मौली जागरां में बीते शुक्रवार को दो गुटों में हुए पथराव के बाद आम जनता की 32 गाड़ियां तोड़ दी गई थी। आठ घंटे तक दो गुटों में पथराव होता रहा। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जिसमें दंगा करने वाले आरोपी दिखाई दे रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके पुलिस एक भी आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जिसको लेकर स्थानीय निवासियों में ख़ासा रोष है।
वही जिन लोगों की गाड़ियां टूटी है। उनकी किसी ने भी सुध नहीं ली है। यहां तक कि पुलिस ने उनसे पूछताछ करने की भी जरूरत महसूस नहीं की। वहीं जिन लोगों का नुकसान हुआ है। वे पुलिस की कारगुजारी पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं।
लोगों में दशहत का माहौल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। निवासियों में जहां एक तरफ दहशत का माहौल है। कांग्रेसी नेता हुकुम सिंह का कहना है कि पुलिस को एरिया में गश्त बढ़ाने चाहिए और लोगों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। स्थानीय पार्षद अनिल दुबे का आरोप है कि मौली जागरां में नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है।
नशा बेचने के लिए एरिया को लेकर यह झगड़ा हुआ था। जबकि पुलिस झूठी कहानी बता रही है। पुलिस के पास सभी आरोपियों की जानकारी है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया। मौली जागरां थाने के एसएचओ जुदान सिंह का कहना है कि पुलिस इसी काम में लगी हुई है। फिलहाल किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास है, इसके बावजूद भी आरोपी काबू क्यों नहीं किए गए। उनका कहना है कि जल्द ही उन्हें काबू कर लिया जाएगा।