्टार AC की तुलना करें तो दोनों कमरे को ठंडा तो कर देंगे, लेकिन 5 स्टार AC वही काम कम बिजली में करेगा यानी महीने के बिल में फर्क साफ दिखेगा। जैसेकि- सवाल- यह स्टार रेटिंग कौन देता है? जवाब- भारत में इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की स्टार रेटिंग BEE (Bureau of Energy Efficiency) तय करती है। यह संस्था भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है। BEE हर डिवाइस की ऊर्जा खपत, परफॉर्मेंस और एफिशिएंसी जैसे मानकों पर टेस्टिंग करवाता है। उसी आधार पर उसे 1 से 5 स्टार तक की रेटिंग देता है। यह रेटिंग पूरी तरह से सरकारी प्रक्रिया के तहत तय होती है, यानी यह किसी ब्रांड की मर्जी से नहीं दी जाती, बल्कि विज्ञान और डेटा पर आधारित होती है। इसलिए जब भी किसी इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट पर स्टार रेटिंग देखें तो यह समझें कि यह एक भरोसेमंद सरकारी संकेत है कि वह डिवाइस बिजली की कितनी बचत करेगा। सवाल- 1 से लेकर 5 तक स्टार रेटिंग का मतलब क्या होता है? जवाब- अगर एक 1-स्टार फ्रिज साल भर में 400 यूनिट बिजली खर्च करता है तो उसी कैटेगरी का 5-स्टार फ्रिज सिर्फ 250-275 यूनिट में काम कर सकता है। इससे आपके बिजली बिल में सालाना सैकड़ों रुपए की बचत हो सकती है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- क्या 5-स्टार रेटिंग प्रोडक्ट की क्वालिटी बेहतर होती है? जवाब- यह एक आम भ्रम है कि 5-स्टार प्रोडक्ट यानी सबसे अच्छी क्वालिटी वाला प्रोडक्ट। स्टार रेटिंग प्रोडक्ट की क्वालिटी नहीं, बल्कि उसकी बिजली बचाने की क्षमता (energy efficiency) को दर्शाती है। 5-स्टार रेटिंग वाला AC जरूरी नहीं कि परफॉर्मेंस, कूलिंग या टिकाऊ भी हो। वह बस यह बताता है कि वह कम बिजली खर्च करता है। इसलिए प्रोडक्ट खरीदते समय रेटिंग के साथ-साथ क्वालिटी, फीचर्स और ब्रांड की भी देखें। सवाल- क्या स्टार रेटिंग समय के साथ बदल सकती है? जवाब- हां, स्टार रेटिंग स्थायी नहीं होती है। BEE समय-समय पर अपने एनर्जी एफिशिएंसी के मानकों को अपडेट करती है। इसका मतलब यह है कि जो प्रोडक्ट आज 5-स्टार है, वह आने वाले 2-3 सालों में उसी तकनीक के साथ सिर्फ 3-स्टार का हो सकता है। हर साल टेक्नोलॉजी बेहतर होती है। एनर्जी बचत के स्टैंडर्ड्स और सख्त हो जाते हैं। इसलिए अगर आपके पास कोई पुराना प्रोडक्ट है, जिसमें 5 स्टार लगे हैं तो जरूरी नहीं कि वह आज के हिसाब से भी उतना ही एफिशिएंट हो। सवाल-यह कैसे चेक करें कि स्टार रेटिंग असली है या नहीं? जवाब- AC, फ्रिज जैसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स पर आजकल BEE लेबल के साथ एक QR कोड भी दिया होता है। मोबाइल कैमरे या QR स्कैनर एप से इस कोड को स्कैन करें। इससे सीधे BEE के आधिकारिक डेटाबेस में उस प्रोडक्ट की डिटेल्स खुल जाएंगी। अगर लेबल पर QR कोड या यूनिक कोड नहीं है। या फिर स्कैन करने पर जानकारी नहीं खुल रही है तो यह फर्जी हो सकता है। सवाल- नई AC खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- नई AC खरीदने से पहले सबसे पहले यह देखें कि आपका कमरा कितने वर्ग फीट का है। छोटे कमरे के लिए 1 टन, मीडियम के लिए 1.5 टन और बड़े कमरे के लिए 2 टन का AC बेहतर रहेगा। इसके बाद इन्वर्टर या नॉन-इन्वर्टर AC में से चुनें। इन्वर्टर AC थोड़े महंगे होते हैं, लेकिन बिजली की खपत कम करते हैं।
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