नई दिल्ली को वर्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में रेलवे एक कदम और आगे बढ़ गया है। मंगलवार को रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने प्री बीड मीटिंग हुई। मीटिंग में फ्रेंच नेशनल रेलवेज, अरबियन कंस्ट्रक्शन कंपनी, एंकोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर, अडानी, जीएमआर, जेकेबी इन्फ्रा समेत 20 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फर्मों ने हिस्सा लिया। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही काम धरातल पर नजर आ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो नई दिल्ली स्टेशन का पुरा लुक ही बदल जाएगा।
ऐसा होगा नई दिल्ली स्टेशन का विकास: वर्ल्ड क्लास बनाने की इस योजना के तहत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को मल्टी मॉडल हब के रूप में विकसित किया जाएगा। स्टेशन बुनियादी और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
इसमें एलिवेटेड कॉन्कोर्स, मल्टी-लेवल कार पार्किंग समेत यात्रियों के लिए और कई सुविधाएं शामिल हैं। इस परियोजना को 60 वर्षों की रियायत अवधि के लिए डिजाइन-बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर मॉडल पर विकसित किया जाएगा। परियोजना के लिए अनुमानित लागत लगभग 6,500 करोड़ रुपए है और लगभग चार वर्षों में प्रोजेक्ट पूरा होने की उम्मीद है।
ग्लोबल फर्म आगे आईं
रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए प्रमुख ग्लोबल फर्मों ने रुचि दिखाई है।रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय ट्रांजिट हब के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। यह स्टेशन रिटेल, कमर्शियल, और हॉस्पिटैलिटी बिजनेस के लिए एक वर्ल्ड क्लास वन-स्टॉप डेस्टिनेशन होगा।
ऐसे कमाएगी फर्म
रियायतकर्ता टिकट बिक्री के माध्यम से यात्रियों से एकत्रित पैसेंजर हैंडलिंग फीस, स्टेशन के भीतर यात्री सुविधाओं जैसे रिटेल एरिया, लाउंज, पार्किंग, एडवरटाइजिंग स्पेस, एफएंडबी इत्यादि व कमर्शियल प्रोपर्टी के डेवलपमेंट और लीज सहित कई घटकों से राजस्व कमाएगा।
कई फेज में होगा काम
कई फेज में चलने वाले पुनर्विकास प्रक्रिया में स्टेशन का पुनर्विकास, स्टेशन से संबद्ध इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर का स्थानांतरण और रेलवे ऑफिस व रेलवे क्वार्टरों का नवीनीकरण शामिल है।
नियोजित पुनर्विकास की मुख्य विशेषताओं में आगमन और प्रस्थान करने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग जगह, प्लेटफार्मों का नवीनीकरण, यात्रियों की सुविधाओं के लिए लाउंज, फूड कोर्ट और टॉयलेट, मल्टीपल एंट्री और एक्जिट प्वाइंट के साथ एलिवेटेड रोड नेटवर्क, मल्टी-लेवल कार पार्किंग सुविधा और नेचुरल वेंटिलेशन व लाइटिंग जैसे ग्रीन बिल्डिंग प्रावधान शामिल हैं।