वेटिकन में आज सेंट पीटर स्क्वायर पर नए पोप लियो-14 का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसमें शामिल होने के लिए दुनिया भर से कई नेता वेटिकन पहुंचे हैं। इस कार्यक्रम में हजारों लोगों के शामिल की उम्मीद है। यह कार्यक्रम भारतीय समयानुसार 1:30 बजे शुरू होगा। आम तौर पर नए पोप और अन्य कैथोलिक चर्च के नेता शपथ ग्रहण शुरू होने से पहले बेसिलिका के अंदर सेंट पीटर की कब्र पर जाते हैं। शपथ ग्रहण का पूरा कार्यक्रम करीब 2 घंटे तक चलेगा, इसके बाद पोप को एक धार्मिक वस्त्र और एक अंगूठी दी जाएगी। धार्मिक वस्त्र नए पोप के पदभार ग्रहण करने का प्रतीक होता है। वहीं, कैथोलिक प्रथा और परंपरा के मुताबिक अंगूठी इस बात का संकेत होती है कि पोप कैथोलिक चर्च के प्रमुख और सेंट पीटर के उत्तराधिकारी हैं, जो पेशे से मछुआरे थे। अमेरिकी उपराष्ट्रपति और विदेश मंत्री शामिल होंगे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एडिनबर्ग के ड्यूक प्रिंस एडवर्ड ब्रिटेन के किंग चार्ल्स की ओर से उद्घाटन में शामिल होंगे। अभी तक यह साफ नहीं है कि ब्रिटिश पीएम और अमेरिकी राष्ट्रपति इस कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं। अमेरिका से उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और उनकी पत्नी जीनेट रुबियो भी वेटिकन पहुचेंगी। इसके अलावा कनाडाई प्रधान मंत्री मार्क कार्नी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। अमेरिका से पोप बनने वाले पहले कार्डिनल 69 साल के पोप लियो-14 का असली नाम रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट है। वो अमेरिका से पोप बनने वाले पहले कार्डिनल हैं। नए पोप के लिए इसी महीने 8 मई को 133 कार्डिनल ने वोटिंग करके उनका नाम तय किया था। पोप लियो का जन्म 14 सितंबर 1955 को अमेरिका के इलिनोय में हुआ था। वे पोप फ्रांसिस के करीबी सहयोगी माने जाते थे और उनकी विचारधारा भी पोप फ्रांसिस से मेल खाती है। उन्होंने पोप फ्रांसिस के उस फैसले का समर्थन किया जिसमें तलाकशुदा और दोबारा शादी करने वाली महिलाओं को त्योहार मनाने की इजाजत दी गई थी। पोप लियो 14 से पहले रोमन कैथोलिक चर्च के लीडर पोप फ्रांसिस थे जिनका पिछले महीने 88 साल की उम्र में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। 1900 के बाद दो दिन में चुने जाने वाले पांचवे पोप केवल दो दिन के अंदर पोप लियो 14 को चुन लिया गया था। 1900 के बाद ये पांचवे पोप हैं जिन्हें दो दिन के अंदर चुना गया। इससे पहले पोप फ्रांसिस को भी केवल दो दिन में ही चुन लिया गया था। 1922 में पोप पायस 11 को चुनने में 5 दिन का वक्त लगा था और 14 बार वोटिंग की गई थी। 1939 में सबसे छोटा कॉन्क्लेव हुआ जब पोप पायस 12 को सिर्फ 3 बार वोटिंग के बाद चुन लिया गया था। वहीं 1271 में पोप ग्रेगरी 10 को चुनने के लिए कॉन्क्लेव सबसे लंबा चला। ये कॉन्क्लेव 2 साल 9 महीने 2 दिन तक चला था। फ्रेंच, इटैलियन और स्पेनिश वंश से ताल्लुक पोप लियो 14 की मां मिल्ड्रेड मार्टिनेज स्पेनिश और फ्रेंच परिवार से थीं। वहीं उनके पिता फ्रेंच-इटैलियन वंश के थे। इस तरह पोप लियो फ्रेंच, इटैलियन और स्पेनिश वंश से हैं। पोप के दो भाई भी हैं। उनके बड़े भाई लुईस मिलिट्री से रिटायर्ड हैं और इस वक्त फ्लोरिडा में रहते हैं। वहीं उनके दूसरे भाई जॉन कैथोलिक स्कूल प्रिंसिपल के पद से रिटायर्ड हैं। ————————————– यह खबर भी पढ़ें… रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट नए पोप बने:अमेरिका से पोप बनने वाले पहले कार्डिनल; पोप लियो-14 के नाम से जाने जाएंगे वेटिकन में आज पैपल कॉन्क्लेव के दूसरे दिन नए पोप का चयन हो गया। 69 साल के रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को नया पोप चुन लिया गया है। वो अमेरिका से पोप बनने वाले पहले कार्डिनल हैं। उन्होंने अपने लिए पोप लियो-14 नाम चुना है। यहां पढ़ें पूरी खबर…