जाट फिल्म से विवादित सीन हटाया:पंजाब में FIR के बाद फैसला; सनी देओल-रणदीप हुड्डा भी आरोपी बनाए थे

पंजाब के जालंधर में बॉलीवुड एक्टर सनी देओल और रणदीप हुड्डा पर FIR दर्ज हुई है। उनके साथ 3 और भी लोग शामिल हैं। ईसाई समुदाय का आरोप है कि जाट फिल्म के एक सीन से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसको लेकर उन्होंने जालंधर में विरोध प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने की मांग उठाई है। प्रदर्शन के बाद जालंधर के सदर थाने में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार, निर्देशक गोपी चंद, निर्माता नवीन मालिनेनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जाट फिल्म 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। रणदीप हुड्डा हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले वह फिल्म के प्रमोशन के लिए रोहतक पहुंचे थे। अब पढ़िए ईसाई समुदाय के नेता की शिकायत में 2 बड़ी बातें… 1. रणदीप हुड्‌डा ने ईसा मसीह का अनादर किया
ईसाई समुदाय के नेता विकलाव गोल्डी ने 15 अप्रैल को जालंधर कमिश्नरेट पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने कहा था- कुछ दिन पहले सिनेमाघरों में जाट फिल्म रिलीज हुई। फिल्म में रणदीप हुड्डा ने हमारे ईसा मसीह और हमारे धर्म में इस्तेमाल की जाने वाली पवित्र चीजों का अनादर किया। रणदीप हुड्डा चर्च के अंदर प्रभु ईसा मसीह की तरह खड़े थे और हमारे शब्द आमीन का अनादर किया गया। 2. ईसा मसीह के विरोधी चर्चों पर हमला करेंगे
उन्होंने कहा कि फिल्म में यह भी कहा गया कि आपके प्रभु ईसा मसीह सो रहे हैं और उन्होंने मुझे भेजा है। ऐसे में जो लोग ईसा मसीह के विरोधी हैं, वे ऐसी फिल्में देखकर हमारे चर्चों पर हमला करेंगे। इसे देखकर देश-विदेश में रहने वाले ईसाई समुदाय में गुस्सा है। FIR दर्ज करने के लिए 2 दिन का टाइम दिया था
ईसाई समुदाय के नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को FIR दर्ज करने के लिए 2 दिन का टाइम दिया था। उन्होंने केस दर्ज न करने पर बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया था। अब 2 दिनों के अंदर गुरुवार को पुलिस ने FIR दर्ज कर ली। पुलिस बोली- एक्टरों को जांच के लिए बुलाया जाएगा
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के जॉइंट कमिश्नर संदीप शर्मा ने कहा कि जल्द केस में नामजद किए गए सभी अभिनेताओं को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा। इसे लेकर उन्हें पहले नोटिस जारी किया जाएगा। इन फिल्मों पर भी हुआ विवाद L2: एंपुरान फिल्म विवाद- मोहनलाल की फिल्म L2: एंपुरान भी गुजरात दंगों और हिंसा के सीन्स के चलते विवादों से घिर गई। फिल्म को बैन करने की मांग हुई और कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुआ। विवाद बढ़ने के बाद केरला की सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने फिल्म को दोबारा देखा और 17 सीन में बदला की मांग की। विवादों से बचने के लिए मेकर्स को फिल्म रिलीज होने के बावजूद इसमें बदलाव करने पड़े थे। फुले विवाद, टालनी पड़ी रिलीज डेट- प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर फिल्म फुले 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी, लेकिन विवाद के चलते मेकर्स को रिलीज टालनी पड़ी है। फिल्म पर जातिवाद फैलाने के आरोप लग रहे हैं। विवादों के चलते फिल्म की रिलीज डेट 25 अप्रैल कर दी गई है। वहीं, सीबीएफसी ने इसे ‘यू’ सर्टिफिकेट दिया है। सेंसर बोर्ड ने मेकर्स को इसमें कई बदलाव करने के लिए भी कहा। फिल्म की रिलीज टालने को लेकर अनुराग कश्यप भड़क गए हैं। छावा फिल्म विवाद- फिल्म छावा के मेकर्स पर इतिहास के तथ्यों के गलत तरह पेश करने के आरोप लगे थे। मेकर्स के खिलाफ कई शिकायतें भी दर्ज हुई थीं। आरोप थे कि फिल्म छावा में गणोजी और कान्होजी नाम के दो किरदारों को गलत तरीके से पेश किया गया है। गणोजी और कान्होजी, संभाजी महाराज को धोखा देकर औरंगजेब के साथ मिलते दिखाए गए हैं। गणोजी और कान्होजी शिर्के के 13वें वंशज लक्ष्मीकांत राजा शिर्के ने कहा कि उनके पूर्वजों को फिल्म में गलत तरीके से पेश किया गया है। इनके अलावा कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी भी लंबे विवाद में फंसी थी। सिख समुदाय ने फिल्म रिलीज करने की मांग करते हुए देशभर में विरोध प्रदर्शन किए थे। आरोप थे कि फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरह पेश किया गया है। इसके अलावा, केसरी 2, नेटफ्लिक्स की महाराज भी विवादों में रह चुकी हैं।