काेराेना महामारी के बीच पिछले सप्ताह कराई गई जेईई मेन्स परीक्षा में कुल उम्मीदवारों में से 74% उपस्थित हुए। जनवरी में हुई जेईई मेन्स परीक्षा में कुल रजिस्टर्ड उम्मीदवारों में से 94.32% शामिल हुए थे। यानी जनवरी की तुलना में सितंबर में हुई परीक्षा में 20.32% कम माैजूदगी रही। जेईई मेन्स 1 से 6 सितंबर तक कराई गई।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इसके लिए 8.58 लाख आवेदन जमा हुए थे। इनमें से 6.35 लाख उम्मीदवाराें ने परीक्षा दी। पिछले वर्ष जेईई मेन्स की जनवरी की परीक्षा में 94.11% और अप्रैल की परीक्षा में 94.15% परीक्षार्थी शामिल हुए थे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने साेशल मीडिया में कहा, “पिछली परीक्षा जनवरी में हुई थी। सितंबर की परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए अनेक छात्रों ने हो सकता है, जनवरी की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया होगा और इसलिए इस बार परीक्षा में बैठने की जरूरत महसूस नहीं हुई होगी। हम उस संख्या का आकलन कर रहे हैं।’
भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने सरकार के अांकड़ाें पर ही सवाल उठाए हैं। स्वामी ने लिखा, “शिक्षा मंत्रालय ने सुप्रीम काेर्ट में कहा कि भारत और विदेशों में 660 से अधिक केंद्रों के लिए 9.53 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया। अब मंत्री कह रहे हैं कि यह संख्या 8.58 लाख है। कौन सा तथ्य सही है।’