जेनिथ इंफोटेक के ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट (जीडीआर) के मामले में गड़बड़ी करने पर सेबी ने दो लोगों पर 1.40 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगाई है। इसमें आकाश सराफ पर 70 लाख रुपए और राज कुमार सराफ पर 70 लाख रुपए की पेनाल्टी लगी है।
2006 और 2007 में कंपनी ने लाया था बांड्स
सेबी ने बुधवार को 42 पेज के ऑर्डर में यह जानकारी दी है। सेबी के आदेश के मुताबिक 15 सितंबर 2006 को जेनिथ इंफोटेक ने 33 मिलियन डॉलर का कनवर्टिबल बांड्स लाया था। इस बांड्स का ड्यू अगस्त 2011 था। इसी तरह 14 अगस्त 2007 को जेनिथ इंफोटेक ने 50 मिलियन का कनवर्टिबल बांड लाया जिसका ड्यू अगस्त 2012 था। इन दोनों कनवर्टिबल बांड में हालांकि जेनिथ तय समय पर डिफॉल्ट हो गई।
जेनिथ का एफसीसीबी डिफॉल्ट हो गया था
जेनिथ ने 31 अक्टूबर 2011 को बीएसई और एनएसई तथा 10 दिसंबर 2011 को सेबी को बताया कि कंपनी एफसीसीबी होल्डर को बढ़ाने के लिए कोशिश कर रही है। इस मामले में जेनिथ ने 21 अक्टूबर 2011 को रिकवरी सूट भी फाइल किया था। साथ ही इसने 2 दिसंबर 2011 को जेनिथ के वाइंडिंग अप पिटीशन को भी फाइल किया था। सेबी ने कहा कि यह पाया गया कि जेनिथ एफसीसीबी के भुगतान के डिफॉल्ट की जानकारी देने में फेल हो गई।
कई सूचनाओं का उल्लंघन किया गया
यह भी पाया गया कि जेनिथ ने मैटेरियल प्राइस जैसी संवेदनशील सूचनाओं का भी इस दौरान उल्लंघन किया। सेबी के मुताबिक जेनिथ कई तरह के नियमों का पालन करने में फेल रही। सेबी ने कहा कि जेनिथ इंफोटेक 29 जनवरी 2011 को बोर्ड की मीटिंग की और इसमें पैसे जुटाने पर सहमति बनी। जेनिथ ने एमएसडी बिजनेस की बिक्री से 54.7 मिलियन डॉलर की राशि जुटाई थी। इसमें से 6 मिलियन डॉलर को एक अलग खाते में रखा गया था।
कंपनी के दुबई और सिंगापुर में भी खाते थे
बाकी पैसे को सिटी बैंक के खाते में और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के खाते में रखा गया। यह खाते दुबई में थे। हालांकि जेनिथ ने इसका भी कोई खुलासा नहीं किया। सेबी के मुताबिक जेनिथ ने 2020-11 में असेट्स को बेचकर लाभ कमाया। जेनिथ की इस बिक्री के पैसे का उपयोग कई तरीकों से अलग अलग मामलों में किया गया। जेनिथ के खाते से पता चला कि उसने पैसों को सिंगापुर के खाते में भी ट्रांसफर किया। बैंक खातों के मुताबिक जेनिथ के दुबई खातों में भी पैसे मिले।
48 मिलियन डॉलर मिला था असेट्स की बिक्री से
सेबी की जांच में पाया गया कि कंपनी ने एमएसडी की बिक्री से मिले 48 मिलियन डॉलर को कई तरह से अलग-अलग खातों में अलग-अलग स्थानों पर घुमाया। सेबी ने इस मामले में जेनिथ से कई बार डिटेल मांगा पर जेनिथ इसका सही कारण बताने में फेल रही। जांच में यह भी पता चला कि कंपनी ने केवल पैसों को इधर उधर ही नहीं की, बल्कि इसने अपने फायदों के लिए पैसों को दूसरे रास्तों के जरिए घुमाया। इस वजह से इसके शेयरों में गिरावट भी देखी गई।
सेबी ने इन्हीं सब आधार पर जेनिथ पर बुधवार को 1.40 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगा दी। यह पेनाल्टी दो लोगों पर लगाई गई है।