महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम आने के 13 दिन बाद आज नई सरकार का गठन होगा। शपथ ग्रहण समारोह आज शाम 5:30 बजे आजाद मैदान में होगा। देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं, NCP लीडर अजित पवार छठी बार उप मुख्यमंत्री बनेंगे। उनके अलावा शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे भी डिप्टी सीएम के पद की शपथ लेंगे। फडणवीस के बाद शिंदे सीएम से डिप्टी सीएम बनने वाले दूसरे नेता हैं। प्रोग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई भाजपा नेता शामिल होंगे। इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को भी न्योता भेजा गया गया है। साथ ही देशभर के 400 साधु-संतो को भी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक, BJP के 19, NCP के 7 और शिवसेना के 5 नेता शपथ ले सकते हैं। महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे। महायुति यानी भाजपा-शिवसेना शिंदे-NCP पवार को 230 सीटों का भारी बहुमत मिला। महायुति के नेता राज्यपाल से मिले, सरकार बनाने का दावा पेश किया
बुधवार को फडणवीस ने शिंदे, अजित पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान भाजपा के ऑब्जर्वर्स विजय रूपाणी और निर्मला सीतारमण भी मौजूद थे। इसके बाद फडणवीस, शिंदे और पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। फडणवीस और शिंदे दोनों ने कहा कि कितने और कौन-कौन मंत्री शपथ लेंगे, इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी। महायुति की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद देवेंद्र फडणवीस सीएम हाउस पहुंचे। यहां उनकी एकनाथ शिंदे के साथ 45 मिनट मीटिंग हुई। सूत्रों ने दावा किया कि शिंदे डिप्टी सीएम बनने को तैयार हो गए हैं, लेकिन अभी भी वह गृह मंत्रालय के लिए अड़े हैं। शिंदे बोले- मुझे क्या मिला ये सवाल नहीं
एकनाथ शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने वादा किया था कि जो भी फैसला लिया जाएगा, उसका मैं समर्थन करूंगा। मैंने वही किया है। महायुति को इतना बड़ा बहुमत कभी नहीं मिला था, ये ऐतिहासिक है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे क्या मिला ये सवाल नहीं है, महाराष्ट्र को क्या मिला, यही भावना हमारे मन में थी। महायुति में कोई ऊंच-नीच नहीं है। फडणवीस घर आए, ये उनका बड़प्पन है। कौन और कितने मंत्री शपथ लेंगे, इसकी जानकारी में शाम को दूंगा। अजित पवार- मैं निजी काम से दिल्ली गया
अजित पवार ने कहा कि मैं पर्सनल काम से दिल्ली गया था। कुछ लोगों ने कहा कि मैं वहां बैठक करने गया था, लेकिन ऐसा नहीं है। महाराष्ट्र के विकास के लिए ही हम काम करेंगे। हमारा फोकस यही है। इसी को लेकर हम आगे बढ़ेंगे। हम महायुति की सरकार बनाने जा रहे हैं। यह बहुमत हमें विकास की ओर लेकर जाएगा। कार्टूनिस्ट की नजर से महाराष्ट्र की राजनीति शपथ ग्रहण का इन्विटेशन कार्ड पहले ही छप गया था अभी तक गृह और वित्त मंत्रालय को लेकर पेंच फंसा था रिजल्ट आने के बाद अब-तक क्या हुआ 23 नवंबर: महाराष्ट्र विधानसभा का रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटों पर जीत हासिल हुई। भाजपा ने 132, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और NCP (अजित पवार) ने 41 सीटें जीतीं। 25 नवंबर: 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद के फॉर्मूला की बात सामने आई। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के 10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायकों को मंत्री बना सकते हैं। 27 नवंबर: ठाणे में कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि भाजपा का सीएम हमें मंजूर है। मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा। 28 नवंबर: एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने दिल्ली में करीब ढाई घंटे तक गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मीटिंग की। शिंदे ने आधे घंटे तक शाह से अकेले मुलाकात की। हाईकमान ने शिंदे को डिप्टी सीएम या केंद्र में मंत्री पद का ऑफर किया है। 29 नवंबर: महायुति की बैठक टाल दी गई। एकनाथ शिंदे अचानक सातारा चले गए। शिवसेना मुख्यमंत्री पद के बदले गृह और वित्त मंत्रालय मांग रही है। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा- अगर शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो पार्टी से ही दूसरा चेहरा ये पद संभालेगा। 1 दिसंबर: शिंदे दो दिन अपने पैतृक गांव सातारा में रहे। 30 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। मुंबई से आए डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। रविवार को वे सातारा के एक मंदिर गए। कुछ देर बाद मीडिया से बातचीत में कहा- व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद मैं यहां आराम करने आया था। प्रधानमंत्री मोदी और शाह जिसे CM तय करेंगे वो मुझे स्वीकार होगा। 2 दिसंबर: भाजपा ने महाराष्ट्र के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पर्यवेक्षक बनाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने आजाद मैदान में शपथ समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। 3 दिसंबर: एकनाथ शिंदे चार दिन बाद ठाणे से मुंबई लौटे। शाम को फडणवीस ने उनसे आधे घंटे की मुलाकात की। शिंदे ने शिवसेना विधायकों के साथ बैठक की। रिजल्ट के बाद शिंदे का पहला बयान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे
बुधवार को फडणवीस ने शिंदे, अजित पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान भाजपा के ऑब्जर्वर्स विजय रूपाणी और निर्मला सीतारमण भी मौजूद थे। इसके बाद फडणवीस, शिंदे और पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। फडणवीस और शिंदे दोनों ने कहा कि कितने और कौन-कौन मंत्री शपथ लेंगे, इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी। महायुति की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद देवेंद्र फडणवीस सीएम हाउस पहुंचे। यहां उनकी एकनाथ शिंदे के साथ 45 मिनट मीटिंग हुई। सूत्रों ने दावा किया कि शिंदे डिप्टी सीएम बनने को तैयार हो गए हैं, लेकिन अभी भी वह गृह मंत्रालय के लिए अड़े हैं। शिंदे बोले- मुझे क्या मिला ये सवाल नहीं
एकनाथ शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने वादा किया था कि जो भी फैसला लिया जाएगा, उसका मैं समर्थन करूंगा। मैंने वही किया है। महायुति को इतना बड़ा बहुमत कभी नहीं मिला था, ये ऐतिहासिक है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे क्या मिला ये सवाल नहीं है, महाराष्ट्र को क्या मिला, यही भावना हमारे मन में थी। महायुति में कोई ऊंच-नीच नहीं है। फडणवीस घर आए, ये उनका बड़प्पन है। कौन और कितने मंत्री शपथ लेंगे, इसकी जानकारी में शाम को दूंगा। अजित पवार- मैं निजी काम से दिल्ली गया
अजित पवार ने कहा कि मैं पर्सनल काम से दिल्ली गया था। कुछ लोगों ने कहा कि मैं वहां बैठक करने गया था, लेकिन ऐसा नहीं है। महाराष्ट्र के विकास के लिए ही हम काम करेंगे। हमारा फोकस यही है। इसी को लेकर हम आगे बढ़ेंगे। हम महायुति की सरकार बनाने जा रहे हैं। यह बहुमत हमें विकास की ओर लेकर जाएगा। कार्टूनिस्ट की नजर से महाराष्ट्र की राजनीति शपथ ग्रहण का इन्विटेशन कार्ड पहले ही छप गया था अभी तक गृह और वित्त मंत्रालय को लेकर पेंच फंसा था रिजल्ट आने के बाद अब-तक क्या हुआ 23 नवंबर: महाराष्ट्र विधानसभा का रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटों पर जीत हासिल हुई। भाजपा ने 132, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और NCP (अजित पवार) ने 41 सीटें जीतीं। 25 नवंबर: 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद के फॉर्मूला की बात सामने आई। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के 10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायकों को मंत्री बना सकते हैं। 27 नवंबर: ठाणे में कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि भाजपा का सीएम हमें मंजूर है। मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा। 28 नवंबर: एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने दिल्ली में करीब ढाई घंटे तक गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मीटिंग की। शिंदे ने आधे घंटे तक शाह से अकेले मुलाकात की। हाईकमान ने शिंदे को डिप्टी सीएम या केंद्र में मंत्री पद का ऑफर किया है। 29 नवंबर: महायुति की बैठक टाल दी गई। एकनाथ शिंदे अचानक सातारा चले गए। शिवसेना मुख्यमंत्री पद के बदले गृह और वित्त मंत्रालय मांग रही है। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा- अगर शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो पार्टी से ही दूसरा चेहरा ये पद संभालेगा। 1 दिसंबर: शिंदे दो दिन अपने पैतृक गांव सातारा में रहे। 30 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। मुंबई से आए डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। रविवार को वे सातारा के एक मंदिर गए। कुछ देर बाद मीडिया से बातचीत में कहा- व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद मैं यहां आराम करने आया था। प्रधानमंत्री मोदी और शाह जिसे CM तय करेंगे वो मुझे स्वीकार होगा। 2 दिसंबर: भाजपा ने महाराष्ट्र के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पर्यवेक्षक बनाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने आजाद मैदान में शपथ समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। 3 दिसंबर: एकनाथ शिंदे चार दिन बाद ठाणे से मुंबई लौटे। शाम को फडणवीस ने उनसे आधे घंटे की मुलाकात की। शिंदे ने शिवसेना विधायकों के साथ बैठक की। रिजल्ट के बाद शिंदे का पहला बयान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे