अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने शपथ ग्रहण से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत की है। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने जिनपिंग से कई अहम मुद्दों पर बातचीत की है। इसमें व्यापार, फेंटेनाइल (ड्रग) और टिकटॉक जैसे मुद्दे शामिल थे। ट्रम्प ने कहा- चीन और अमेरिका के लिए यह बातचीत बहुत अच्छी रही। मुझे उम्मीद है कि हम साथ मिलकर कई समस्याओं का समाधान करेंगे और यह जल्द शुरू होगा। राष्ट्रपति शी और मैं पूरी कोशिश करेंगे ताकि दुनिया को और अधिक शांतिपूर्ण व सुरक्षित बनाया जा सके। यह बातचीत ट्रम्प के शपथ ग्रहण से ठीक 3 दिन पहले हुई है। ट्रम्प 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। गौरतलब है कि ट्रम्प के शपथ से एक दिन पहले अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगने वाला है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुरक्षा वजहों से टिकटॉक पर बैन रहने के पक्ष में फैसला सुनाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बाइटडांस को 19 जनवरी 2025 तक का वक्त दिया था। उन्होंने कहा था कि बाइटडांस को अपने अमेरिकी ऐसेट्स को दूसरी कंपनी को बेचने के लिए 19 जनवरी तक का मौका है। अगर कंपनी ऐसा नहीं करती तो देशभर में इस पर बैन लगा दिया जाएगा। ट्रम्प के शपथ ग्रहण शामिल नहीं होंगे जिपपिंग
ट्रम्प ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता भेजा था। हालांकि जिनपिंग इसमें शामिल नहीं होंगे। उपराष्ट्रपति हान झेंग समारोह में शी के विशेष प्रतिनिधि के रूप में शामिल होंगे। यह पहला मौका होगा जब एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भाग लेंगे। इससे पहले, 6 जनवरी को ट्रम्प ने कहा था कि वह और शी संपर्क में हैं और दोनों देशों के संबंधों को लेकर अच्छी उम्मीद रखते हैं। ताइवान मामले को लेकर चीन-अमेरिका के बीच बढ़ सकता है तनाव CNN की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका-चीन संबंध में व्यापार, टेक्नोलॉजी और ताइवान जैसे मुद्दों को लेकर तनाव देखने को मिल सकता है। ट्रम्प ने चीन से आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर 60 फीसदी शुल्क लगाने की धमकी दी थी। ट्रम्प ने अपनी कैंपेनिंग के दौरान यह चेतावनी भी दी थी कि अगर चीन फेंटेनाइल पर लगाम कसने में नाकाम रहता है तो वह 10 फीसदी ज्यादा शुल्क लगा देंगे। इस पर शी जिनपिंग का भी बयान आया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ और टेक्नोलॉजी की लड़ाई में जीत किसी की नहीं होगी। जिंनपिंग ने कहा था कि चीन इस मामले में अपने हितों की पूरी मजबूती से रक्षा करेगा। शी ने कहा था कि सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं को परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि सभी देशों को एक खुली विश्व अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, इनोवेशन को बढ़ावा देना चाहिए, डिजिटल इकोनॉमी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कार्बन का कम उत्सर्जन होने वाली टेक्नोलॉजी जैसे जरूरी मौकों का फायदा उठाना चाहिए, आर्थिक विकास के नए स्रोत खोजने चाहिए। ……………………………………………… ट्रम्प की टैरिफ धमकी से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… ट्रम्प के एक बयान से चीन-कनाडा की करेंसी में गिरावट:पूर्व प्रेसिडेंट ने कहा था- शपथ लेते ही इन देशों पर 25%-35% टैरिफ लगाऊंगा ट्रम्प ने ऐलान किया है कि वे राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही कनाडा, मैक्सिको और चीन से अमेरिका आने वाले सामान पर भारी टैरिफ लगाएंगे। ट्रम्प ने कहा है कि जब तक ये तीनों देश ड्रग्स और अवैध प्रवासियों पर लगाम नहीं लगाते तब तक उन्हें अमेरिका की तरफ से लगाए गए भारी टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी। पूरी खबर यहां पढ़ें…
ट्रम्प ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता भेजा था। हालांकि जिनपिंग इसमें शामिल नहीं होंगे। उपराष्ट्रपति हान झेंग समारोह में शी के विशेष प्रतिनिधि के रूप में शामिल होंगे। यह पहला मौका होगा जब एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भाग लेंगे। इससे पहले, 6 जनवरी को ट्रम्प ने कहा था कि वह और शी संपर्क में हैं और दोनों देशों के संबंधों को लेकर अच्छी उम्मीद रखते हैं। ताइवान मामले को लेकर चीन-अमेरिका के बीच बढ़ सकता है तनाव CNN की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका-चीन संबंध में व्यापार, टेक्नोलॉजी और ताइवान जैसे मुद्दों को लेकर तनाव देखने को मिल सकता है। ट्रम्प ने चीन से आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर 60 फीसदी शुल्क लगाने की धमकी दी थी। ट्रम्प ने अपनी कैंपेनिंग के दौरान यह चेतावनी भी दी थी कि अगर चीन फेंटेनाइल पर लगाम कसने में नाकाम रहता है तो वह 10 फीसदी ज्यादा शुल्क लगा देंगे। इस पर शी जिनपिंग का भी बयान आया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ और टेक्नोलॉजी की लड़ाई में जीत किसी की नहीं होगी। जिंनपिंग ने कहा था कि चीन इस मामले में अपने हितों की पूरी मजबूती से रक्षा करेगा। शी ने कहा था कि सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं को परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि सभी देशों को एक खुली विश्व अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, इनोवेशन को बढ़ावा देना चाहिए, डिजिटल इकोनॉमी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कार्बन का कम उत्सर्जन होने वाली टेक्नोलॉजी जैसे जरूरी मौकों का फायदा उठाना चाहिए, आर्थिक विकास के नए स्रोत खोजने चाहिए। ……………………………………………… ट्रम्प की टैरिफ धमकी से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… ट्रम्प के एक बयान से चीन-कनाडा की करेंसी में गिरावट:पूर्व प्रेसिडेंट ने कहा था- शपथ लेते ही इन देशों पर 25%-35% टैरिफ लगाऊंगा ट्रम्प ने ऐलान किया है कि वे राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही कनाडा, मैक्सिको और चीन से अमेरिका आने वाले सामान पर भारी टैरिफ लगाएंगे। ट्रम्प ने कहा है कि जब तक ये तीनों देश ड्रग्स और अवैध प्रवासियों पर लगाम नहीं लगाते तब तक उन्हें अमेरिका की तरफ से लगाए गए भारी टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी। पूरी खबर यहां पढ़ें…