जीवन को आसान बनाएं- क्या जूतों से आती है बदबू:हो सकते हैं 6 कारण, दुर्गंध भगाने के 11 हैक्स, सफाई के दौरान न करें 4 गलतियां

क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि जैसे ही आप जूते उतारते हैं, एक अजीब सी गंध पूरे कमरे में फैल जाती है? कई बार इस वजह से शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है। दोस्तों के घर, किसी सामाजिक समारोह में और यहां तक कि अपने ही घर में जूते उतारने पर भी एक अजीब सी शर्मिंदगी का एहसास होता है। यह समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है, जो पूरे दिन जूते पहनकर काम करते हैं या जिनके पैरों में पसीना ज्यादा आता है। ऐसा होने पर जूतों के अंदर नमी और बैक्टीरिया मिलकर दुर्गंध पैदा करते हैं, जो हमारी सोशल लाइफ को भी प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज हम जीवन को आसान बनाएं कॉलम में जानेंगे कि- जूतों में बदबू की असली वजह पसीना नहीं, बल्कि बैक्टीरिया होते हैं। पसीने में अपनी कोई गंध नहीं होती है। ये बैक्टीरिया पसीने की नमी वाली सतह पर पनपते हैं और अपशिष्ट छोड़ते हैं, जो दुर्गंध का कारण बनते है। सवाल- जूतों में बदबू आने के पीछे क्या वजह हो सकती है? जवाब- जूतों से बदबू आना एक आम समस्या है, जो कई सारे उपाय करने के बाद भी दूर नहीं होती है। इसकी मुख्य वजह बैक्टीरिया हैं, जो पैरों की त्वचा पर बड़ी संख्या में पैदा होते हैं। ये बैक्टीरिया जब अपशिष्ट छोड़ते हैं, तो उसमें कुछ खास तरह के ऑर्गेनिक एसिड जैसे मेथेनेथियोल, आइसोवेलरिक एसिड और प्रोपेनोइक एसिड होते हैं। हालांकि, ये बैक्टीरिया सेहत के लिए खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन, इनसे बहुत तेज बदबू आती है। पैरों से निकलने वाले पसीने से पैरों में पसीने की ग्रंथियां शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक होती हैं, जिससे शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में यहां ज्यादा नमी पैदा होती है। जूतों के अंदर बैक्टीरिया पनपने से नमी, धूल और हमारी खाल से गिरने वाली डेड स्किन मिलकर बैक्टीरिया और फंगस के बढ़ने के लिए आदर्श वातावरण तैयार करती हैं। जब बैक्टीरिया और फंगस इस नमी और गंदगी को खाते हैं, तो वे अपशिष्ट के रूप में कुछ कार्बनिक अम्ल उत्पन्न करते हैं, जो बदबू का मुख्य कारण होते हैं। जूता टाइट होने, वेंटिलेशन की कमी से ऐसे जूते जो पहनने में बहुत टाइट होते हैं और हवा अंदर-बाहर नहीं होती है। उनमें नमी फंस जाती है, जो बैक्टीरिया पनपने की वजह बनती है। सिंथेटिक मटेरियल पर लगातार पसीना लगने से कुछ जूतों में ऐसे सिंथेटिक मटेरियल होते हैं जो पसीने, बैक्टीरिया और फंगस के साथ मिलकर बदबू को और बढ़ा देते हैं। जूतों के लगातार इस्तेमाल और सफाई की कमी से एक ही जूते को रोज पहनने और समय-समय पर साफ न करने से जूते के अंदर नमी और गंदगी जमा हो जाती है, जिससे बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। सवाल- हाइजीन मेंटेन करने के बाद भी क्यों आती है बदबू? जवाब- अगर आप अच्छी फुट हाइजीन मेंटेन करते हैं, इसके बावजूद आपके पैरों से बदबू आ सकती है। हमारे जूते पैरों के अंदर नमी रोकते हैं, यह नमी बैक्टीरिया पनपने के लिए माहौल तैयार करती है। इसी वजह से जूतों से बदबू आना एक आम बात है। हमारे पैरों में शरीर के किसी भी अन्य हिस्से की तुलना में पर स्क्वायर इंच अधिक पसीने की ग्रंथियां होती हैं। इस वजह से पैरों में ज्यादा पसीना निकलता है और ज्यादा पसीने की वजह ज्यादा बैक्टीरिया पनपते हैं। सवाल- जूतों को बदबू से कैसे बचाएं? जवाब- जूतों से बदबू दूर करने के लिए हम कुछ आसान हैक्स अपना सकते हैं। आइए इन हैक्स को ग्राफिक्स के जरिए समझते हैं। पैरों को अच्छी तरह धोने के बाद ही जूते पहनें हम कई बार जल्दबाजी में बिना पैर साफ किए जूते पहन लेते हैं। ऐसे में हल्की नमी पैदा होते ही गंदे पैरों की वजह से बदबू आने लगती है। जूते पहनने से पहले हमेशा मोजे पहनें बिना मोजे के जूते पहनने से पसीने के कारण बदबू आना तय है। सही मोजे पैरों से नमी सोख लेते हैं, जिससे बैक्टीरिया नहीं पनपते हैं। मोजे को हर 6 से 12 महीने में बदल दें। मोजे रोज साफ करें, रिपीट न करें एक मोजा सिर्फ एक बार पहने और उसके बाद धुल लें। मोजे रिपीट करने से बदबू आना तय है क्योंकि उनमें पहले से गंदगी और नमी जमी होती है। जूतों के इनर सोल्स यानी कुशन को बदलें अगर आप सालों से एक ही इनसोल पहन रहे हैं, तो उन्हें बदल दें। इनर सोल्स बदबू का कारण बन सकते हैं क्योंकि वे नमी सोखते हैं जिससे बैक्टीरिया पनपते हैं। इनर सोल्स खरीदते हुए एंटीमाइक्रोबियल ट्रीटमेंट वाले इनर सोल्स को प्राथमिकता दें। एक्सरसाइज वाले जूतों को थोड़ी देर धूप में रखें किसी भी तरह की एक्सरसाइज के बाद हमारे पैर पसीने से भीग जाते हैं। यह नमी बदबू का कारण बन सकती है। ऐसे में एक्सरसाइज के बाद जूतों को थोड़ी देर के लिए धूप में सुखाएं। इससे नमी सूख जाएगी और धूप की गर्मी से बैक्टीरिया भी मर जाएंगे। पैरों की सफाई का ध्यान रखें, उन्हें एक्सफोलिएट जरूर करें पैरों को धोते समय उंगलियों के बीच की जगह और तलवों को अच्छी तरह साफ करें। पैरों को जूते पहनने से पहले धोएं और हफ्ते में एक-दो बार स्क्रब या एक्सफोलिएट करें। इससे पैरों में जमी डेड स्किन हट जाएगी। इससे बैक्टीरिया का जमाव नहीं होता है। पैरों के पसीने को कंट्रोल करें अगर पैरों में अधिक पसीना आता है तो एंटीपर्सपिरेंट स्प्रे या पाउडर का इस्तेमाल करें। यह पसीने को कम करता है और जूतों को सूखा रखने में मदद करता है। एकदम टाइट जूते न पहनें, थोड़ी हवा की जगह होनी चाहिए बहुत टाइट जूते पहनने से हवा अंदर-बाहर नहीं हो पाती है और नमी ज्यादा बनती है। इसलिए थोड़े ढीले जूते पहनें ताकि अंदर हवा आती-जाती रहे। एक ही जूता रोज न पहनें, बदल-बदलकर पहनें हर दिन एक ही जूते पहनने से जल्दी गंदे होते हैं। साथ ही पैदा हुई नमी सूख नहीं पाती है। जूतों को बदल-बदलकर पहनें और नमी को धूप में सुखाएं। सवाल – जूतों से आने वाली महक को बेहतर करने के लिए क्या तरीके अपना सकते हैं? जवाब- जूतों से बदबू भगाने के कई सारे तरीके हैं। इसमें व्हाइट विनेगर, बेकिंग सोडा जैसी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए इसे ग्राफिक्स के जरिए समझते हैं। विनेगर का इस्तेमाल करें
विनेगर बदबू को बेअसर करता है और बैक्टीरिया से लड़ता है। एक स्प्रे बोतल में बराबर मात्रा में सफेद विनेगर और पानी मिलाएं। इस्तेमाल के बाद जूतों के अंदर स्प्रे करें और सूखने दें। बेकिंग सोडा स्प्रे करें बेकिंग सोडा नेचुरल डिओडराइजर है, जो बदबू और बैक्टीरिया खत्म करने में मदद करता है। बेकिंग सोडा को जूतों में छिड़ककर 24 घंटे के लिए छोड़ दें। इससे बदबू खत्म हो जाएगी। एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करें टी ट्री, लौंग और देवदार की लकड़ी के एसेंशियल ऑयल एंटी-फंगल नेचुरल डिओडराइजर के रूप में जाने जाते हैं। ये बैक्टीरिया से लड़ते हैं, बदबू दूर करते हैं और अच्छी खुशबू छोड़ते हैं। कुछ बूंदें सीधे जूते में डालें और हवा में सूखने दें। इन्हें आप बेकिंग सोडा या विनेगर के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जूतों में साबुन की टिकिया रखें हर जूते में एक साबुन की टिकिया डालकर रात भर के लिए छोड़ दें। यह बदबू सोख लेता है और उसकी जगह साफ स्मेल छोड़ता है। इस बात का ध्यान रखें कि साबुन गीला न हो। टी बैग्स का इस्तेमाल करें जूतों को उतारने के बाद रात सोने से पहले इसमें टी बैग्स रख सकते हैं। टी बैग्स रखने से नमी की वजह से आने वाली गंध और नमी दोनों खत्म हो जाते हैं। इसके साथ ही आप सिलिका जेल के छोटे पाउच रख सकते हैं। डेंचर टैबलेट से करें सफाई एक बाल्टी गुनगुने पानी में डेंचर क्लीनिंग टैबलेट डालें और जूते को एक घंटे के लिए डुबो दें। इससे बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। जूतों को धूप में अच्छे से सुखाएं सप्ताह में कम से कम एक बार जूतों को पूरी तरह खोलकर धूप में रखें। धूप की गर्मी नमी और दुर्गंध दोनों को खत्म करती है। सवाल- जूतों की सफाई के दौरान क्या गलतियां करते हैं? जवाब- हममें से कई सारे लोग जूतों की सफाई के दौरान कई सारी गलतियां करते हैं। आइए इसे ग्राफिक्स के जरिए समझते हैं कि जूतों की सफाई के दौरान हमें कौन-सी गलतियों से बचना चाहिए। हार्श केमिकल्स का इस्तेमाल न करें जूतों को चमकाने के चक्कर में ब्लीच या तेज केमिकल्स का इस्तेमाल करने से उनके मटेरियल को नुकसान पहुंचता है। इससे रंग उड़ सकता है और फैब्रिक की चमक चली जाती है। देर तक पानी में भिगोकर न रखें जूतों को लंबे समय तक पानी में डुबोकर रखना उनकी सिलाई, गोंद और शेप पर बुरा असर डाल सकता है। इससे जूते जल्दी टूट सकते हैं या खराब हो सकते हैं। धुलते समय सही ब्रश का चुनाव करें हर जूते की सफाई के लिए एक ही तरह का ब्रश इस्तेमाल करना सही नहीं होता है। सॉफ्ट फैब्रिक वाले जूतों के लिए सॉफ्ट ब्रश और स्पोर्ट्स शूज के लिए थोड़े अलग ब्रश का इस्तेमाल करें, ताकि जूतों के मेश और ऊपरी हिस्सा खराब न हो। कभी भी वॉशिंग मशीन में न धोएं वॉशिंग मशीन में जूते धोने से उनका शेप बिगड़ सकता है और सोल निकलने की संभावना बढ़ जाती है। …………………………..
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