भारतीय रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक पद के लिए जगदीशन के नाम को मंजूरी दे दी है। जगदीशन आदित्य पुरी की जगह लेंगे। जगदीशन की नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है और वे 27 अक्टूबर 2020 से पदभार संभालेंगे।
जगदीशन फिलहाल प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक में ‘चेंज एजेंट और फाइनेंस विभाग के प्रमुख हैं। वह 1996 में एचडीएफसी बैंक से जुड़े थे। काफी समय से इस बात को लेकर चर्चा थी कि एचडीएफसी बैंक में पुरी का उत्तराधिकारी कौन होगा। जगदीशन की नियुक्ति के बाद इन चर्चाओं पर विराम लग सकेगा।
मंगलवार को एचडीएफसी के शेयरों में उछाल
रिजर्व बैंक की मंजूरी के बारे में एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया है। इसके बाद से ही निवेशकों में उत्साह का माहौल है और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में उछाल देखने को मिला है। दोपहर 12.49 बजे एचडीएफसी बैंक के शेयर में 37.70 अंक यानी 2.17 फीसदी का उछाल आया और यह 1,777.50 के स्तर पर पहुंच गया। जबकि पिछले कारोबारी दिन यह 1,005 पर खुला था और 1,001 के स्तर पर बंद हुआ था।
पहली तिमाही में 6658.62 करोड़ रुपए का मुनाफा
एचडीएफसी बैंक को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 6,658.62 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। एक साल पहले इसी अवधि में 5,568.16 करोड़ रुपए की तुलना में यह 20 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि, बैंक की अन्य आय में इसी दौरान करीबन 900 करोड़ रुपए की कमी आई है। बैंक की डिपॉजिट 24.6 प्रतिशत बढ़ी है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 17.80 प्रतिशत बढ़कर 15,665 करोड़ रुपए रही है।
सीईओ की रेस में सिटी बैंक के सुनील गर्ग भी थे
बता दें की शशिधर जगदीशन के अलावा बैंक के कैजाद भरूचा और सिटिबैंक के सुनील गर्ग भी इस रेस में थे। भरूचा ईडी हैं। वे बैंक की स्टार्टअप टीम में हैं। हालांकि शशिधर के पास बैंक में लंबे समय से काम करने का अनुभव है इसके कारण उन्हें पहली प्राथमिकता दी गई है।
पुरी 26 साल पहले पदभार संभालने वाले बैंक के सबसे लंबे समय तक सीईओ हैं। पुरी का कार्यकाल 26 अक्टूबर में खत्म होने वाला है। उनके कार्यकाल में एचडीएफसी बैंक संपत्ति के लिहाज से निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा और सभी बैंकों में दूसरा बड़ा बैंक बन गया।
30 साल का है बैंकिंग अनुभव
एचडीएफसी बैंक की विकास में शशिधर जगदीशन की अहम भूमिका रही है। फाइनेंस का कामकाज संभालते समय उन्होंने कुछ सालों में लगातार टारगेट को हासिल करने में मदद की है। जगदीशन के पास बैंकिंग सेक्टर में करीब 29 साल का अनुभव है।
शशिधर जगदीशन फिलहाल एचडीएफसी के ग्रुप हेड और चेन एजेंट के तौर पर कामकाज देख रहे हैं। वे निजी बैंक के फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स, लीगल, एडमिनिस्ट्रेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, कॉरपोरेट कॉम्युनिकेशन और सीएसआर के कामकाज को देखते हैं। करीब 25 साल बाद वे एचडीएफसी के मुखिया के तौर पर कामकाज संभालेंगे। उन्होंने 1996 में फाइनेंस फंक्शन में मैनेजर के तौर पर अपना काम शुरू किया था। इसके बाद साल 1999 में वे फाइनेंस के बिजनेस हेड बने। साल 2008 में उन्हें चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर की भी जिम्मेदारी सौंपी गई।
अर्थशास्त्र में मास्टर्स की डिग्री
जगदीशन ने साइंस में फिजिक्स के साथ ग्रैजुएशन की है और वे पेशे से सीए हैं। इसके अलावा उन्होंने शेफील्ड विश्वविद्यालय, यूके से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री भी ली है। बता दें कि पिछले साल नवंबर में, एचडीएफसी बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया था कि उसने अपने सबसे लंबे समय तक काम करने वाले प्रमुख आदित्य पुरी के उत्तराधिकारी की तलाश की शुरू कर दी है, जिसका कार्यकाल 26 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है।