निगम नहीं कर पाया पाइप की व्यवस्था, ढाई लाख की आबादी को 20 दिन और पानी को परेशान होना पड़ेगा

बाटा चौक के पास रैनीवेल लाइन नंबर तीन में लीकेज की समस्या अभी तक ठीक नहीं हुई है। इससे एनआईटी क्षेत्र की आधा दर्जन कॉलोनियों में पानी का संकट बना हुआ है। नगर निगम ने ठेकेदार को लीकेज ठीक करने का काम तो दे दिया लेकिन अभी तक पाइप लाइन की ही व्यवस्था नहीं हो पाई है। जबकि निगम का इंजीनियरिंग विभाग शांत बैठा है। जबकि एनआईटी की जनता बूंद-बूंद के लिए परेशान हो रही है। माना जा रहा है निगम के पास पैसों की किल्लत होने के कारण लीकेज का मेंटिनेंस नहीं हो रहा है।

यही नहीं नगर निगम प्रभावित इलाकों में टैंकरों से भी पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। उधर निगम अधिकारियों का कहना है कि इस काम को प्राथमिकता के आधार पर कराने का प्रयास किया जा रहा है। अभी पाइप की व्यवस्था करने में दस से 15 दिन तक का वक्त लग सकता है। क्योंकि नोएडा की जिस कंपनी से पाइप आना है वहां अभी पाइप तैयार नहीं है।

25 अगस्त से बनी हुई है समस्या
स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी कॉलोनियों में पानी का संकट 25 अगस्त से है। एक महीने से अधिक समय बीत गया निगम ठेकेदार को काम तक अलॉट नहीं कर पाया था। अब जब काम अलॉट कर दिया गया तो पाइप की व्यवस्था नहीं कर पा रहा। पर्वतीया कॉलोनी निवासी अजय सिंह और जवाहर कॉलोनी निवासी पवन जोशी का कहना है कि निगम का इंजीनियरिंग विभाग पूरी तरह से फेल हो चुका है। न निगम के पास संसाधन हैं और न पैसा।

टैंकरों से भी पानी नहीं उपलब्ध करा पा रहा नगर निगम

रैनीवेल लाइन लीक होने से एक माह से अधिक समय से जवाहर कॉलोनी, पर्वतीया कॉलोनी, डबुआ कॉलोनी, नंगला एंक्लेव, जनता कॉलोनी, कपड़ा कॉलोनी समेत आसपास के अन्य कॉलोनियों में पानी का संकट है। इन कॉलोनियों की आबादी दो से ढाई लाख है। नगर निगम यहां टैंकरों से भी पानी नहीं उपलब्ध करा पा रहा। एक-एक कॉलोनी में पांच से छह टैंकर पानी निगम भेजता है जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।

महज 50 लाख लीटर पानी रैनीवेल से आ प रहा

रैनीवल की लाइन नंबर तीन मंझावली से आ रही है। इससे रोज 20 से 22 एमएलडी ( 2.20 करोड़ लीटर) पानी शहर तक पहुंचता है। लेकिन सेक्टर-11 बाटा फ्लाईओवर के पास लीकेज होने से एनआईटी क्षेत्र को 4 से 5 एमएलडी अर्थात महज 50 लाख लीटर ही पानी मिल रहा। बाकी 15 से 18 एमएलडी पानी बहकर बर्बाद हो रहा है। रैनीवेल प्रोजेक्ट के इंचार्ज एवं एसई विजय सिंह ढाका का कहना है कि इस काम को प्राथमिकता से कराया जाएगा। चूंकि अभी पाइप की व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसकी व्यवस्था होते ही एक सप्ताह में लीकेज को ठीक करा दिया जाएगा। उन्होंने माना पाइप मिलने में 10 से 15 दिन का समय लग सकता है।

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The corporation could not arrange the pipe, the population of two and a half million would have to suffer for 20 days and water.