डोनाल्ड ट्रम्प 20 जनवरी को राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर अमेरिका की सत्ता संभालेंगे। उसके बाद वे काम-काज के लिए व्हाइट हाउस में आकर रहेंगे। लेकिन उनकी पत्नी मेलानिया ट्रम्प की बतौर फर्स्ट लेडी व्हाइट हाउस में रहने की संभावना कम है। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक वे ज्यादातर समय न्यूयॉर्क में बिताएंगी। जहां वे अपने बेटे के साथ रहेंगी। इसके अलावा पिछले 4 सालों में उन्होंने फ्लोरिडा में नए दोस्त बनाए हैं, इसलिए संभावना है कि कुछ समय वे फ्लोरिडा में भी बिताएंगी। हालांकि मेलानिया बतौर फर्स्ट लेडी जरूरी काम-काज में शामिल होगी। वे मुख्य आयोजनों में भी दिखाई देंगी। लेकिन अगले 4 साल तक अधिकतर समय व्हाइट हाउस से दूरी बनाकर रख सकती हैं। पारंपरिक बैठक में भी नहीं शामिल हुई मेलानिया राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बाइडेन से मिलने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ पत्नी मेलानिया ट्रम्प नहीं गईं। इस बैठक के लिए जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने ट्रम्प और मेलानिया को न्योता भेजा था। अमेरिकी में परंपरा रही है कि नव-निर्वाचित राष्ट्रपति को वर्तमान राष्ट्रपति बैठक के लिए व्हाइट हाउस न्योता भेजते हैं। इस बैठक को शांतिपूर्वक सत्ता सौंपने की शुरुआत के तौर पर देखा जाता है। मेलानिया के बैठक में शामिल नहीं होने के बाद व्हाइट हाउस का बयान भी सामने आया था। इस बयान में कहा गया था कि फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने अपने हाथों से मेलानिया के लिए लेटर लिखकर भेजा था। हालांकि मेलानिया ने पहले ही बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था। उन्होंने इसके पीछे की वजह पहले से ही तय एक बुक लॉन्च के शेड्यूल को बताया। बेटे के साथ न्यूयॉर्क में रह सकती हैं मेलानिया डोनाल्ड ट्रम्प जब 2017 में राष्ट्रपति बने थे तब उनके और मेलानिया के बेटे बैरन ट्रम्प 10 साल के थे। उस समय बैरन स्कूल में पढ़ रहे थे। इस वजह से मेलानिया कुछ महीने तक व्हाइट हाउस नहीं पहुंच पाई थी। फिलहाल बैरन 18 साल के हैं और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं। इसके चलते संभावना है कि मेलानिया उनके साथ न्यूयॉर्क के ट्रम्प टावर में रहेंगी। फोक्स न्यूज को सितंबर में दिए एक इंटरव्यू के दौरान मेलानिया ने बैरन के बारे में बात करते हुए कहा था – यहां आना उनका फैसला था, वे न्यूयॉर्क में रहना चाहते हैं, न्यूयॉर्क में पढ़ाई करना चाहते हैं और अपने घर में रहना चाहते हैं और मैं इसका सम्मान करती हूं। 2016 में व्हाइट हाउस में हुई बैठक में पहुंची थी मेलानिया डोनाल्ड ट्रम्प ने 2016 में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव जीता था। इसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा और फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा ने बैठक के लिए व्हाइट हाउस में ट्रम्प और मेलानिया स्वागत किया गया। उस समय मिशेल मेलानिया को अपने निजी निवास पर भी लेकर गयी थी। मिशेल ओबामा ने व्हाइट हाउस के येलो ओवल रूम में चाय के लिए मेलानिया ट्रम्प की मेजबानी की थी। साल 2016 में व्हाइट हाउस में ट्रम्प और ओबामा के बीच मुलाकात हुई थी। तब दोनों नेताओं ने 90 मिनट तक चर्चा की थी। ———————————– अमेरिका से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… ट्रम्प ने तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस का चीफ बनाया:पिछले महीने रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुई थीं; कमला हैरिस को डिबेट में हराया था अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी सरकार के अहम पदों पर नियुक्तियां कर रहे हैं। ट्रम्प ने हिन्दू नेता तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने बुधवार को बाइडेन से मुलाकात के बाद इसकी घोषणा की। तुलसी, ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पद को संभालेंगी। वह अवरील हेन्स की जगह लेंगी। तुलसी गबार्ड (43) अमेरिका की पहली हिन्दू सांसद रही हैं। गबार्ड ने 21 साल की उम्र में हवाई से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वह 4 बार डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद रहीं। तुलसी पहले बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता थी। उन्होंने पिछले महीने ही रिपब्लिकन पार्टी को ज्वाइन किया है। ट्रम्प ने तुलसी के अलावा और दो लोगों को अहम जिम्मेदारी दी है। फ्लोरिडा सीनेटर मार्को रूबियो को विदेश मंत्री और मैट गेट्ज को अटॉर्नी जनरल बनाया गया है। पूरी खबर पढ़ें…