मैदान गढ़ी इलाके में एक पुलिस कांस्टेबल ने हिम्मत दिखा 2 महिला ट्रांसजेंडर की जान बचा ली। इन्हें मारने के लिए 5 लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी। बदमाशों ने उन पर निशाना भी साधा, लेकिन एक बार गोली नहीं चल सकी तो दूसरी बार वे चूक गए। आखिरकार, कांस्टेबल ने उन्हें भागने के लिए मजबूर कर दिया। जिसके बाद उसने अपनी टीम के साथ उन्हें अम्बेडकर नगर तक पीछा किया और धर दबोचा। आरोपियों की पहचान मदनगीर निवासी 24 साल मुकेश और 21 साल प्रदीप के तौर पर हुई। इनके पास से 2 पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद हुई है। आरोपियों ने खुलासा किया पिंकी नाम की एक महिला
ट्रांसजेंडर ने उन्हें इस मर्डर की सुपारी दी थी, जिसके बदले एडवांस राशि 20 हज़ार दी गयी। मामले में शिकायतकर्ता बनी एक महिला ट्रांसजेंडर ने डेढ़ साल पहले पिंकी के पति की हत्या कर दी थी। इसके में वह कुछ दिनों पहले ही पैरोल पर छूटकर बाहर आई थी। पिंकी पति के मौत का बदला लेना चाहती थी, इसलिए उसने उन्हें मारने की प्लानिंग की थी। डीसीपी साउथ डिस्ट्रिक अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कांस्टेबल कमल प्रकाश 4 जुलाई को एक केस की जांच के मद्देनजर भाटी कलां विलेज मोड़, मेन छतरपुर रोड सीसीटीवी कैमरा देख रहे थे। इसी दौरान उसने नोटिस किया 2 बदमाश हाथ में पिस्टल लिए 2 महिला ट्रांसजेंडर पर निशाना साध रहे हैं।
यह देख कांस्टेबल ने बदमाशों को काबू करने की कोशिश की। एक बदमाश ने लेडी ट्रांसजेंडर पर गोली चला दी, जो जान बचाने के लिये कांस्टेबल की ओर भागी। आखिरकार, कांस्टेबल ने बदमाशों को धक्का देकर उन्हें बाइक से गिरा दिया। जिसके बदमाश वहाँ से भाग निकले। इसके बाद महिला ट्रांसजेंडर शालू और आलिया ने कांस्टेबल को शुक्रिया बोला। बाद में इस कांस्टेबल ने अपनी टीम के सदस्यों को बुलाकर बदमाशों का पीछा कर उन्हें आम्बेडकर नगर एरिया से दबोचा।