जेएनयू के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में अब विदेशी छात्रों को भी दाखिला मिल सकेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से विदेशी छात्रों को दाखिला देने के लिए 15 प्रतिशत सीटों को आरक्षित करने का फैसला लिया है। जेएनयू की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। जेएनयू प्रशासन की ओर से कहा गया है कि यह नियम शैक्षणिक सत्र 2020-21 से लागू होगा।
जेएनयू के द्वारा जारी की गई नोटिफिकेशन के मुताबिक अप्रवासी भारतीय पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजन, ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया के लिए स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए सीट आरक्षित की गई हैं। 15% सीटें विदेशी छात्रों के लिए आरक्षित स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में ड्युअल डिग्री यानी बीटेक के साथ एमटेक और मास्टर ऑफ साइंस पाठ्यक्रम प्रोग्राम करवाया जाता है इसकी अवधि 5 वर्ष होती है। इस प्रोग्राम में कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स व कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जैसे दो पाठ्यक्रम छात्रों को पढ़ाए जाते हैं।