राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा में शिक्षा में हुए सुधारों पर आयोजित एक सम्मेलन में उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 11 बजे भाषण देंगे। इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में जानकारी दी गई। इस सम्मेलन का आयोजन मानव संसाधन विकास मंत्रालय और यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन का तरफ से किया जा रहा है।
34 साल बाद बदली देश की शिक्षा नीति
इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत कवर किए गए शिक्षा के अहम पहलुओं जैसे समग्र, बहु-विषयक एवं भविष्य की शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और शिक्षा में बेहतर पहुंच के लिए प्रौद्योगिकी के समान उपयोग पर विशेष सेशन आयोजित किए जाएंगे। केंद्रीय सरकार ने बीतों दिनों ही नई शिक्षा नीति-2020 को मंजूरी देते हुए 34 साल बाद देश की शिक्षा नीति को बदलाव किया।
नई शिक्षा नीति के मुख्य बदलाव
- नई शिक्षा नीति के तहत 5वीं तक के बच्चों की पढ़ाई उनकी मातृ भाषा या क्षेत्रीय भाषा में होगी।
- नई शिक्षा नीति में विधि और मेडिकल कॉलेजों के अलावा अन्य सभी विषयों की उच्च शिक्षा के एक एकल नियामक का प्रावधान है।
- विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट का आयोजन किया जाएगा।
- पुरानी नीति के 10+2 के ढांचे में बदलाव करते हुए नई नीति में 5+3+3+4 का ढांचा लागू किया गया है।
- एम.फिल खत्म कर दिया गया है और प्राइवेट तथा सरकारी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए समान नियम बनाए गए हैं।