जिले के 38 गांवों को नगर निगम में शामिल करने के विरोध में गुरुवार को 38 गांवों के लोगों ने अलग-अलग ज्ञापन डीसी ऑफिस में एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि वह किसी भी हाल में अपने गांवों को नगर निगम में शामिल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि 2009 के बाद से नगर निगम में शामिल किए गए गांव की पहले से ही दुर्दशा है।
इसकी जानकारी उन्हें अच्छी तरह से है, आरोप लगाते हुए कहा कि निगम केवल गांव की करोड़ों रुपए की संपत्ति और करोड़ों रुपए की एफडी को हड़पने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। यदि किसी भी प्रकार से उनके गांवों को निगम में शामिल किया गया तो इसको लेकर वे बड़ा आंदोलन करेंगे। सीएम के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा कि वह इस प्रस्ताव को निरस्त कर ग्राम सभाओं को ही सशक्त बनाने का काम करें।