मॉडलिंग से पहचान बनाने वाले रोहमन शॉल को कई लोग सुष्मिता सेन के एक्स-बॉयफ्रेंड के तौर पर भी जानते हैं। लेकिन अब वह अपने करियर और खुद पर फोकस कर रहे हैं। एक्टिंग में आने के बाद उन्होंने खुद को नए नजरिए से देखा और समझा। हाल ही में, दैनिक भास्कर से खास बातचीत में उन्होंने अपने करियर, रिलेशनशिप और जिंदगी में आए बदलावों पर खुलकर बात की। पर्सनल लाइफ ने प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अटेंशन खींची, कैसे बैलेंस किया? दरअसल, रोहमन की पर्सनल लाइफ, खासतौर पर सुष्मिता सेन के साथ उनके रिश्ते ने प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अटेंशन खींची। लेकिन उन्होंने इसे कभी प्रेशर नहीं बनने दिया। रोहमन ने कहा, ‘शुरुआत में मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था कि लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं। लेकिन जब मेरा रिलेशनशिप खत्म हुआ और मैंने एक्टिंग शुरू की, तो यही मेरा इमोशनल सपोर्ट बन गया। एक्टिंग से मुझे मेंटली और इमोशनली सुकून मिला। कई बार कोई सीन आपको अंदर से ठीक कर देता है और आपको पता भी नहीं चलता। लेकिन जब आप सीन से बाहर आते हैं, तो राहत महसूस होती है।’ रिलेशनशिप की चर्चा कभी भारी पड़ी? रोहमन इस सवाल पर मुस्कुराते हैं और बेझिझक जवाब देते हैं, ‘जिसका नाम मेरे साथ जोड़ा जाता रहा, वो एक लीजेंड हैं। ये मेरी लाइफ का हिस्सा था और रहेगा। मुझे इस पर गर्व है कि मैंने एक खूबसूरत रिश्ता जिया। इसमें गलत क्या है? प्यार करना गलत नहीं होता। मैं आज भी उस रिश्ते को खूबसूरत मानता हूं और इससे जुड़ी बातों पर कभी कोई शिकायत नहीं रही।’ ब्रेकअप के बाद लाइफ में क्या बदलाव आए? ब्रेकअप के बाद रोहमन ने खुद को वक्त दिया और अपने बारे में समझा। ‘मुझे तीन साल लगे ये समझने में कि प्यार में आगे बढ़ने के लिए पहले खुद से प्यार करना जरूरी है। जब आप खुद को एक्सेप्ट नहीं करते, तो आप किसी और के साथ भी पूरी तरह खुश नहीं रह सकते। यही वजह है कि कई रिश्ते नहीं चलते। अब मुझे लगता है कि जब मैं अगली बार किसी रिश्ते में जाऊंगा, तो उसमें पुराना कोई भी बोझ नहीं रहेगा।’ क्या अब भी प्यार पर भरोसा है? रोहमन हंसते हुए कहते हैं, ‘बिल्कुल, प्यार पर पूरा भरोसा है। पहले करियर, फिर प्यार- अब यही फॉर्मूला है। पहले खुद को सेट कर लूं, फिर प्यार भी हो ही जाएगा। अभी रिलेशनशिप स्टेटस की बात करें, तो बिल्कुल सिंगल हूं। लेकिन अब मैं मेंटली किसी नए रिश्ते के लिए तैयार हूं। देखते हैं, आगे क्या होता है।’ क्या मॉडलिंग से एक्टिंग में शिफ्ट होना मुश्किल रहा? रोहमन ने बताया कि शुरुआत में उन्हें खुद पर शक था, लेकिन धीरे-धीरे कॉन्फिडेंस बढ़ा। ‘इंडस्ट्री में एक टर्म इस्तेमाल किया जाता है – प्रिटी फेस बट दे कांट एक्ट यानी मॉडल्स अच्छे एक्टर्स नहीं बन सकते। ये सुन-सुनकर मुझे भी लगने लगा कि हम सिर्फ पोज दे सकते हैं, एक्टिंग हमारे बस की बात नहीं। फिर एक बड़ा झटका तब लगा, जब मुझे एक फिल्म के लिए फाइनल कर लिया गया था, लेकिन फिर अचानक बिना किसी वजह के रिप्लेस कर दिया गया। इससे मेरा कॉन्फिडेंस कम हो गया और मैं एक्टिंग से दूर भागने लगा। लेकिन जैसे-जैसे जिंदगी के अनुभव बढ़े, मुझे एहसास हुआ कि मैं खुद को एक्टिंग के लिए ही तैयार कर रहा था। एक्टिंग सिर्फ टेक्निक से नहीं आती, ये आपकी जिंदगी के अनुभवों से आती है। मुझे अब लगता है कि ऊपर वाला चाहता था कि मैं पहले जिंदगी को समझूं, फिर एक्टिंग करूं। आज जब मैं कैमरे के सामने आता हूं, तो हर सीन में अपनी जिंदगी का कोई न कोई हिस्सा डाल पाता हूं।’ क्या किसी खास रोल का इंतजार है? ‘मैं ऐसे किरदार करना चाहता हूं, जो लोगों को मुझसे जोड़ सके। अभी तो शुरुआत है, लेकिन हां, मैं चैलेंजिंग रोल्स करने के लिए तैयार हूं। एक्शन और इंटेंस रोल्स में मेरी दिलचस्पी ज्यादा है।’