कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण इस साल की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में अर्जेंटीना की अर्थव्यवस्था में रेकॉर्ड 19.1 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। विश्लेषकों ने हालांकि इससे भी ज्यादा गिरावट की आशंका जताई थी। यह 2002 के संकट के दौरान दर्ज की गई गिरावट से भी ज्यादा है, जब अर्जेंटीना की जीडीपी में 16.3 फीसदी गिरावट दिखी थी।
कोरेानावायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए दक्षिण अमेरिकी देश ने 20 मार्च से अगस्त तक सख्त लॉकडाउन लगा रखा था। इसमें कुछ ढील दी गई है, फिर भी यह अक्टूबर तक लागू है। इस देश में 6,40,000 से ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं और करीब 13,500 लोगों की इस वायरस के कारण मौत हो चुकी है। देश में रोजाना करीब 400 लोगों की कारोनावायरस के कारण मौत हो रही है।
2018 से ही मंदी की चपेट में
प्रमुख अनाज उत्पादक देश में 2018 से ही मंदी है। देश का फॉरेक्स रिजर्व लगातार घटता जा रहा है। पिछले साल के शुरू में अर्जेंटीना का फॉरेक्स रिजर्व करीब 80 अरब डॉलर का था, जो इस साल मई में घटकर करीब 42.6 अरब डॉलर रह गया था। यह 2017 की शुरुआत से तब तक का सबसे निचला स्तर था। जुलाई में यह और घटकर करीब 37 अरब डॉलर पर आ गया।
विश्लेषकों के अनुमान से कम गिरावट
विश्लेषकों ने अर्जेंटीना की जीडीपी में जून तिमाही में औसत 19.9 फीसदी गिरावट का अनुमान जताया था। देश की जीडीपी की गिरावट पड़ोसी ब्राजील के मुकाबले ज्यादा और पेरू की तुलना में कम है।
मार्च तिमाही में भी 5.2% गिरावट
अर्जेंटीना की जीडीपी में मार्च 2020 तिमाही में भी 5.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। केंद्रीय बैंक के एक सर्वेक्षण और सरकारी अनुमान के मुताबिक इस साल देश की जीडीपी में करीब 12 फीसदी गिरावट हो सकती है।