ट्रंप बोले- कई देशों ने हमें लूटा, अब हमारी बारी:टैरिफ से अमेरिका को रोज 17.2 हजार करोड़ रुपए मिल रहे; चीन पर 104% टैरिफ लगाया

अमेरिका ने चीन पर 104% टैरिफ लगा दिया है। यह आज यानी 9 अप्रैल से लागू हो गया है। इसका मतलब है कि अब से अमेरिका पहुंचने वाले चीनी सामान दोगुने दाम से भी ज्यादा कीमत पर बिकेंगे। ट्रम्प ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में कहा कि टैरिफ की जो कोई भी आलोचना कर रहा है, वह बदमाश और धोखेबाज है। उन्होंने तब नहीं सोचा था जब अमेरिका ने 90 हजार कारखाने खो दिए थे। हम टैरिफ से बहुत सारा पैसा कमा रहे हैं। अमेरिका को हर दिन 2 बिलियन डॉलर (17.2 हजार करोड़ रुपए) ज्यादा मिल रहा है। कई देशों ने हमें हर तरह से लूटा है, अब लूटने की बारी हमारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2024 तक अमेरिका को हर साल टैरिफ से 100 बिलियन डॉलर की कमाई होती थी। ट्रम्प ने कहा- मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं आउटसोर्सरों (बाहर के देशों में काम कराने वाले) का नहीं, बल्कि मजदूरों का राष्ट्रपति हूं। मैं ऐसा राष्ट्रपति हूं जो वॉल स्ट्रीट के लिए नहीं बल्कि मेन स्ट्रीट (दुकानें, छोटे बिजनेस चलाने वाले) के लिए खड़ा होता हूं। ट्रम्प ने कहा- कुछ लोग कहते हैं, टैरिफ से कीमतें बढ़ेंगी।’ बिल्कुल गलत है। यह एक छोटी सी दवा है। थोड़ा सा दर्द है, जो हमें लंबे समय तक ठीक रखेगी। चीन, यूरोप, सब वे हमारे साथ बात करने आएंगे। वे टैरिफ हटाएंगे, हमारे सामान खरीदेंगे, और यहां फैक्ट्रियां खोलेंगे। अमेरिकी शेयर बाजार में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट ट्रम्प के टैरिफ की घोषणा के बाद से अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट आई है। SP 500 कंपनियों के शेयर बाजार मूल्य में 5.8 ट्रिलियन डॉलर (501 लाख करोड़ रुपए) का नुकसान हुआ है। LSEG डेटा के मुताबिक 1957 में बेंचमार्क इंडेक्स के आने के बाद से यह लगातार चार दिनों की सबसे बड़ी गिरावट है। SP 500 कंपनियों में अमेरिका की टॉप 500 कंपनियां आती हैं। ट्रम्प ने फरवरी में चीन पर 10% टैरिफ लगाया था। इसके बाद उन्होंने मार्च में फिर से 10% टैरिफ लगा दिया। इस महीने की शुरुआत में ट्रम्प ने चीन पर 34% और टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसके जवाब में चीन ने अमेरिका पर भी 34% टैरिफ लगा दिया था। ट्रम्प ने सोमवार को कहा था कि अगर चीन ने अमेरिका पर लगाया गया 34% टैरिफ वापस नहीं लिया तो उसे मार्च में लगाए 20% और 2 अप्रैल को लगाए गए 34% टैरिफ के साथ बुधवार से 50% एक्स्ट्रा टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। चीन ने कहा था- हम ट्रेड वॉर के लिए तैयार
ट्रम्प के बयान पर कल चीन ने कहा था कि हमारे ऊपर लगे टैरिफ को और बढ़ाने की धमकी देकर अमेरिका गलती के ऊपर गलती कर रहा है। इस धमकी से अमेरिका का ब्लैकमेलिंग करने वाला रवैया सामने आ रहा है। चीन इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। अगर अमेरिका अपने हिसाब से चलने की जिद करेगा तो चीन भी आखिर तक लड़ेगा। रविवार को चीन ने दुनिया के लिए साफ संदेश भेजा था- ‘अगर ट्रेड वॉर हुआ, तो चीन पूरी तरह तैयार है- और इससे और मजबूत होकर निकलेगा।’ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपल्स डेली ने रविवार को एक टिप्पणी में लिखा: ‘अमेरिकी टैरिफ का असर जरूर होगा, लेकिन ‘आसमान नहीं गिरेगा।’ चीन नई इंडस्ट्री व इनोवेशन बढ़ाने पर जोर दे रहा
चीन के पास अमेरिका के करीब 600 अरब पाउंड (करीब 760 अरब डॉलर) के सरकारी बॉन्ड हैं। मतलब ये कि चीन के पास अमेरिकी इकोनॉमी को प्रभावित करने की बड़ी ताकत है। वहीं, चीन ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। चीन ने 1.9 लाख करोड़ डॉलर का अतिरिक्त लोन इंडस्ट्रियल सेक्टर को दिया है। इससे यहां फैक्ट्रियों का निर्माण और अपग्रेडेशन तेज हुआ। हुआवेई ने शंघाई में 35,000 इंजीनियरों के लिए एक रिसर्च सेंटर खोला है, जो गूगल के कैलिफोर्निया हेडक्वार्टर से 10 गुना बड़ा है। इससे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन कैपेसिटी तेज होगी। भारत में असर शुरू, अमेरिकी खरीदारों ने कपड़ों के ऑर्डर रोके
ट्रम्प के फैसले के मुताबिक, 9 अप्रैल यानी आज से भारतीय उत्पादों पर 26% अतिरिक्त टैरिफ लगना शुरू हो जाएगा। इससे अमेरिका को भेजे जाने वाले टेक्सटाइल प्रोडक्ट पर भी 26% अतिरिक्त टैरिफ लगेगा। इसे देखते हुए अमेरिका के खरीदारों ने पानीपत के एक्सपोर्टर्स को दिया ऑर्डर रोक दिया है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को दिल्ली में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडी-क्राफ्ट्स से जुड़े एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को बुलाया है। इसमें मुद्दा उठेगा। ट्रम्प के एडवाइजर ने टेस्ला को बताया कार असेंबलर, मस्क भड़के
इलॉन मस्क ने ट्रम्प के सीनियर ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो को बेवकूफ बताया है। नवारो ने एक इंटरव्यू में मस्क की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला को कार निर्माता (मैन्युफैक्चरर) नहीं बल्कि कार असेंबलर बताया था। नवारो ने कहा था कि टेस्ला ने बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और टायर बाहर से इंपोर्ट किए थे। मस्क सस्ते विदेशी पार्ट्स चाहते हैं। उनके मुताबिक विदेशों पर एक्स्ट्रा टैरिफ लगने से ये सभी पार्ट्स महंगे हो जाएंगे। मस्क नवारो के इस बयान से भड़क गए। मस्क ने हाल ही में ट्रम्प से टैरिफ नीति में बदलाव करने की अपील भी की थी, लेकिन ट्रम्प ने इसे वापस लेने से मना कर दिया था। दरअसल इलॉन मस्क, ट्रम्प से जीरो टैरिफ जोन की डिमांड कर रहे हैं। मस्क ने इटली में एक कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अमेरिका और यूरोप को जीरो टैरिफ पॉलिसी अपनानी चाहिए। उन्होंने ट्रम्प की टैरिफ नीति को अव्यवहारिक बताया था। ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के नेता भी इससे खुश नहीं हैं। मिच मैककोनल, रैंड पॉल, सुसन कोलिन्स व लिसा मुकोंव्स्की ने टैरिफ को ‘असंवैधानिक, इकोनॉमी के लिए नुकसानदायक और कूटनीतिक रूप से खतरनाक बताया। ट्रम्प के पूर्व उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने जनता पर बोझ बताया। किसी देश पर जैसे को तैसा टैरिफ नहीं रोकेंगे ट्रम्प
ट्रम्प किसी भी देश पर रेसिप्रोकल (जैसे को तैसा) टैरिफ को नहीं रोकेंगे। व्हाइट हाउस ने उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया गया था कि ट्रम्प चीन को छोड़कर सभी देशों पर 90 दिनों तक रेसिप्रोकल टैरिफ रोकने पर विचार कर रहे हैं। दूसरी तरफ, यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सोमवार को कहा कि यूरोपीय यूनियन (EU) अमेरिका के साथ समझौते के लिए तैयार है। EU ने अमेरिका को इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स पर टैरिफ हटाने की पेशकश की है। ब्रुसेल्स में बोलते हुए उर्सुला ने कहा कि इन टैरिफ की वजह से सबसे पहले अमेरिकी उपभोक्ताओं और व्यापारियों को भारी लागत उठानी पड़ती है, लेकिन इनका दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ता है। ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका में कोई महंगाई नहीं
ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट के बावजूद अमेरिका में कोई महंगाई नहीं है। उन्होंने पिछले अमेरिकी नेताओं पर आरोप लगाया कि उनकी गलत नीतियों की वजह से चीन जैसे देशों को अमेरिका का फायदा उठाने का मौका मिला। दुनिया भर के बाजारों में जारी गिरावट पर बोलते हुए ट्रम्प ने कहा कि तेल की कीमतें कम हो गई हैं, ब्याज दरें घट गई हैं, फूड प्रोडक्ट्स की कीमतें घट गई है, कोई महंगाई नहीं है। ट्रम्प ने यह भी कहा कि चीन उनकी चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए अमेरिका के खिलाफ टैरिफ में 34% वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि पहले से लागू टैरिफ से अमेरिका को हर हफ्ते अरबों डॉलर का राजस्व मिल रहा है अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैक्स लगाया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल को दूसरे देशों पर लगाया जाने वाला रेसिप्रोकल टैक्स का ऐलान किया था। इसमें भारत पर 26% टैरिफ लगाए जाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत बहुत सख्त है। मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा। अमेरिका ने करीब 60 देशों पर उनके टैरिफ की तुलना में आधा टैरिफ लगाने का फैसला किया है। ——————————– यह खबर भी पढ़ें… चीन बोला- ट्रेड वॉर हुआ तो हम तैयार:अमेरिकी टैरिफ का असर होगा, पर आसमान नहीं गिरेगा; ट्रम्प ने 50% एक्स्ट्रा टैरिफ की धमकी दी अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर ट्रेड वॉर की संभावना बढ़ गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि अगर चीन अमेरिका पर लगाया गया 34% टैरिफ वापस नहीं लेता है तो उस पर बुधवार से 50% एक्स्ट्रा टैरिफ लागू होगा। यहां पढ़ें पूरी खबर…