गुरुवार को थाना परिसर के सामने बैठी दुष्कर्म से पीड़ित महिला ने कहा दरिंदो ने मिलकर बंदूक की नोक पर जबरन मेरी इज्जत लूट कर समाज मे मुह दिखाने लायक नहीं छोड़ी, फिर भी पुलिस आरोपियों के बचाव में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को दो पक्षो के बीच मामूली झगड़े का रूप दे रही है। पीड़िता ने चेतावनी दी कि मुझे पुलिस से न्याय नहीं मिली तो में अपनी जान दे दूंगी, जिसकी जिम्मेदार फिरोजपुर झिरका पुलिस की होगी।
पीड़ित महिला ने पुलिस थाने के समक्ष रो-रो कर बताया कि बुधवार शाम को वह अपने घर से एकेली शौच करने गई थी। शौच के दौरान मुझे एकेली देखकर मोटरसाइकिल पर सवार हो कर चार युवक आए और मुझे दबोच लिया। जब मैने विरोध किया तो युवकों ने मेरी कनपटी पर देशी कट्टा लगा कर जान से मारने की धमकी देकर मेरे मुह में कपड़ा ठूस दिया। उसके बाद चारो ने बारी-बारी से जबरन दुष्कर्म किया। मैने शोर मचाया तो चारो युवक देशी रिवाल्वर से फायर कर मौके से भागने लगे।
पीड़िता ने एक युवक को दबोच लिया, दूसरे को गांव के लोगों ने दबोच लिया। पकड़े गए दो युवकों में से एक को झिरका पुलिस के हवाले कर दिया।दूसरे को ग्रामीणों ने दबाव देकर मौके से भगा दिया। पीड़िता ने बताया कि चार आरोपियों में से तीन पड़ोस के गांव बिलोन्दा के हैं। चौथा आरोपी राजस्थान का पुलिस थाने में मौजूद है। पीड़ित महिला ने यह भी आरोप लगाया कि गांव के लोग आरोपियों से सांठगांठ कर जबरन फैसला कर मामले को रफादफा करने के लिए मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं।