गृहिणियों के लिए कला के जरिए पैसा कमाना कोई नया तरीका नहीं है। आज इसमें जो मुख्य बदलाव आया है वो यह है कि महिलाएं डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से अपनी कला में विविधता लाने में सक्षम हैं।
पहले जहां कलाकारों के पास पेंटिग्स बेचने और आर्ट क्लासेस होस्ट करने जैसे परंपरागत तरीके ही मौजूद थे, वहीं पिछले पांच सालों में इसमें महत्वपूर्ण बदलाव आया है। आर्ट एंड क्राफ्ट को किस तरह से पैसा कमाने का जरिया बनाया जा सकता है बता रही हैं एडिटर इंडिया, फोर्ब्स एडवाइजर आशिका जैन।
कोरोना महामारी के बाद यह अनुमान है कि कला प्रदर्शनी और पेंटिग्स गैलरी बीते समय की बात हो जाएगी और ज्यादातर कला संबंधी बिजनेस अवसर ऑनलाइन की तरफ जाएंगे। यहां तीन रास्ते उन गृहिणियों के लिए हैं, जिनकी आर्ट एंड क्राफ्ट में रुचि है और इसमें विशेषज्ञता हासिल करना चाहती हैं।
1. हाथ से बने कार्ड, प्रिंटेड शीट्स में लपेटे गिफ्ट और रोजाना उपयोग होने वाले प्रोडक्ट जैसे हैंड बैग और ज्वेलरी का मूल्य मशीन प्रिंटेड सामानों की तुलना में बहुत अधिक है। गृहिणियों के लिए अपनी कला को ग्राहकों तक पहुंचाने का यह उपयुक्त समय है।
2. अगस्त से एक अच्छा अवसर होता है, जब भारत में विभिन्न तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। रक्षा बंधन से लेकर दिवाली, दुर्गा पूजा से लेकर दशहरा तक, ईद से लेकर क्रिसमस तक ये ऐसे अवसर हैं जब कार्ड, गिफ्टिंग आइटम्स, आधुनिक इस्तेमाल होने वाले सामान और विशेष चीजों के साथ कला प्रेमी विभिन्न प्रयोग कर सकते हैं।
3. कला के जरिए पैसा बनाने का दूसरा तरीका है इसे ऑनलाइन सिखाना। अब फिजिकल क्लास उतना पसंदीदा प्रारूप नहीं रहा। ज्यादातर माता-पिता अपने बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास पसंद कर रहे हैं।
4. डूडलिंग, मंडला आर्ट, सेल्फ-हीलिंग और टैटू-मेकिंग के लिए कलरिंग तकनीक आज की ऐसी लोकप्रिय व नए जमाने की कला हैं, जिनकी काफी डिमांड है।
5. महिलाएं प्रति क्लास के हिसाब से उचित फीस ले सकती हैं। वे मंथली क्लास लेकर भी पैसे कमा सकती हैं। अपने काम से संबंधित ग्राहक ढूंढने के लिए सोशल मीडिया बेहतर जगह है, खास तौर से फेसबुक और इंस्टाग्राम।
6. बहुत सारी महिलाओं के पास अपने सोशल मीडिया पेज हैं, जिस पर वो अपनी कला की तस्वीरें डालती रहती हैं। इस तरह भी वे ग्राहकों को इस कला से परिचित करा सकती हैं।