नेतन्याहू बोले- हमास के हमले से रुका इजराइल-सऊदी समझौता:UN में दिखाए दो नक्शे, कहा- ईरान, इराक और सीरिया मिडिल ईस्ट के लिए श्राप

इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी टकराव के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने UN की महासभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वे इस बार UNGA में भाषण नहीं देना चाहते थे। लेकिन इजराइल को लेकर फैलाए जा रहे झूठ ने उन्हें अपने देश का पक्ष रखने पर मजबूर कर दिया। नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल शांति चाहता है। हम शांति लाए हैं और आगे भी लाते रहेंगे। मैंने पिछले साल जब इस असेंबली को संबोधित किया था तब हम सऊदी अरब के साथ ऐतिहासिक डील करने वाले थे। लेकिन हमास ने हमला कर इस डील को रुकवा दिया। UN महासभा में नेतन्याहू अपने साथ 2 मैप भी लेकर आए। इनमें से एक में नेतन्याहू ने इराक, सीरिया और ईरान को इलाके के लिए श्राप बताया। इजराइली PM ने कहा, “हिजबुल्लाह ने इजराइल के एक हिस्से को घोस्ट टाउन में बदल दिया है। अगर अमेरिका के सैन डिऐगो के साथ ऐसा कर दिया जाए तो क्या अमेरिकी सरकार इसे बर्दाश्त करेगी।” नेतन्याहू के संबोधन की बड़ी बातें… हिजबुल्लाह-इजराइल में 10 दिन से टकराव
नेतन्याहू का यह भाषण ऐसे समय हो रहा है, जब पिछले 10 दिन से हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच टकराव जारी है। दरअसल, लेबनान में 17 सितंबर को पेजर अटैक हुआ था। इसके ठीक एक दिन बाद वॉकी-टॉकी और सोलर एनर्जी सिस्टम में भी विस्फोट हुए। हिजबुल्लाह और लेबनान ने इजराइल को इन हमलों का जिम्मेदार माना था। इसके बाद दोनों देशों के बीच टकराव छिड़ गया। इजराइल बीते 7 दिनों से लेबनान में मिसाइल हमले कर रहा है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इन हमलों में लेबनान के 620 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने 23 सितंबर को लेबनान पर सबसे बड़ा हमला किया था। IDF ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी। इनमें 10 हजार रॉकेट बर्बाद करने का दावा किया गया। इस हमले में 569 लोगों की मौत हुई।