दिल्ली में CM आवास सील:PWD ने मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर निकाला; 4 अक्टूबर को केजरीवाल ने खाली किया था घर

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी फ्लैग स्टाफ रोड स्थित सीएम आवास सील कर दिया गया है। PWD ने आवास से उनका सामान निकालकर बाहर कर दिया है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 4 अक्टूबर को आवास खाली किया था। दो दिन पहले ही आतिशी इसमें रहने आईं। PWD के अधिकारी बुधवार सुबह 11-11:30 बजे सीएम आवास आए थे। उनके मुताबिक, घर का हैंडओवर करने में नियमों का पालन नहीं किया गया था। आतिशी के पास इस घर की चाबियां थीं, लेकिन उन्हें घर अलॉट किए जाने के आधिकारिक दस्तावेज नहीं दिए गए थे। अधिकारियों ने दोपहर तक घर की चाबियां ले लीं। इसे लेकर सीएम ऑफिस ने कहा, ‘इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री को उसका घर खाली करने को कहा गया है। LG ने भाजपा के कहने पर जबरदस्ती CM आतिशी का सामान घर से बाहर निकाला। ये सीएम आवास किसी बड़े भाजपा नेता को दिए जाने की तैयारी की जा रही है। भाजपा 27 साल से दिल्ली में सरकार से बाहर है, अब वह सीएम आवास हथियाना चाहती है।’ माता-पिता के साथ नए बंगले में शिफ्ट हुए केजरीवाल अरविंद केजरीवाल 4 अक्टूबर की दोपहर लुटियंस दिल्ली में फिरोजशाह रोड पर बंगला नंबर-5 में शिफ्ट हो गए। यह बंगला पंजाब से AAP के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को दिया गया है। केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल, माता-पिता और दोनों बच्चों के साथ शिफ्ट हुए हैं। अशोक मित्तल और उनकी पत्नी ने सभी का अपने घर में स्वागत किया। मित्तल ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि केजरीवाल गेस्ट के तौर पर मेरे घर में शिफ्ट हुए हैं। केजरीवाल ने 17 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने CM आवास और सभी सरकारी सुविधाएं छोड़ने का ऐलान किया था। AAP ने कहा था कि केजरीवाल नया घर देख रहे हैं। वे ऐसी जगह ढूंढ रहे हैं, जहां रहने में कोई विवाद न हो। AAP ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार से केजरीवाल को नेशनल पार्टी के प्रमुख के तौर पर आवास मुहैया कराने की मांग की गई थी, लेकिन सरकार की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया था। केजरीवाल के CM आवास छोड़ने और नए घर में शिफ्ट होने की 7 फोटोज… दिल्ली में CM खुद बंगला चुनते हैं, कोई आधिकारिक आवास नहीं
दिल्ली में कोई आधिकारिक CM हाउस नहीं है। केजरीवाल से पहले जाे भी CM हुए, वे अलग-अलग बंगलों में रह चुके हैं। 1993 में मदनलाल खुराना को 33 शामनाथ मार्ग, उनके बाद साहिब सिंह वर्मा को 9 शामनाथ मार्ग और शीला दीक्षित को पहले एबी-17 मथुरा रोड और दूसरे कार्यकाल में 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग वाला बंगला आवंटित किया गया था। दिल्ली में मुख्यमंत्री अपनी सहूलियत के हिसाब से बंगला चुनते हैं। CM पद से हटने के बाद उन्हें अपने पुश्तैनी, निजी या किराए का कोई मकान लेकर रहना पड़ता है। इसके लिए अलग से कोई आवास भत्ता भी नहीं दिया जाता। आवास भत्ता कुल प्रतिमाह दी जाने वाली राशि में शामिल होता है। CM बनने से पहले गाजियाबाद में रहते थे केजरीवाल
CM पद से इस्तीफा देने के बाद अब केजरीवाल सिर्फ आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और नई दिल्ली से विधायक हैं। दिल्ली विधानसभा में अन्य राज्यों की तरह विधायकों को रहने के लिए बंगले नहीं दिए जाते। न ही पूर्व CM के तौर पर बंगला देने का नियम है। केजरीवाल दिसंबर 2013 में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे। मुख्यमंत्री के तौर पर वे मध्य दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहे। फरवरी 2015 में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला तो वे उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित आवास में रहने चले गए। केजरीवाल ने तिहाड़ से निकलने के 22 दिन बाद CM आवास छोड़ा… 13 सितंबर: केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली शराब नीति मामले में 21 मार्च 2024 को ED ने दो घंटे की पूछताछ के बाद केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वे तिहाड़ जेल में थे। गिरफ्तारी के 177 दिन बाद सुप्रीम काेर्ट ने 13 सितंबर 2024 को उन्हें जमानत दी थी। पूरी खबर पढ़ें… 15 सितंबर: केजरीवाल ने CM पद छोड़ने का ऐलान किया अरविंद केजरीवाल ने 15 सितंबर को CM पद छोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा- भाजपा ने मुझ पर बेईमानी, भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, अब जनता की अदालत में मेरी ईमानदारी का फैसला होगा। अगले विधानसभा चुनाव तक मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। पूरी खबर पढ़ें… 17 सितंबर: केजरीवाल का इस्तीफा, आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के 4 दिन बाद, 17 सिंतबर को CM पद से इस्तीफा दे दिया। 17 सिंतबर को ही दिल्ली सरकार में मंत्री रहीं आतिशी ने नई सरकार का दावा पेश किया था। वे कालकाजी सीट से तीन बार की विधायक हैं। पूरी खबर पढ़ें… 21 सितंबर: आतिशी ने दिल्ली की CM पद थी शपथ ली आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। राजनिवास में उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए थे। आतिशी ​​​​​दिल्ली की सबसे युवा (43 साल) CM हैं। इससे पहले केजरीवाल 45 साल की उम्र में CM बने थे। पूरी खबर पढ़ें… 22 सितंबर: केजरीवाल बोले- लांछन के साथ नहीं जी सकता दिल्ली के जंतर-मंतर पर केजरीवाल ने 22 सितंबर को ‘जनता की अदालत’ जनसभा की थी। उन्होंने AAP संयोजक ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से 5 सवाल पूछे थे। कहा था कि जब 75 साल में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्र जैसे नेताओं को रिटायर कर दिया तो ये नियम मोदी पर लागू क्यों नहीं। पूरी खबर पढ़ें… …………………….. दिल्ली के पूर्व CM केजरीवाल से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पंजाब के कारोबारी और AAP सांसद के घर रहेंगे केजरीवाल, LPU के संस्थापक-चांसलर हैं अशोक मित्तल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल AAP के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल के घर में शिफ्ट हुए हैं। अशोक मित्तल पंजाब से राज्यसभा सांसद और फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक और चांसलर हैं। मित्तल पंजाब के बड़े कारोबारी है। शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका बड़ा नाम है। पूरी खबर पढ़ें… CM आवास के बाद क्या केजरीवाल की सिक्योरिटी भी छिनेगी, इस्तीफे के बाद सैलरी और भत्तों पर क्या असर दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफे के बाद केजरीवाल को दी जाने वाली ‘जेड प्लस’ कैटेगरी की सिक्योरिटी घटाई जा सकती है। इसमें 10 NSG कमांडो व पुलिसकर्मियों सहित 55 कर्मियों का सुरक्षा घेरा हाेता है। सुरक्षा एजेंसियां केजरीवाल को होने वाले खतरे को ध्यान में रखकर फैसला लेंगी कि केजरीवाल को सुरक्षा देना है या नहीं। पूरी खबर पढ़ें