ताइवान के सबसे बड़ी स्टॉक कंपनी ने महज दो दिनों में 72 बिलियन डॉलर (करीब 5.4 लाख करोड़ रुपए) जोड़े हैं, जो गोल्डमैन सैश ग्रुप इंक के बराबर है। वहीं, मुकेश अंबानी की जियो की वैल्यूएशन से भी ज्यादा है। जियो की मौजूदा वैल्यूएशन 5.16 लाख करोड़ रुपए है।
ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) ने ताइपेई में मंगलवार को 9.9% की बढ़ोतरी की। इस ग्रोथ के चलते ये दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई।
महामारी से दूर रही कंपनी
चिपमेकर की वैल्यूएशन 410 बिलियन डॉलर (30 लाख करोड़ रुपए) से अधिक है, जो अमेरिकी की दिग्गज कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन और वीजा इंक से भी ज्यादा है। ताइवान के इक्विटी मार्केट में डेली स्टॉक 10% पर बना हुआ है। बता दें कि कोविड-19 महामारी का असर इस कंपनी के साथ ताइवान की प्रमुख कंपनियों पर नहीं हुआ है। जिसकी वजह से भी कंपनी के स्टॉक में तेजी आ रही है।
लोकल करंसी की डिमांड बढ़ी
ताइवान के फाइनेंशियल मार्केट पर TSMC के पड़ने वाले प्रभाव को कम करना मुश्किल है। स्थानीय बेंचमार्क का लगभग एक तिहाई हिस्सा बनाते हुए, इसने टाइक्स को पिछले एक दशक के रिकॉर्ड के साथ एकतरफा हटा दिया है।
लोकल करंसी की बढ़ती डिमांड के कारण इसकी रैली ताइवान के इक्विटीज में विदेशी फ्लो को अट्रैक्ट कर रही है। अप्रैल 2018 के बाद मंगलवार को ताइवान डॉलर 1% मजबूत हुआ।
इंटेल से जुड़ी खबरोंं के बाद आया उछाल
TSMC के शेयरों में लेटेस्ट बूस्ट इंटेल कॉर्प द्वारा पिछले सप्ताह उन खबरोंं के बाद आया, जिसमेंं उसने कहा थाा कि इसके 7 नैनोमीटर चिप्स शेड्यूल से पीछे हैं और यह उनके उत्पादन को आउटसोर्स कर सकता है।
यूएस चिपमेकर कंपनी इंटेल को TSMC के लिए नए फनल बिजनेस की उम्मीद है, जो कि सिलिकॉन निर्माण में अपनी ग्लोबल लीड और दुनिया के सबसे बड़े टेक कॉर्पोरेशन के लिए सेमीकंडक्टर बनाने के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए है।
सोमवार को एक रिपोर्ट में बताया गया कि इंटेल ने 2021 के लिए 6nm चिप्स की 180,000 इकाइयों के लिए TSMC के साथ आदेश दिए थे।