पलवल के प्रशिक्षु पायलट की मौत, तीन बहनों का इकलौता भाई था कोणार्क, ट्रेनिंग पूरी होते ही शादी होनी थी

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में सोमवार सुबह प्लेन क्रैश हो गया। इसमें पलवल की आदर्श कॉलोनी निवासी 30 वर्षीय प्रशिक्षु पायलट कोणार्क सरन की मौत हो गई। अकादमी से उड़ान भरते समय एयरक्राफ्ट आजमगढ़ जिले के फरीद्दीनपुर गांव में क्रैश हुआ। क्रैश होने का कारण मौसम खराब होने और बिजली गिरना बताया जा रहा है।

तीन बहनों का इकलौता भाई था कोणार्क
ट्रेनी पायलट कोणार्क सरन की मौत की खबर मिलते ही कॉलोनी में मातम छा गया। कोणार्क अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। तीन बहनों का लाडला कोणार्क ने थापर यूनिवर्सिटी से बीटेक की थी। इसके बाद कोणार्क ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में पायलट ट्रेनिंग के लिए करीब दो साल पहले दाखिला लिया था।

कोणार्क के परिजन ने बताया कि उसकी 200 घंटे की उड़ान होनी थी। 160 घंटे की उड़ान पूरी कर चुका था और 40 घंटे बकाया थे। वह सोलो उड़ान पर था और मौसम खराब होने के कारण एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। कोणार्क की तीनों बहनें प्रतिभा, सुजाता और मीनाक्षी शादीशुदा हैं और मीनाक्षी एयर इंडिया में नौकरी करती है। पिता रामशरण एयर इंडिया से रिटायर हैं और मां सरोज ग्रहणी हैं। उनके पैतृक गांव आल्हापुर में भी शोक का माहौल है। परिजन बताते हैं कि ट्रेनिंग पूरी होते ही कोणार्क की भी शादी होनी थी। घर में काफी रिश्ते आ रहे थे। कई जगह बात चल रही थी।

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एयरक्राफ्ट क्रैश में मरने वाले पायलट कोणार्क सरन।