ट्रम्प ने जेलेंस्की के बाद पुतिन से बात की:रूस-यूक्रेन जंग पर रूसी राष्ट्रपति बोले- सही समझौते हो जाएं तो सीजफायर मुमकिन

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच आज फोन पर दो घंटे से ज्यादा बातचीत हुई। पुतिन ने इस बातचीत को बहुत ज्यादा अच्छा बताया है। पुतिन ने कहा कि अगर सही समझौते हो जाएं तो यूक्रेन में कुछ समय के लिए युद्धविराम मुमकिन है। पुतिन ने कहा कि संघर्ष की असल वजह को खत्म करना होगा। रूसी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक पुतिन ने कहा कि पुतिन ने कहा कि वो यूक्रेन के साथ भविष्य के शांति समझौते पर एक मसौदा तैयार करने के लिए काम करने को तैयार हैं। पुतिन से पहले ट्रम्प ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी फोन पर बात की। हालांकि यह बातचीत सिर्फ कुछ मिनट की ही थी। 20 जनवरी को शपथ ग्रहण के बाद से ट्रम्प अब तक 3 बार रूसी राष्ट्रपति से बात कर चुके हैं… कल रूस पर प्रतिबंध लगाएगा यूरोपीय यूनियन ट्रम्प और पुतिन के बीच बातचीत की खबर ऐसे वक्त पर आई है जब कल यूरोपीय यूनियन (EU) रूस पर नए प्रतिबंधों को ऐलान करने वाला है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 16 मई को तुर्किये के इस्तांबुल में हुई यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल नहीं हुए थे। इस वजह से यह प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्त्ज ने 16 मई को इसे लेकर X पर पोस्ट किया था। मर्त्ज ने कहा था- यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का इस्तांबुल जाना एक बड़ा सद्भावना संदेश था। पुतिन नहीं आए और उन्होंने खुद को गलत साबित किया। हम रूस पर मंगलवार को ब्रुसेल्स में नए प्रतिबंधों का ऐलान करेंगे। 16 मई तुर्किये में सीजफायर पर रूस यूक्रेन ने बात की तुर्किये में 16 मई को रूस और यूक्रेन के बीच जंग रोकने को लेकर बातचीत हुई थी। बातचीत में दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ, जिसकी मध्यस्थता तुर्किये के अधिकारियों ने की थी। यह बातचीत लगभग 2 घंटे से भी कम समय तक चली थी। यूक्रेन से राष्ट्रपति जेलेंस्की इसमें शामिल हुए थे, जबकि पुतिन ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था। इसमें दोनों देशों में जंग रोकने को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी। यूक्रेनी अधिकारी के मुताबिक बातचीत के लिए कम से कम अस्थायी सीजफायर की शर्त रखी गई थी, रूस ने इसे मानने से इनकार कर दिया था। 3 साल में पहली बार दोनों देशों में सीधी बात हुई थी रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से जंग जारी है। बीते 3 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब दोनों देशों के बीच शांति को लेकर सीधी बातचीत हुई थी। यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव और रूस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पुतिन के सहयोगी व्लादिमिर मेंडिस्की ने किया थी। बातचीत से पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेंलेस्की ने कहा था कि यह फैसला उन्होंने इसलिए लिया, क्योंकि वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन का सम्मान करते हैं। जेलेंस्की ने कहा था कि रूसी डेलीगेशन में कोई भी ऐसा शख्स शामिल नहीं है जो वास्तव में फैसले लेता हो। इस खबर को अपडेट किया जा रहा है…