जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए गुरुवार को प्रदेश के अतिरिक्त प्रधान सचिव स्वास्थ्य राजीव अरोड़ा ने फरीदाबाद, पलवल और रेवाड़ी जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर संक्रमण रोकने को लेकर हर जरूरी उपाय करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा जिले में कराए जा रहे सर्वे को लेकर कई कमियां सामने आ रही हैं। आंकड़ों में खेल हो रहा है। इस पर रोक लगाई जाए और सर्वे का कार्य निस्पक्षता के साथ हो। साथ ही दिल्ली एनसीआर, पड़ोसी राज्यों और जिलों से रोज आने-जाने वालों का एक डाटा तैयार कर उन्हें यलो कार्ड दिया जाए।
यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे लोग घर आने के बाद बाहर न निकलने पाएं। कोरोना संक्रमण पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए उन्होंने सोनीपत और झज्जर जिले का उदाहरण भी दिया। अतिरिक्त प्रधान सचिव ने जिलों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की नियमित जांच करने के आदेश दिए। बैठक में डिवीजनल कमिश्नर संजय जून, डीजी हेल्थ डॉ. एसबी कंबोज, निगम कमिश्नर यश गर्ग, सीईओ स्मार्ट सिटी लिमिटेड डॉ. गरिमा मित्तल, पलवल के डीसी नरेश कुमार, डीसी रेवाड़ी यशेन्द्र सिंह, ईएसआईसी मेडिकल कालेज के डीन डा. असीम दास सहित तीनों जिलों के सीएमओ और कोविड-19 के नोडल अधिकारी मौजूद थे।
राजीव अरोड़ा ने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो टेस्ट के दौरान अपना गलत एड्रेस और फोन नंबर लिखवा रहे हैं। पॉजिटिव होने पर जब हेल्थ विभाग की टीम उस पते पर पहुंचती है तो मौके पर कोई नहीं मिलता।
जिले में हो रहे सर्वे का फिजिकल वेरिफिकेशन कराएं अधिकारी
अतिरिक्त प्रधान सचिव ने कहाकि ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि जिले में हो रहे सर्वे को लेकर खानापूर्ति की जा रही है। आंकड़ों में खेल किया जा रहा है। जैसे यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हाे रहा है और उसके घर में छह सदस्य हैं तो बगैर उनकी जांच कराए उन्हें स्वस्थ बताया जा रहा है। या फिर सर्वे दस घरों का किया गया और उनकी संख्या अधिक दर्शायी जा रही है।
उन्होंने तीनों जिलों के डीसी से कहाकि वे सर्वे टीम का अपने अधिकारी भेजकर फिजिकल वेरिफिकेशन कराएं। यह पता कराएं कि सर्वे टीम की जो रिपोर्ट है उनमें और क्षेत्र में सर्वे की हकीकत क्या है। उन्होंने सोनीपत जिले का उदाहरण देते हुए कहाकि वहां पहले चरण के सर्वे में 3500 लोग संक्रमित पाए गए थे। दूसरे राउंड के सर्वे में 600 और तीसरे राउंड के सर्वे में महज 235 लोग ही रह गए।
पड़ोसी राज्यों व जिलों से आने वालों को येलो कार्ड जारी करें
अतिरिक्त प्रधान सचिव ने कहाकि जिलों में मरीजों की संख्या बढ़ने का एक कारण दिल्ली-एनसीआर और पड़ोसी राज्यों व जिलों से आने-जाने वाले भी हैं। उन्होंने तीनों जिले के अधिकारियों से कहाकि वह दिल्ली-एनसीआर, पड़ोसी राज्य यूपी, राजस्थान और पड़ोसी जिलों से रोज आने-जाने वालों को चिह्नित कर आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार उन्हें यलो कार्ड इश्यू करें और उनके घर पहुंचने के बाद बाहर निकलने पर पूरी तरह से पाबंदी हो। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहाकि वह टेस्टिंग की संख्या बढ़ाएं। जो संक्रमित पाए जाते हैं उन्हें तत्काल आइसोलेट करें।