लॉकडाउन के बाद देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटती हुई नजर आ रही है। जून 2020 के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े में 16.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। मई की बात करें तो उस महीने में आईआईपी में 33.9 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसकी तुलना में जून में 50 प्रतिशत की कमी आई है।
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में 17.1 प्रतिशत की गिरावट
सरकार ने मंगलवार को आईआईपी के आंकड़े जारी किए। लॉकडाउन के बाद से ही लगातार औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा गिरावट में रहा है। जून 2019 में आईआईपी में 1.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। वहीं, जून 2020 की अगर बात करें तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 17.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 0.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
माइनिंग सेक्टर में 19.8 प्रतिशत की गिरावट
माइनिंग सेक्टर में जून 2020 में 19.8 फीसदी की गिरावट है। जून 2019 में इसमें 1.5फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी। वहीं, बिजली उत्पादन जून 2020 में 10 फीसदी कम हुआ है। एक साल पहले समान अवधि में बिजली उत्पादन में 8.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। बता दें कि अप्रैल में भारी गिरावट के बाद मई में औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में सुधार हुआ था। वहीं जून के आंकड़े में भी काफी ज्यादा सुधार दर्ज किया गया है। ऐसे में लॉकडाउन के बाद अब उम्मीद दिख रही है कि देश के उद्योग धंधे एक बार फिर से अपनी पुरानी रंगत में जल्द ही नजर आने लगेंगे।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेस के रिसर्च हेड राहुल गुप्ता कहते हैं कि जून महीने में आईआईपी में गिरावट अनुमान के मुताबिक बेहतर रही है। आगे चलकर जैसे-जैसे लॉकडाउन में ढील दी जाएगी, हम 8 कोर सेक्टर में और बेहतरी देख सकते हैं। इसमें इलेक्ट्रिसिटी, कोल में अच्छी वृद्धि दिखेगी।