शुक्रवार को उच्च न्यायालय ने दिल्ली यूनिवर्सिटी को फाइनल ईयर स्टूडेंट के लिए ऑनलाइन ओपन एग्जामिनेशन आयोजित करने की मंजूरी दे दी। कोर्ट के निर्देश के बाद अभी परीक्षाएं सोमवार 10 अगस्त से शुरू होंगी। इससे पहले कोर्ट ने यूनिवर्सिटी को दृष्टिबाधित स्टूडेंट्स के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में राइटर्स की सुविधा देने के निर्देश दिए थे। सीएससी की स्थापना ऐसे स्टूडेंट्स के लिए की गई है, जिनके पास कोई भी के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध नहीं है।
10 तारीख से शुरू होंगे एग्जाम्स
साथ ही 10 अगस्त से शुरू होने वाले इस एग्जामिनेशन में शामिल नहीं होने वाले स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी सितंबर में परीक्षा आयोजित कर एक और मौका देगी। वहीं, यूनिवर्सिटी के टीचर्स और स्टूडेंट्स लगातार ओपन बुक एग्जामिनेशन का विरोध कर इसे भेदभाव पूर्ण बता रहे हैं। एक सर्वे के मुताबिक करीब 68 फीसदी के स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन परीक्षा का विरोध किया।
परीक्षा का हो रहा विरोध
कोरोना के कारण परीक्षा की स्थिति साफ करते हुए यूजीसी की तरफ से जारी संशोधित कैलेंडर के मुताबिक देशभर की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज को सितंबर के अंत तक फाइनल ईयर की परीक्षाएं आयोजित करनी होगी। हालांकि फैसले के विरोध में कई छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी को दिए गए निर्देश
- प्रश्न पत्र स्टूडेंट्स की ईमेल आईडी और पोर्टल पर अपलोड किया जाएं।
- स्टूडेंट्स को आंसर शीट अपलोड करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएं।
- आंसर शीट जमा होने पर स्टूडेंट्स को ऑटो जनरेट ईमेल भेजा जाएं ।
- छात्रों द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए शिकायत अधिकारी नियुक्त होंगे।
- गैर-निवारण के मामलों में शिकायत, समिति को भेज दी जाएगी।
- शिकायत समिति का पुनर्गठन जस्टिस प्रतिभा रानी के तत्वाधान में किया गया।
- शिकायत मिलने पर समिति 5 दिन में शिकायतों का समाधान करें।
- ओपन बुक परीक्षा का परिणाम जल्द ही जारी किया जाएं।