अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अगर चीन अमेरिका पर लगाया गया 34% टैरिफ वापस नहीं लेता है तो उस पर बुधवार से 50% एक्स्ट्रा टैरिफ लागू होगा। ट्रम्प ने कहा कि मैंने चेतावनी दी थी कि कोई भी देश जो अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा, उसे तुरंत नए और काफी ज्यादा टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, जो शुरुआत में तय किए गए टैरिफ से ज्यादा होंगे। इसके अलावा हमारी चीन के साथ तय बैठकों को रोक दिया जाएगा और वो अन्य देशों, जिन्होंने बैठकों का अनुरोध किया है, उनसे बातचीत तुरंत शुरू हो जाएगी। किसी देश पर जैसे को तैसा टैरिफ नहीं रोकेंगे ट्रम्प किसी भी देश पर रेसिप्रोकल (जैसे को तैसा) टैरिफ को नहीं रोकेंगे। व्हाइट हाउस ने उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया गया था कि ट्रम्प चीन को छोड़कर सभी देशों पर 90 दिनों तक रेसिप्रोकल टैरिफ रोकने पर विचार कर रहे हैं। दूसरी तरफ, यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सोमवार को कहा कि यूरोपीय यूनियन (EU) अमेरिका के साथ समझौते के लिए तैयार है। EU ने अमेरिका को इंडस्ट्रीयल प्रोडक्ट्स पर टैरिफ हटाने की पेशकश की है। ब्रुसेल्स में बोलते हुए उर्सुला ने कहा कि इन टैरिफ की वजह से सबसे पहले अमेरिकी उपभोक्ताओं और व्यापारियों को भारी लागत उठानी पड़ती है, लेकिन इनका दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ता है।” ट्रम्प बोले- अमेरिका में कोई महंगाई नहीं
ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट के बावजूद अमेरिका में कोई महंगाई नहीं है। उन्होंने पिछले अमेरिकी नेताओं पर आरोप लगाया कि उनकी गलत नीतियों की वजह से चीन जैसे देशों को अमेरिका का फायदा उठाने का मौका मिला। दुनिया भर के बाजारों में जारी गिरावट पर बोलते हुए ट्रम्प ने कहा कि तेल की कीमतें कम हो गई हैं, ब्याज दरें घट गई हैं, फूड प्रोडक्ट की कीमतें घट गई है, कोई महंगाई नहीं है। ट्रम्प ने यह भी कहा कि चीन उनकी चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए अमेरिका के खिलाफ टैरिफ में 34% वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि पहले से लागू टैरिफ से अमेरिका को हर हफ्ते अरबों डॉलर का राजस्व मिल रहा है। रविवार को ट्रम्प ने कहा था मार्केट क्रैश से फर्क नहीं पड़ता
इससे पहले ट्रम्प ने रविवार को अमेरिका और दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट पर कहा था कि ‘कभी-कभी किसी चीज को ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है।’ रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा कि दूसरे देशों ने हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया, क्योंकि हमारा नेतृत्व मूर्खतापूर्ण था, जिसने ऐसा होने दिया। वहीं, अमेरिका और दुनियाभर में ट्रेड मार्केट्स में मची उथल-पुथल पर ट्रम्प ने कहा, ‘बाजारों के साथ आगे क्या होगा, मैं नहीं कह सकता, लेकिन हमारा देश अब कहीं ज्यादा मजबूत है। मुझे मार्केट क्रैश से फर्क नहीं पड़ा है क्योंकि ये कुछ ही समय के लिए है। फिर सब नॉर्मल हो जाएगा।’ आज ‘ब्लैक मंडे’ होने की आशंका थीं
ट्रम्प के लगाए टैरिफ के चलते दुनियाभर के बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। 6 अप्रैल को अमेरिकी टीवी प्रेजेंटर और मार्केट एनालिस्ट जिम क्रैमर ने चेतावनी दी थी कि सोमवार 7 अप्रैल को बाजारों में फिर से एक बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि आज अमेरिकी बाजार के SP 500 इंडेक्स में 81 पॉइंट या 0.014% की तेजी है, ये 5,074 के स्तर पर आ गया। वहीं, डाउ जोन्स इंडेक्स करीब 100 पॉइंट या 0.43% गिरकर 38,148 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। जिम क्रैमर के बयान को 1987 के ब्लैक मंडे से जोड़कर देखा जा रहा था, क्योंकि 19 अक्टूबर 1987 को दुनियाभर के स्टॉक मार्केट्स में एक ही दिन में सबसे भारी गिरावट देखने को मिली थी। अमेरिका के डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल ऐवरेज (DJIA) में 22.6% की गिरावट आई थी, जो इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है। यह गिरावट अमेरिका से शुरू हुई, लेकिन जल्दी ही ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा और एशियाई बाजारों तक फैल गई थी। 50 देशों ने टैरिफ को लेकर ट्रम्प प्रशासन से कॉन्टैक्ट किया वहीं, ट्रम्प ने कहा कि 50 से ज्यादा देश टैरिफ को लेकर हमसे डील करने के लिए मरे जा रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन में ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने NBC को बताया कि 50 से ज्यादा देशों ने ट्रम्प प्रशासन से संपर्क किया है, लेकिन किसी भी तरह की बातचीत में समय लगेगा। बेसेंट ने कहा कि ये देश लंबे समय से हमारे साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं। और यह ऐसा मामला नहीं है, जिसे कुछ दिनों या हफ्तों में बातचीत करके सुलझाया जा सके। हमें आगे का रास्ता देखना होगा, क्योंकि जब कोई देश 20, 30, 40 या 50 साल से गलत तरीकों पर चल रहा हो, तो आप एक झटके में सब कुछ साफ नहीं कर सकते हैं। अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैक्स लगाया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल को दूसरे देशों पर लगाया जाने वाला रेसिप्रोकल टैक्स का ऐलान किया था। इसमें भारत पर 26% टैरिफ लगाए जाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत बहुत सख्त है। मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा। अमेरिका ने करीब 60 देशों पर उनके टैरिफ की तुलना में आधा टैरिफ लगाने का फैसला किया है। ——————————–
ट्रम्प के टैरिफ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अमेरिकी एक्सपर्ट की चेतावनी के बाद भारतीय बाजार भी टूटा:जिम क्रैमर ने कहा था- ‘ब्लैक मंडे’ आ रहा है; शाम को खुलेगा यूएस मार्केट फाइनेंशियल कॉमेंटेटर और सीएनबीसी के शो मैड मनी के होस्ट जिम क्रैमर की चेतावनी के बाद भारतीय बाजार 4% गिरकर कारोबार कर रहे हैं। क्रेमर ने दो दिन पहले कहा था कि अमेरिकी बाजार में 1987 जैसा ‘ब्लैक मंडे’ आ सकता है। क्रैमर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से दुनियाभर के देशों पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ को इसकी वजह बताया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट के बावजूद अमेरिका में कोई महंगाई नहीं है। उन्होंने पिछले अमेरिकी नेताओं पर आरोप लगाया कि उनकी गलत नीतियों की वजह से चीन जैसे देशों को अमेरिका का फायदा उठाने का मौका मिला। दुनिया भर के बाजारों में जारी गिरावट पर बोलते हुए ट्रम्प ने कहा कि तेल की कीमतें कम हो गई हैं, ब्याज दरें घट गई हैं, फूड प्रोडक्ट की कीमतें घट गई है, कोई महंगाई नहीं है। ट्रम्प ने यह भी कहा कि चीन उनकी चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए अमेरिका के खिलाफ टैरिफ में 34% वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि पहले से लागू टैरिफ से अमेरिका को हर हफ्ते अरबों डॉलर का राजस्व मिल रहा है। रविवार को ट्रम्प ने कहा था मार्केट क्रैश से फर्क नहीं पड़ता
इससे पहले ट्रम्प ने रविवार को अमेरिका और दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट पर कहा था कि ‘कभी-कभी किसी चीज को ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है।’ रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा कि दूसरे देशों ने हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया, क्योंकि हमारा नेतृत्व मूर्खतापूर्ण था, जिसने ऐसा होने दिया। वहीं, अमेरिका और दुनियाभर में ट्रेड मार्केट्स में मची उथल-पुथल पर ट्रम्प ने कहा, ‘बाजारों के साथ आगे क्या होगा, मैं नहीं कह सकता, लेकिन हमारा देश अब कहीं ज्यादा मजबूत है। मुझे मार्केट क्रैश से फर्क नहीं पड़ा है क्योंकि ये कुछ ही समय के लिए है। फिर सब नॉर्मल हो जाएगा।’ आज ‘ब्लैक मंडे’ होने की आशंका थीं
ट्रम्प के लगाए टैरिफ के चलते दुनियाभर के बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। 6 अप्रैल को अमेरिकी टीवी प्रेजेंटर और मार्केट एनालिस्ट जिम क्रैमर ने चेतावनी दी थी कि सोमवार 7 अप्रैल को बाजारों में फिर से एक बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि आज अमेरिकी बाजार के SP 500 इंडेक्स में 81 पॉइंट या 0.014% की तेजी है, ये 5,074 के स्तर पर आ गया। वहीं, डाउ जोन्स इंडेक्स करीब 100 पॉइंट या 0.43% गिरकर 38,148 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। जिम क्रैमर के बयान को 1987 के ब्लैक मंडे से जोड़कर देखा जा रहा था, क्योंकि 19 अक्टूबर 1987 को दुनियाभर के स्टॉक मार्केट्स में एक ही दिन में सबसे भारी गिरावट देखने को मिली थी। अमेरिका के डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल ऐवरेज (DJIA) में 22.6% की गिरावट आई थी, जो इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है। यह गिरावट अमेरिका से शुरू हुई, लेकिन जल्दी ही ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा और एशियाई बाजारों तक फैल गई थी। 50 देशों ने टैरिफ को लेकर ट्रम्प प्रशासन से कॉन्टैक्ट किया वहीं, ट्रम्प ने कहा कि 50 से ज्यादा देश टैरिफ को लेकर हमसे डील करने के लिए मरे जा रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन में ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने NBC को बताया कि 50 से ज्यादा देशों ने ट्रम्प प्रशासन से संपर्क किया है, लेकिन किसी भी तरह की बातचीत में समय लगेगा। बेसेंट ने कहा कि ये देश लंबे समय से हमारे साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं। और यह ऐसा मामला नहीं है, जिसे कुछ दिनों या हफ्तों में बातचीत करके सुलझाया जा सके। हमें आगे का रास्ता देखना होगा, क्योंकि जब कोई देश 20, 30, 40 या 50 साल से गलत तरीकों पर चल रहा हो, तो आप एक झटके में सब कुछ साफ नहीं कर सकते हैं। अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैक्स लगाया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल को दूसरे देशों पर लगाया जाने वाला रेसिप्रोकल टैक्स का ऐलान किया था। इसमें भारत पर 26% टैरिफ लगाए जाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत बहुत सख्त है। मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा। अमेरिका ने करीब 60 देशों पर उनके टैरिफ की तुलना में आधा टैरिफ लगाने का फैसला किया है। ——————————–
ट्रम्प के टैरिफ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अमेरिकी एक्सपर्ट की चेतावनी के बाद भारतीय बाजार भी टूटा:जिम क्रैमर ने कहा था- ‘ब्लैक मंडे’ आ रहा है; शाम को खुलेगा यूएस मार्केट फाइनेंशियल कॉमेंटेटर और सीएनबीसी के शो मैड मनी के होस्ट जिम क्रैमर की चेतावनी के बाद भारतीय बाजार 4% गिरकर कारोबार कर रहे हैं। क्रेमर ने दो दिन पहले कहा था कि अमेरिकी बाजार में 1987 जैसा ‘ब्लैक मंडे’ आ सकता है। क्रैमर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से दुनियाभर के देशों पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ को इसकी वजह बताया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…