तलाक किसी भी व्यक्ति के लिए आसान नहीं होता है। इसका हर किसी पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। कोई इसके गम से महीनों या सालों तक नहीं उबर पाता है तो काेई महज कुछ दिनों में ही इससे बाहर आ जाता है। हालांकि तलाक से उबरना जितना कठिन है, उससे कहीं ज्यादा चैलेंजिंग तलाक के बाद नए रिश्ते में आना है। बहुत से लोगों को तो इसके लिए तैयार होने में सालों लग जाते हैं। तलाक से उबरने के बाद जहां कुछ लोग सिर्फ अपने जीवनसाथी के खालीपन को भरने के लिए नए रिश्ते में आना चाहते हैं। वहीं कुछ लोग पुराने रिश्ते से सबक लेते हुए नए तरीके से अपनी लाइफ की शुरुआत करना चाहते हैं। हालांकि तलाक के बाद नए रिश्ते में आने से पहले कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। तो आज रिलेशनशिप कॉलम में हम तलाक के बाद नया रिश्ता शुरू करने के हेल्दी तरीकों के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि इसके लिए खुद को कैसे तैयार करें। तलाक के बाद नया रिश्ता कैसे शुरू करें तलाक के बाद नया रिश्ता शुरू करना किसी के लिए भी भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए सबसे पहले खुद को इसके लिए मानसिक रूप से तैयार करें। साथ ही अपने पिछले रिश्ते से मिले सबक को भी याद रखें। इसके अलावा आप अपने नए रिश्ते से क्या चाहते हैं, आपकी पसंद-नापसंद क्या है, आपकी किस कमी की वजह से पिछता रिश्ता टूटा, इन सभी बातों पर विचार करना जरूरी है। तलाक के बाद नए रिश्ते में आने से पहले खुद से कुछ सवाल जरूर पूछें। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- नए रिश्ते में आने से पहले तैयारी जरूरी तलाक के बाद नए रिश्ते में आने के लिए सबसे पहले अपने अतीत को भूलना जरूरी है। इसके बाद खुद को आर्थिक, मानसिक और भावानात्मक रूप से तैयार करना चाहिए। नए रिश्ते में आने से पहले कुछ और बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- आइए, अब ऊपर दिए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं। अतीत से निकलें बाहर नए रिश्ते को अपनाने के लिए अतीत से बाहर निकलना जरूरी है। अतीत की भावनाएं और अनुभव आपके वर्तमान व भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आप अपने अतीत में फंसे रहेंगे तो नए रिश्ते में पूरी तरह से शामिल नहीं हो पाएंगे। इसलिए सबसे पहले खुद को पुराने रिश्ते से पूरी तरह बाहर निकालें। इसके बाद ही नए रिश्ते की तलाश शुरू करें। मानसिक और आर्थिक रूप से हों तैयार तलाक के बाद नया रिश्ता शुरू करने से पहले ये सुनिश्चित करें कि आप मानसिक और आर्थिक रूप से इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए तैयार हैं। इसके बाद अपने लिए एक नया पार्टनर चुनने पर विचार करें। ईमानदारी से बातचीत करें ईमानदारी किसी भी रिश्ते की नींव है। इसलिए पार्टनर के साथ बातचीत करते समय हमेशा ईमानदार रहें। अपनी अपेक्षाओं के बारे में खुलकर बात करें। इस रिश्ते से आप क्या चाहते हैं, उसे साझा करें। रिश्ते की शुरुआत में ही इस पर बात करना महत्वपूर्ण है। इससे भविष्य में फिर से किसी बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है। पार्टनर को अपनी कमियों और खूबियों के बारे में बताएं अपने नए पार्टनर के साथ हेल्दी और मजबूत रिश्ता बनाने के लिए उन्हें अपनी कमियों और खूबियों के बारे में बताना जरूरी है। इससे वह आपको बेहतर ढंग से समझ पाएंगे और उनके मन में आपके प्रति विश्वास पैदा होगा। बदलाव के लिए तैयार रहें नए रिश्ते में आने से पहले पिछले रिश्ते से मिले सबक को याद रखते हुए खुद में कुछ बदलाव करें। ये बदलाव आपके जीवन जीने के तरीके, पर्सनैलिटी और दृष्टिकोण से भी जुड़ा होना चाहिए। ऐसा न सोचें कि हर कोई आपके एक्स जैसा है किसी नए व्यक्ति पर भरोसा करने में समय लग सकता है। खासकर तब, जब आप अपने एक्स से तलाक ले चुके हैं। लेकिन अगर दिमाग में ये बात बस गई है कि कोई भी आपके एक्स जैसा हो सकता है तो आपको नया पार्टनर खोजने में परेशानी हाे सकती है। इसलिए नए पार्टनर को एक व्यक्ति के रूप में देखें। उनकी खूबियों के लिए तारीफ भी करें। इससे रिश्ता मजबूत होगा। बच्चों की जरूरतों और भावनाओं पर ध्यान दें अगर आपके बच्चे हैं तो नया पार्टनर चुनने से पहले उनकी भावनाओं और जरूरतों का ख्याल रखें। अगर आप दूसरी शादी करने का फैसला ले रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि बच्चों को पर्याप्त स्पेस मिले और उनके प्यार में काेई कमी न हो। जहां तक बच्चों को डेटिंग लाइफ के बारे में बताने की बात है, यह इस पर निर्भर करता है कि वे कितने बड़े हैं। एक छोटे बच्चे को यह बताने की जरूरत नहीं है। बच्चों की उम्र चाहे जो भी हो, जब तक आप नए पार्टनर के बारे में पूरी तरह आश्वस्त न हों, तब तक उन्हें बच्चों से न मिलवाएं। अगर बच्चे बड़े हैं तो उनसे सलाह लें अगर आपके बच्चे बड़े हो गए हैं तो डेटिंग से पहले आप उनसे सलाह ले सकते हैं। इससे न केवल आपको उनकी राय मिलेगी, बल्कि रिश्ते में भी मजबूती आएगी। फैसले से पहले विचार-विमर्श करें तलाक के बाद नए रिश्ते पर फैसला लेना एक महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी भरा काम है। ऐसे में इस पर विचार-विमर्श करना बहुत जरूरी है, ताकि आप अपने फैसले के बारे में पूरी तरह से सुनिश्चित सकें। जल्दबाजी में कोई भी फैसला लेना भारी पड़ सकता है। ऐसे में निर्णय लेने से पहले पर्याप्त समय लें। इसके लिए अपने किसी विश्वासपात्र दोस्त या फैमिली मेंबर से सलाह भी ले सकते हैं।