टाटा स्टील को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 295 करोड़ रुपए का मुनाफा (कॉसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 43% की कमी आई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 522.14 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। टाटा स्टील ने सोमवार (27 जनवरी) को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इस दौरान कंपनी ने ऑपरेशन से 53,648 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 3% की गिरावट हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 55,312 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहते हैं। तिमाही आधार पर 61% कम हुआ प्रॉफिट दूसरी तिमाही में टाटा स्टील को 759 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। इस लिहाज से मौजूदा तिमाही में इसमें 61% की गिरावट हुई है। वहीं, जुलाई-सितंबर में कंपनी ने 53,905 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। इन तीन महीनों में इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड? कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। एक महीने में 9% गिरा टाटा स्टील का शेयर नतीजों से पहले टाटा स्टील का शेयर आज यानी सोमवार (27 जनवरी) को 2.46% गिरकर 126.55 के स्तर पर बंद हुआ। टाटा स्टील का शेयर पिछले 5 दिन में 4.06%, एक महीने में 8.90%, छह महीने में 22.30% और एक साल में 6.26% गिरा है। कंपनी के शेयर में इस साल 7.45% की गिरावट हुई है। कंपनी का मार्केट कैप 1.57 लाख करोड़ रुपए हैं। ——————————— तिमाही नतीजों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अडाणी विल्मर का मुनाफा तीसरी तिमाही में दोगुना हुआ: ₹201 करोड़ से बढ़कर ₹411 करोड़ पहुंचा, रेवेन्यू 24% बढ़ा; 6 महीने में 25% गिरा शेयर अडाणी ग्रुप की FMCG कंपनी अडाणी विल्मर का वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) 104% बढ़कर 411 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 201 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 15,859 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 23.62% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 12,828 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाले पैसे को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…